क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय, बैंक या अन्य जारीकर्ता के आधार पर जरूरी दस्तावेज अलग-अलग भी हो सकते हैं। लेकिन कुछ कॉमन डॉक्यूमेंट्स तो देने ही पड़ते हैं।
क्रेडिट कार्ड यूटिलाइजेशन रेश्यो उसकी कुल लिमिट के साथ क्रेडिट कार्ड उपयोग अनुपात होता है। इस अनुपात को 30% से कम रखना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी क्रेडिट कार्ड सीमा 10 लाख है, तो कार्ड पर ₹3 लाख से अधिक खर्च न करने का प्रयास करें।
भारत में जारी किये जाने वाले ज्यादातर क्रेडिट कार्ड इंटरनेशनल कार्ड हैं और इन्हें दुनियाभर के अलग-अलग मर्चेंट्स द्वारा स्वीकार किया जाता है।
अपने क्रेडिट कार्ड पासवर्ड को नियमित रूप से बदलना आपकी वित्तीय जानकारी की सुरक्षा का एक इफेक्टिव तरीका है। हालांकि बार-बार अपना पासवर्ड बदलना असुविधाजनक लग सकता है, लेकिन ऐसा न करने के साइबर फ्रॉड का खतरा बढ़ सकता है।
भारत में क्रेडिट कार्ड स्पेडिंग और ट्रांजेक्शन वॉल्यूम में बड़ा उछाल आया है। एचडीएफसी बैंक इन दोनों ही मामलों में टॉप पर रहा है।
नया महीना आज से शुरू हो गया है। इसके साथ ही कई नए नियम बदल गए हैं।
मान लीजिए, एक कार्ड जारीकर्ता 500 की मिनिमम फीस के साथ ओवरलिमिट अमाउंट का 2.5% चार्ज करता है। ये चार्ज बिलिंग साइकल में एक बार लगाया जा सकता है। आप इस प्रोसेस को समझने के लिए अपने बैंक या कार्ड जारीकर्ता कंपनी से बात कर सकते हैं कि क्या आपके कार्ड पर ओवरलिमिट ट्रांजैक्शन की अनुमति है और अगर है तो इसके लिए आपको कितना चा
अलग-अलग क्रेडिट कार्ड अलग-अलग तरह से कैशबैक डील ऑफर करते हैं। कुछ कार्ड सभी ट्रांजैक्शन पर एक समान कैशबैक देते हैं, जबकि कुछ कार्ड ग्रोसरी, फूड या फ्यूस जैसे स्पेशल कैटेगरी के लिए ज्यादा कैशबैक देते हैं।
आप अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड को चोरी या खो जाने की स्थिति में कैसे ब्लॉक कर सकते हैं। ऐसा कर आप अपनी मेहनत की कमाई को दुरुपयोग होने से बचा सकते हैं।
त्योहारों के दौरान लोग शॉपिंग को लेकर काफी एक्साइटेड रहते हैं। ये एक्साइटमेंट इतनी ज्यादा होती है कि लोग कीमतों की तुलना करना भूल जाते हैं और फिर बाद में जब उन्हें ये मालूम चलता है कि जो सामान उन्होंने 1000 रुपये में खरीदा है, वो दूसरी जगह 500-600 रुपये में ही मिल रहा था।
याद रखें, आपको अपनी खर्च सीमा से अधिक खर्च नहीं करना चाहिए, क्योंकि आयकर विभाग सभी क्रेडिट कार्ड लेन-देन की निगरानी कर रहा है। आपके क्रेडिट कार्ड का विवरण आपके पैन कार्ड से जुड़ा हुआ है।
क्रेडिट कार्ड से जुड़े नए नियम के अलावा, पेटीएम, एसबीआई कार्ड सहित कुछ बैंक भी अपनी तरफ से नए नियम तय करने वाले हैं। पेटीएम पेमेंट्स बैंक 20 जुलाई, 2024 को जीरो बैलेंस राशि वाले और पिछले वर्ष या उससे अधिक समय में कोई लेनदेन न करने वाले निष्क्रिय वॉलेट बंद कर देगा।
आप जब एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो आपको ज्यादा सतर्क और समझदारी से इसका इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आप मल्टीपल क्रेडिट कार्ड को ठीक से मैनेज कर लेते हैं तो तब यह आपके लिए बहुत मददगार साबित होगा। ऐसा नहीं करने पर आपके लिए यह सिरदर्द भी बन सकता है।
बैंकों ने अपने क्रेडिट कार्ड से जुड़ शुल्क, प्रभार और नियमों में संशोधन कर दिया है। ऐसे में अगर आपके पास भी इन बैंकों के क्रेडिट कार्ड हैं तो आपको आगे से अलर्ट हो जाना चाहिए, अन्यथा ज्यादा भुगतान करना पड़ सकता है।
आखिर आपको क्रेडिट कार्ड की जरूरत है भी या नहीं, अप्लाई करने से पहले सोचिएगा जरूर। अगर लेना सोच ही लिया है तो आपके लिए सही कार्ड वह होगा जो आपकी ज़रूरत से मेल खाता हो।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आप कुछ मामलों जैसे मोर्गेज, स्टॉक खरीदना या मनी ऑर्डर भेजने में आदि में नहीं कर सकते। ऐसे में क्रेडिट कार्ड से पैसा अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने का ऑप्शन होता है। हालांकि इसके बदले आपको चार्ज देने पड़ सकते हैं।
जानकारों के मुताबिक अगर आप क्रेडिट कार्ड का अनुशासन में रहकर इस्तेमाल करते हैं तो यह एक मददगार इंस्ट्रूमेंट है। लापरवाही में यह काफी महंगा साबित हो सकता है।
आज से मई का महीना (May 2024) शुरू हो गया है। हर महीने की पहली तारीख से कई बदलाव होते हैं। आइए ऐसे ही 5 बड़े बदलावों के बारे में जानते हैं।
अगर कोई यस बैंक क्रेडिट कार्ड यूजर 15,000 रुपये से अधिक का भुगतान करता है, तो उनसे 1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क और उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक क्रेडिट कार्ड पर भी यही नियम लागू है, लेकिन मुफ्त उपयोग की सीमा 15,000 रुपये के बजाय 20,000 रुपये है।
क्रेडिट कार्ड ने लोगों की जिंदगी और खर्चों दोनों को ही आसान बना दिया है। लगातार क्रेडिट कार्ड के सही से इस्तेमाल कंपनियां और बैंक आपको लिमिट बढ़ाने का ऑफर देती हैं लेकिन कब क्रेडिट लिमिट बढ़ानी चाहिए?
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