टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस के लगभग 200 चालक दल के सदस्य 7 मई को एयरलाइन में कथित कुप्रबंधन के विरोध में हड़ताल पर चले गए, जिससे सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ गई थी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ ने इस संबंध में मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) को पत्र लिखा है। यह पत्र 28 जून को लिखा गया है। यूनियम ने मुद्दों को सुलझाने के लिए श्रम आयुक्त से हस्तक्षेप की मांग की है।
टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया ने अपने लगभग 25 केबिन क्रू मेंबर्स को नौकरी से निकाल दिया है। दरअसल मंगलवार को एक साथ 100 से अधिक कर्मचारियों ने सिक लीव ले लिया था। इस कारण 90 विमानों को रद्द करना पड़ा था।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) परिपत्र में यह भी कहा गया है कि पृथकवास अवधि खत्म होने के बाद जांच कराने की जरूरत नहीं है।
एयर इंडिया के 130 पायलट और 430 क्रू सदस्यों ने उड़ान से पहले और बाद में अनिवार्य अल्कोहल जांच से बचते रहे हैं
अधिकारियों ने बताया कि उसे परेशानी खड़ी करने के लिए गुरूवार रात को गिरफ्तार किया गया। उसके कारण विमान को सीएटल-टैकोमा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लौटना पड़ा। हुडेक ने सुनवाई के दौरान बात नहीं की। उसके वकील रॉबर्ट फ्लेनॉघ द्वितीय ने टिप्पणी करने से इनक
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