फिरोजाबाद जिले में प्रशासन ने टीकाकरण नहीं कराने वाले सरकारी कर्मचारियों का मई महीने का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। इस फरमान से कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
पहले शशि थरूर ने वैक्सीन अन्य देशों को देने पर सवाल उठाए थे लेकिन अब वो भारत की विश्वगुरु की भूमिका को लेकर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि जुलाई या अगस्त की शुरुआत तक कोविड-19 के पर्याप्त टीके उपलब्ध होंगे जिससे प्रति दिन एक करोड़ लोगों को टीका लगाया जा सकेगा।
प्रियंका गांधी ने दावा किया, ‘‘आज कई टीकाकरण केन्द्रों पर ताले लटके हैं एवं 18-45 साल के आयुवर्ग की आबादी को वैक्सीन लगाने का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है।’’
फिलहाल देश में दो टीकों, कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है। कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को दोनों टीकों की दो खुराक लेने की जरूरत है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि रूस के कोविड—19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की पहली खेप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जून में मिलने की संभावना है।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति एस रवीन्द्र भट की तीन सदस्यीय विशेष पीठ कोरोना वायरस के मरीजों को आवश्यक दवाओं, टीकों तथा चिकित्सीय ऑक्सीजन की आपूर्ति से जुड़े मामले का स्वत: संज्ञान ले कर सुनवाई कर रही थी।
जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मामला सामने आने के बाद 24 मई को निहा खान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था और 25 मई को निहा खान ने अपना बयान दर्ज कराया था और उस बयान के आधार पर उन्हें वैक्सीन को बर्बाद करने का दोषी पाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयु वर्ग में लोगों के टीकाकरण की गति अगले महीने के पहले हफ्ते तक धीमी रहेगी। उन्होंने कहा कि टीकों की खेप पांच से छह जून के बीच असम पहुंचने की संभावना है।
भारत बायोटेक ने कहा कि टीके का उत्पादन बढ़ाने एक कदम दर कदम आगे बढ़ने वाली प्रक्रिया है। इसमें कई तरह के नियामकीय और गुणवत्ता परक विनिर्माण व्यवहार की मानक परिचालन प्रक्रियायें शामिल हैं।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने कहा कि वह भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान में मदद के लिए 10 लाख लो डेड स्पेस (एलडीएस) सीरिंज का आयात कर रही है।
भारत अमेरिका के बाद कोविड-19 टीकों की 20 करोड़ से अधिक खुराक लगाने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को दी। मंत्रालय ने बताया कि भारत ने 130 दिन में यह टीकाकरण पूरा किया वहीं अमेरिका ने 124 दिन में इतने लोगों को टीका लगाया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि स्पुतनिक वी (Sputnik V) के विनिर्माता दिल्ली को इस रूसी कोविड निरोधी टीके की आपूर्ति करने के लिए राजी हो गए हैं लेकिन टीके की कितनी खुराक मिलेंगी यह अभी तय नहीं हुआ है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीकों की 1.77 करोड से अधिक खुराक अब भी मौजूद हैं और अगले तीन दिन में उन्हें टीकों की और एक लाख खुराकें मिल जाएंगी।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने कहा, ‘‘पिछले साल 15 अगस्त को मोदीजी ने लाल किले से भाषण में कहा कि उनकी सरकार ने टीकाकरण की पूरी योजना तैयार कर ली है। भारत के टीका उत्पादन और टीका कार्यक्रमों की विशालता के इतिहास को देखते हुए यह विश्वास करना आसान था कि मोदी सरकार इस काम को तो बेहतर ढंग से करेगी।’’
वैक्सीन की बर्बादी करने वाले राज्यों में सबसे ऊपर झारखंड और छत्तीसगढ़ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकडो़ं के अनुसार झारखंड को सप्लाई हुई कुल वैक्सीन का 37.3 प्रतिशत बर्बाद हुआ है वहीं छत्तीसगढ़ को सप्लाई की गई वैक्सीन का 30.2 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बादी हुई है।
विलियम शेक्सपियर को Pfizer-BioNTech vaccine लगाई गई थी। उनसे पहले 91 साल की मार्गरेट कीनन को वैक्सीन डोज दी गई थी, जो विश्व में ये टीका लगवाने वाली पहली व्यक्ति बनीं।
अमेरिका ने कोविड वैक्सीनेशन के मामले में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। अमेरिका में अबतक 50 फीसदी व्यस्कों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।
केंद्रशासित प्रदेशों को अपने अनुभवों से सीखने की सलाह देते हुए गृह सचिव ने उनसे जांच एवं टीकाकरण की दर में गति बनाये रखने, कोविड उपयुक्त आचरणों को लागू करने एवं चिकित्सीय अवसंरचना को मजबूत करने का परामर्श दिया।
हैदराबाद स्थित भारत बायोटक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सरकार से कहा है कि उसने कोवैक्सिन टीके को आपात उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल कराने के लिए डब्ल्यूएचओ को 90 प्रतिशत दस्तावेज जमा कर दिये हैं।
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