कार्ड और दूसरी बैंकिंग धोखाधड़ी का शिकार होने वाले लोगों के लिए सरकार और रिजर्व बैंक कदम उठाएंगे और तुरंत उनके खाते में पैसे पहुंचाने की व्यवस्था करेगी।
भारत में क्रेडिट कार्ड का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऑनलाइन शॉपिंग हो या रिटेल स्टोर से खरीदारी, हम धड़ल्ले से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
क्रेडिट या डेबिट कार्ड और ऑनलाइन पेमेंट करने वालों के लिए बड़ी खबर है। कैबिनेट ने कैशलैस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने को मंजूरी दे दी है।
ATM से लेकर इंस्टेंट मनी ट्रांसफर जैसी तकनीकों ने हमारे लिए बैंकिेंग करना बेहद आसान बना दिया है। लेकिन कई बार तकनीकी गड़बड़ी हमारे लिए मुश्किल खड़ी भी कर देती है।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल समय के साथ साथ बढ़ रहा है। कंपनियां भी कार्ड होल्डर्स के ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए कई तरह के फायदे देती हैं।
अमेरिका में करीब 1.3 करोड़ लोग अपनी बचत या क्रेडिट कार्ड अपने लिव इन पार्टनर से छुपाते हैं।पुरुषों की तुलना में यह काम महिलाएं ज्यादा करती हैं।
देश में कैश-लेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए सरकार डिजिटल तरीके से खरीदारी करने वालों को छूट दे सकती है। बजट 2016 में इसकी घोषणा होने की संभावना है।
अब ATM से पैसे निकालने के लिए आपको एटीएम कम डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब आपका स्मार्टफोन एटीएम कार्ड का काम भी करेगा।
एटीएम भी जल्द बैंक की ब्रांच की तरह आपको सर्विस उपलब्ध कराएंगे। बैंक से जुड़े काम के लिए ब्रांच में जाने की जरूरत नहीं होगी। लोन के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
बैंक कई बार क्रेडिट कार्ड से जुड़ी शर्तें आपसे छिपा जाते हैं। ऐसे में इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है कैसे आप सावधान रह सकते हैं।
इंडिया टीवी पैसा की टीम बता रही है, क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन से जुड़े पहलुओं के बारे में। जिनके आधार पर आप अपने अंतिम फैसले पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
आज के दौर में किसी को भी लोन या क्रेडिट कार्ड बगैर सिबिल स्कोर और सिबिल ट्रांसयूनियन स्कोर जांचे बिना नहीं दिया जाता है।
क्रेडिट कार्ड का उचित और सही तरह से उपयोग कर आप अपने क्रेडिट स्कोर को बहुत अच्छा बना सकते हैं, इससे आपको होम, कार या पर्सनल लोन लेने में आसानी होगी।
ऑनलाइन फंड ट्रांसफर की सुविधा ने हमारी जिंदगी काफी आसान बना दी है। लेकिन साइबर वर्ल्ड में ऐसी भी टर्म है जिन्हें जानना जरूरी है।
आधार कार्ड आज के समय में सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट बन गया है। गैस सब्सिडी से लेकर अपने एड्रेस और आईडेंटिटी प्रूफ के लिए हम आधार कार्ड का प्रयोग करते है
अगर आप क्रेडिट कार्ड को भी अन्य चीजों की तरह अपने लाइफ पार्टनर के साथ शेयर करते हैं तो यह समझदारी का कदम होगा।
बैंकों में क्रेडिट कार्ड की एप्लीकेशन डालने के बाद और सभी प्रक्रियों से गुजरने के बाद भी आपकी एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाती है। जानिए इसकी मुख्य वजहें।
अक्सर हम प्रोडक्ट की नियम और शर्तों जाने परखे बिना एजेंट की बातों में आ जाते हैं और फिर बाद में पछताते है। इस मिस सेलिंग के बारे में हमें तब पता चलता है।
एलपीजी कस्टमर्स के लिए अच्छी खबर है। अब गैस की डिलिवरी के वक्त आपको कैश रखने की जरूरत होगी। आप ऑनलाइन क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट कर सकते हैं।
बैंक से लोन लेने की लागत कम हुई है, बावजूद इसके कंपनियां बैंकों से लोन लेने से कतरा रही हैं। बेस रेट में कटौती के बावजूद क्रेडिट ग्रोथ धीमी बनी हुई है।
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