लोन आवदेन अगर रिजेक्ट हो रहा है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान काम कर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
How To Improve Credit Score: क्रेडिट स्कोर को 750 से ऊपर रखने के लिए आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन को 30 प्रतिशत से नीचे रखना चाहिए। इसके साथ ही बार-बार पर्सनल लोन लेने से बचना चाहिए।
CIBIL Score: कई बार क्रेडिट स्कोर अनजाने में हमारी ओर से की गई गलती के कारण कम हो जाता है। ऐसे में हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
Credit Score: क्रेडिट स्कोर को आप आसानी से 750 या उससे ऊपर रख सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ आदतों को अनुशासन के साथ अपनाना होगा, जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
CIBIL के आंकड़ों के मुताबिक 2023 की जून तिमाही में बैंकों ने पिछले साल के मुकाबले कम लोन एप्लीकेशन को एप्रूव किया है। वहीं, प्राइम ग्राहकों को बैंक प्राथमिकता दे रहे हैं।
RBI New Rule: केंद्रीय बैंक द्वारा कहा गया है कि अगर कोई क्रेडिट इंस्टीट्यूशन गलत क्रेडिट रिपोर्ट को सही करने में 30 से अधिक का समय लगता है तो उसे ग्राहक को मुआवजा देना होगा।
RBI की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया है। इसमें क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनी को निर्देश दिया गया है कि जब भी कोई क्रेडिट इंस्टीट्यूशन (बैंक या एनबीएफसी) किसी व्यक्ति की क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें तो इसकी सूचना उस व्यक्ति एसएमएस और ईमेल के जरिए भेजी जाए।
क्रेडिट स्कोर के कैलकुलेश में रीपेमेंट हिस्ट्री के साथ क्रेडिट यूटिलाइजेशन, क्रेडिट मिक्स और अवधि की बड़ी भूमिका होती है। क्रेडिट स्कोर किसी भी व्यक्ति की वित्तीय आदतों की जानकारी देता है।
कम ब्याज दर पर होम लोन, कार या पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट और सिबिल स्कोर का सही होना जरूरी है। इन मामलों में महिलाएं पुरुषों से आगे निकलती हुई नजर आ रही है। क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? महिलाएं लोन लेने के बाद इसे समय पर चुकाने में आगे क्यों हैं।
Buy Now Pay Later यानी BNPL के अंतर्गत बिना भुगतान किए तुरंत खरीदारी करने की सुविधा मिलती है। यह स्कीम देखने में तो काफी अच्छी लगती है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें।
सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है, जिससे बैंक को ये पता लग पाता है कि आपको कितने रुपये तक का लोन दिया जा सकता है।
दरअसल, डेटा एनालिटिक्स और क्रेडिट स्कोर मुहैया कराने वाली कंपनी, एक्सपीरियन इंडिया ने व्हाट्सएप के जरिये क्रेडिट स्कोर मुहैया कराने की सेवा शुरू करने की घोषणा की है।
Cibil Score: बैंक (Bank) सभी व्यक्ति को लोन नहीं देते हैं। वो सिबिल स्कोर (Cibil Score) के आधार पर लोन का आवंटन करते हैं।
आरबीआई ने सभी चार लाइसेंस प्राप्त क्रेडिट सूचना कंपनियों के लिए अनिवार्य किया है कि वो अपने ग्राहकों को प्रति वर्ष एक बार निःशुल्क क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट प्रदान करेंगे।
सुनिश्चित करें कि हर महीने EMI के पेमेंट के लिए संबंधित लोन अकाउंट में पर्याप्त राशि उपलब्ध रहे। क्रेडिट कार्ड के पेमेंट की तारीख भी याद रखना सुनिश्चित करें।
आप बैंक से पर्सनल लोन लेते हैं तो इसमें व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री ऋण के लिए उनकी पात्रता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
आप बैंक से पर्सनल लोन लेते हैं तो इसमें व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री ऋण के लिए उनकी पात्रता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
क्रेडिट स्कोर की गणना आपके क्रेडिट हिस्ट्री का उपयोग करके की जाती है, जिसमें आपके पेमेंट हिस्ट्री, आपके द्वारा उपयोग किए गए लोन या क्रेडिट कार्ड और उसके भुगतान आदि की जानकारी शामिल होती है।
यहां वे पांच कारण बताए जा रहे हैं जिनके लिए आपको अपनी क्रेडिट हेल्थ की नियमित पड़ताल करते रहना चाहिए।
बैंक ऑफ इंडिया (बीओआ ) कर्ज मामले में अच्छी साख के साथ ऊंचा सिबिल स्कोर (अंक) पाने वाले लोगों को 30 लाख रुपए और उससे अधिक के होम लोन कम ब्याज पर देगा।
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