चीन में शुक्रवार को कोरोना के 3,400 से अधिक मामले सामने आए। इसके अलावा 20,700 ऐसे मामलों का भी पता चला जिन मरीजों में कोविड के कोई लक्षण नजर नहीं आए। संक्रमण के अधिकतर मामले शंघाई में आए जहां, पिछले दो सप्ताह से महामारी के फैलाव को काबू में लाने के लिए बेहद सख्त लॉकडाउन जारी है।
18 साल से कम उम्र के जिन बच्चों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उनके सैंपल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे। जानकारी के मुताबिक ये बच्चे किसी स्कूल के नहीं हैं।
कोरोना एक बार फिर डराने लगा है। देश भर में एक हफ्ते में बढ़े कोरोना के मामलों ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कोरोना की चौथी लहर आने वाली है? इसी बीच गुजरात, मुंबई समेत कई इलाकों में XE वैरिएंट से संक्रमित होने की जानकारी भी मिली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी को नहीं पता कि ‘बहरूपिया’ कोविड-19 फिर कब सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए टीकों की करीब 185 करोड़ खुराक देने का काम लोगों के समर्थन से ही संभव हो पाया।
कोरोना अभी भी देश में फैल रहा है और कई लोग इसके नए वैरिएंट का भी शिकार हो रहे हैं। हालही में ये खबर सामने आई थी कि केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है और 5 राज्यों को पत्र लिखकर अलर्ट किया है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि ये वैरिएंट काफी संक्रामक है, जो तेजी से लोगों को अपना शिकार बनाता है। गुजरात से पहले महाराष्ट्र के मुंबई में ये वैरिएंट पाया गया था।
स्वास्थ्य सचिव ने दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, केरल और मिजोरम के मुख्य सचिवों से कहा है कि बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लें। उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन तेज करने के लिए भी कहा और क्लस्टर जोन में निगरानी बढ़ाने के लिए भी कहा।
कोरोना के नए वैरिएंट के 376 नमूनों का परीक्षण किया गया था। जिनमें से 230 अकेले मुंबई के निवासी हैं। मुंबई के इन 230 मरीजों में से 21 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति बी. आर. गवई की पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने विभिन्न जिला अधिकारियों को अनाथ बच्चों और उनके परिवार के सदस्यों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए विभिन्न सिफारिशें करते हुए 19,825 पत्र लिखे हैं, लेकिन केवल 920 मामलों में कार्रवाई की रिपोर्ट मिली हैं।
पिछले 730 दिन में देश ने कोरोना के दंश को झेला। इस दौरान लोगों ने कई तरह की परिस्थितियां झेलीं, लेकिन योग के माध्यम से लोगों ने न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखा बल्कि दिमाग को भी शांत रखने का प्रयास किया और आज योग उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। स्वामी रामदेव से जानिए हर रोग से निरोग रहने का मंत्र।
मधुमेह के रोगियों को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि शुगर के मरीज का ब्लड शुगर बढ़ना और सामान्य से ज्यादा नीचे घटना दोनों ही स्थिति खतरनाक होती है। स्वामी रामदेव से जानें शुगर लेवल कम करने के अद्भुत उपाय।
हरियाणा में अब जनता द्वारा मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। इससे पहले हरियाणा में मास्क ना पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना लग जाता था। हालांकि सरकार ने ये सुझाव दिया है कि जनता को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए और मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस समय देश में कोरोना के एक्टिव केस 13,445 हैं और कोरोना से होने वाली मौतों की कुल संख्या 5,21,264 है। इस समय देश में मृत्यु दर 0.24% है। देश में अब तक कुल 1,84,52,44,856 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है।
उत्तर प्रदेश देश में कोरोना टीके की 30 करोड़ से अधिक खुराक देने वाला पहला राज्य बन गया है। ताजा आंकड़ों के अनुसार राज्य में अबतक करीब 30,02,23,000 वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं।
महाराष्ट्र में अब मास्क पहनना भी वैकल्पिक हो जाएगा। मतलब महाराष्ट्र में मास्क पहनना पूरी तरह से लोगों की इच्छा पर निर्भर करेगा। इस फैसले के बाद अब महाराष्ट्र में मास्क नहीं पहनने पर किसी प्रकार का कोई चालान नहीं किया जाएगा।
देश में 28 और लोगों की मौत के बाद, संक्रमण की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,21,129 हो गई। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 14,307 रह गई है
कोरोना के कुल मामलों की संख्या 4,30,23,215 पहुंच गई है। कोरोना के एक्टिव केस 14,704 हैं और कोरोना से कुल 4,24,87,410 लोग ठीक हो चुके हैं।
अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि कितनी तारीख से कोविड 19 की गाइडलाइंस वाली कॉलर ट्यून बंद होगी, लेकिन जल्द ही ऐसा होने की संभावना है।
भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 4,32,389 सैंपल टेस्ट किए गए। वहीं कुल टेस्टिंग 78,73,55,354 हुई हैं।
भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,685 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,16,372 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 21,530 रह गई है।
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