क्या लोगों को वैक्सीन चुनने का विकल्प मिलेगा। क्या वैक्सिनेशन सेंटर पर व्यक्ति कह सकता है कि उसे कोवैक्सीन लगवानी है या कोविशील्ड?
एम्स के वैज्ञानिक संजय राय ने खुलासा किया कि पिछले एक साल में इकट्ठा किए गए सबूतों के अनुसार, जिन लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है, उन्हें वर्तमान में वैक्सीन की जरूरत नहीं है।
कोविड-19 महामारी का प्रकोप करीब साल भर पहले शुरू होने के बाद से लगभग 200 टीकों को विकसित करने का काम जारी है।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में आज कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया जा रहा है। इसी बीच देश में कई जगह कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में आज कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि डाक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मचारिय़ों का पूरा डेटाबेस Co-WIN पर पहले ही अपलोड किया जा चुका है और इन लोगों को वैक्सीन के लिए अपना पंजीकरण करवाने की जरूरत नहीं है।
कंट्रोलर जनरल वी जी सोमानी ने कहा कि दोनों दवा कंपनियों ने अपने ट्रायल रन का डेटा जमा कर दिया है और दोनों को परमिशन दे दी गई है।
कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक (Bharat Boitech)के बीच बयानबाजी से जो विवाद खड़ा हुआ था वह अब खत्म हो चुका है और दोनो कंपनियों ने मिलकर साझा बयान जारी किया है।
ब्रिटेन में फाइजर की कोरोना वैक्सीन के बाद अब ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन प्रदान करने का अभियान शुरू हो गया है।
कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है जबकि दूसरी वैक्सीन कोवैक्सिन को भारत बायोटेक ने बनाया है। रविवार को इन दोनों वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई।
कोरोना वैक्सीन के लिए को-विन ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जानिए क्या है पूरा प्रासेस।
वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की जंग में एक निर्णायक क्षण! Serum Institute India और Bharat Biotech की वैक्सीन को DCGI की मंजूरी से एक स्वस्थ और कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा। इस मुहिम में जी-जान से जुटे वैज्ञानिकों-इनोवेटर्स को शुभकामनाएं-PM
Coronavirus Vaccine News: शुक्रवार को एक्सपर्ट कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) की कोविशील्ड को हरी झंडी दिखाई तो शनिवार को स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को सिफारिश के लिए DCGI के पास भेज दिया गया। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है।
यह देखते हुए कि भारत ने जुलाई तक 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है, क्या देश इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त खुराक खरीद सकता है?
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रविवार (3 जनवरी) को बड़ी खबर मिल सकती है। नए साल में डीसीजीआई अंतिम फैसला लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दे सकता है।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रविवार को बड़ी खबर मिल सकती है। नए साल में डीसीजीआई अंतिम फैसला लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दे सकता है।
नए साल 2021 में भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार दूसरे दिन बड़ी खबर आयी है। भारत को पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन भारत बायोटेक की Covaxin को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजरी मिल गई है।
भारत में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर अनुमति दे दी गई है। भारत में 6 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा।
पूनावाला ने कहा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को, खासकर किसी महामारी के दौर में उनके टीके को लेकर सभी प्रकार के कानूनी दावों से बचाया जाना चाहिए।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India, SII) ने रविवार को भारत में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ''कोविशील्ड'' के आपातकालीन उपयोग की औपचारिक मंजूरी मांगी है।
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