भारत ने कोविड महामारी के दौरान कोरोना का टीका बनाकर न सिर्फ अपने देश के लोगों की जान बचाई, बल्कि दुनिया के 100 देशों में वैक्सीन मैत्री पहल के तहत इसे उपलब्ध कराया। पीएम मोदी के इस प्रयास की अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में जमकर सराहना हो रही है। भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने इसे भारत की बड़ी मानवीय पहल बताया।
Covid Vaccine & Heart Attack: चलते-फिरते, नाचते, गाते और बात करते अचानक युवाओं और प्रौढ़ लोगों में बढ़े हृदयाघात की की वजह क्या कोरोना और कोविड वैक्सीन ही है, क्या इसी वजह से युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं ?
इंग्लैंड में 8 दिसंबर 2020 को एक रिटायर्ड कर्मचारी को पहली डोज दी गई थी, जिसके बाद वैश्विक टीकाकरण अभियान शुरू हुआ।
कोरोना के खिलाफ जंग में अब भारत को एक और वैक्सीन मिल गई है। भारत ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है।
कोविड वैक्सीनेशन टीम के साथ मारपीट की पहली घटना मनोर तहसील के गंजे जायशेठ गांव में हुई। जहां टीकाकरण अभियान को लेकर जनजागृती करने गए डॉक्टर्स और अन्य मेडीकल स्टाफ की 9 गांववालों ने पिटाई कर दी।
उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर ‘‘कुप्रबंधन’’ का भी आरोप लगाया और पूछा कि निजी अस्पतालों को टीके कैसे मिल रहे हैं जबकि राज्यों को कहा जा रहा है कि टीके खत्म हो गए हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट इस समय हर महीने कोविशील्ड वैक्सीन की 6.5 करोड़ ख़ुराक बना रहा है। जो जुलाई के अंत तक बढ़कर 11 करोड़ डोज़ तक हो जाएगी। भारत बायोटेक 19 लाख डोज़ की क्षमता के साथ शुरू हुई। इस समय हर महीने 2 करोड़ कोवैक्सिन बना रहा है।जुलाई तक वो हर महीने 5.5 करोड़ वैक्सीन बनाने लगेगा।
सरकार की तरफ से वैक्सीन को लेकर जो भरोसा दिलाया गया है उससे साफ है कि सरकार के पास वैक्सीन को लेकर नीति भी है और सबको टीका लगे इसकी नीयत भी है।
कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच का गैप 6 से 8 हफ्ते से बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते कर दिया गया है। राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकर समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को दो डोज के बीच समयांतर की घोषणा करते हुए यह बात बतायी। मंत्रालय ने कहा, लेकिन कोवैक्सीन के दो डोज के समयांतर (पहला और दूसरा डोज लगने के बीच का समय) में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
दिल धड़कने दो के अभिनेता अनिल कपूर ने हाल ही में अपने टीकाकरण की खबर साझा करने के लिए अपने इंस्टाग्राम का सहारा लिया।
याद रखें, अगर हम अपने घरों में बन्द रहें तो हम तेजी से फैलने वाले इस वायरस की चेन को तोड़ सकते हैं।
देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। भारत सरकार सभी राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध करा रही है। देश में रेमडेसिवयर वैक्सीन की कमी इसलिए हुई क्योंकि कुछ दिन पहले देश में कोरोना के मामले कम हो गए थे इस वजह से इसका उत्पादन कम हो गया था: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन
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