भाजपा विधायक टी राजा सिंह लोध के नेतृत्व में ‘गौरक्षकों’ के एक समूह ने सोमवार को शहर के बाहरी इलाके में एक ट्रक को रोका, जिसमें कथित तौर पर काटने के लिये 60 गाय और बछड़े ले जाए जा रहे थे।
केजरीवाल ने बवाना में दिल्ली सरकार तथा नगर निगम के वित्त पोषित ‘श्री कृष्ण गोशाला’’ का दौरा किया जहां उन्होंने विधिवत गौ माता की आरती की।
हैदराबाद से सांसद और आल इंडिया मजलिस ए इतेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्षा असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर से अपने बयान के लिए चर्चा में हैं
मीठी शहर में भव्य श्री कृष्ण मंदिर भी है जिसके घंटों की आवाज अक्सर मस्जिदों की अजान की आवाज में घुल जाती है।
असम पुलिस को इन दिनों कानून व्यवस्था के साथ-साथ गाय और बैलों को भी संभालने की जिम्मेदारी आ गई है।
केजरीवाल ने यह प्रतिक्रिया, सदन में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की उस मांग पर की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली पुलिस गाय माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए एक संयुक्त कार्ययोजना तैयार करे।
पुलिस को सूचना मिली थी कि छाता की ओर से एक पिक-अप वैन मथुरा की तरफ आ रही है। उसमें कुछ गौवंशों की तस्करी की जा रही है।
कटी हुई गाय मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने रास्ता जाम कर दिया।
राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान 27 जुलाई को सत्तारूढ़ दल के साथ साथ विपक्षी विधायकों ने राज्य में गोमांस की कमी को लेकर चिंता जताई थी
द्वारका के नजफगढ़ इलाके में एक गौशाला में 36 गायें मृत मिलीं जिसके बाद दिल्ली सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए।
दरअसल सैनी गफलत में हूमायूं को बाबर का पिता बता दिया। बाबर की मौत हुमायूं की मौत से लगभग 25 वर्ष पूर्व हुई थी।
यादव ने कहा कि 50 गायें एक ट्रक में ठूस दी जाती हैं और उनके मुंह में तेजाब डाला जाता है, जिससे हिन्दुओं का खून खोलता है, इसलिये मुस्लिम समाज को हिन्दुओं की भावनाएं और गाय के प्रति आस्था का सम्मान करना चाहिए।
हम नहीं चाहते कि हिंदू केवल मंदिर में जाकर घंटियां बजाएं, चोटी रखें और जनेऊ धारण करें......
कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त संत स्वामी अखिलेश्वरानंद ने कहा, ‘जब ‘आनंद मंत्रालय’ बनाया जा सकता है तो ‘गौ मंत्रालय’ क्यों नहीं बन सकता?
यदि कोई आपसे कहे कि आज से 200 साल बाद गाय जमीन पर पाई जाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी जीव होगी तो क्या आप यकीन कर पाएंगे?
संगीत सुनने से पहले गायों के चहरे सुस्त रहते थे लेकिन संगीत सुनने के बाद अलबेली मुस्कान रहती है। छह माह में संगीत सुनने से पूर्व जो गायें दुर्बल थी वो अब तंदुरुस्त हो गई हैं।
इन पशुओं के कान में टैग लगाकर उन्हें आधार सरीखी 12 अंकों की अद्वितीय पहचान संख्या प्रदान की गई है और उनकी ‘ऑनलाइन कुंडली’ तैयार की जा रही है...
। बुंदेलखंड के टीकमगढ़ जिले के नंदनपुर (गोर) में पहुंचकर गाय के महत्व को समझा जा सकता है। यह ऐसा गांव है, जहां गौशाला में गायों की नियमित तौर पर सिर्फ पूजा ही नहीं होती, बल्कि शाम को आरती भी होती है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि आरती नाराज गाय से दूर जाने के लिए अपने भाई को एक कोने की तरफ खींचने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। साथ ही वीडियों में दिख रहा है कि गुस्सैल गाय लगातार कार्तिक पर हमला कर रही है।
पशु अधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि सरकार के फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए। वे मानते हैं कि सरकार का यह कदम गौहत्या और तस्करी रोकने में कारगर साबित होगा...
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