केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास अब भी कोविड-19 रोधी टीके की 1.63 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि अब तक विश्व भर में वितरित किए गए कोविड-19 रोधी दो अरब टीकों में से करीब 60 प्रतिशत टीके महज तीन देशों चीन, अमेरिका और भारत को मिले हैं।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को भारत में निश्चित शर्तों के साथ अध्ययन, परीक्षण तथा विश्लेषण के लिए कोविड-19 रोधी टीके स्पूतनिक वी के उत्पादन की मंजूरी दे दी है।
कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए उत्तर प्रदेश में टीकाकरण महाभियान मंगलवार को शुरू हुआ। राजधानी लखनऊ में अलग-अलग अस्पतालों में पहले से ही टीकाकरण चल रहा है। इस दौरान लखनऊ में रिकार्ड टीकाकरण दर्ज हुआ।
अध्ययन के दौरान कोविड रोधी टीके फाइजर-बायोएनटेक की एक या दोनों खुराकें ले चुके 250 स्वस्थ लोगों के रक्त में, पहली खुराक लेने के तीन महीने बाद तक एंटीबॉडी का विश्लेषण किया गया।
टिके पर मुस्लिम इलाकों में कैसी अफवाह चल रही है? देखिए अफवाह के 'इंफेक्शन' की ग्राउंड रिपोर्टl
राजस्थान के पाली में जिन दो वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की बर्बादी की रिपोर्ट इंडिया टीवी पर दिखाई थी, उस मामले में पाली कलक्टर ने जांच का आदेश दिया है।
अमेरिकी सरकार ने 3 जून को अपनी कोविड वैक्सीन सप्लाई साझा करने की योजना का ऐलान किया. व्हाइट हाउस ने एक बयान में पूरा फ्रेमवर्क बताया है कि किस तरह जून 2021 के अंत तक अमेरिका कम से कम 8 करोड़ डोज दुनियाभर में देगा.
कोरोना वायरस के जिस वैक्सीन की आज देश को सबसे ज्यादा जरुरत है वो वैक्सीन कूड़े में फेंकी जा रही है। जिस वैक्सीन से किसी की जान बच सकती है उस वैक्सीन के भरे हुए वायल जमीन में 12 फीट नीचे दबाए जा रहे हैं।
शाह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी जो टीका नहीं लगवाएंगे, उनकी जुलाई से तनख्वाह रोक ली जाएगी।
अप्रैल और मई के दौरान शहर में तीन नगर निगमों द्वारा 34,750 से अधिक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए, जब दूसरी कोविड -19 लहर उग्र थी।
अमेरिका में संक्रामक रोग के विशेषज्ञ डॉ.एंथोनी फाउची ने पिछले सप्ताह कहा था कि टीके से अनंतकाल के लिए सुरक्षा नहीं मिल सकती। ‘फाइजर’ और ‘मॉर्डना’ के अधिकारियों ने बताया कि लोगों को शायद अन्य संक्रामक रोग की तरह हर साल इसके टीके लेने पड़ सकते हैं।
ANI की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अगस्त से दिसंबर तक वैक्सीन की खुराक का निर्माण और स्टॉक किया जाना तय है। गुरुवार को हेल्थ मिनिस्ट्री के बयान के अनुसार, वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार द्वारा बायोलॉजिकल-ई को 1,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया जाएगा।
कोविड वैक्सीनेशन टीम के साथ मारपीट की पहली घटना मनोर तहसील के गंजे जायशेठ गांव में हुई। जहां टीकाकरण अभियान को लेकर जनजागृती करने गए डॉक्टर्स और अन्य मेडीकल स्टाफ की 9 गांववालों ने पिटाई कर दी।
देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं, जुलाई तक हर रोज 1 करोड़ लोगों को लगेगा टीका
भारत सरकार ने वर्ष के अंत तक 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण करने की अपनी योजना की घोषणा की है। लक्ष्य कितना महत्वाकांक्षी है और क्या इसे प्राप्त करना संभव है?
कोरोना महामारी से बचने के लिए करोड़ों लोगों ने तमाम आशंकाओं और भय को परे रखकर कोरोना वैक्सीन लगवाई और सबके लिए मिसाल बने। इन्हीं में से एक रेहते बेगम हैं, जिन्होंने 124 साल की उम्र में टीका लगवाया।
केरल में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 19,661 नये मामले सामने आये, जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 25,35,975 हो गयी है। इसके साथ ही प्रदेश में 213 लोगों की मौत हो गयी जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 9,222 पर पहुंच गयी।
मुस्लिम समुदाय में टीके की हिचकिचाहट का आस्था से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि धार्मिक विद्वानों ने कोविड टीकाकरण अभियान का समर्थन किया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल के अंत तक 18 साल से अधिक उम्र की समूची आबादी को वैक्सीनेट कर लेने के केंद्र के दावे को जुमला बताया और जोर दिया कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों को निशुल्क वैक्सीन देने चाहिए।
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