विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोविशील्ड के नकली वर्जन की पहचान की गई है।जुलाई और अगस्त के बीच भारत और अफ्रीका में अधिकारियों ने खुराक को जब्त कर लिया है।
क्लिनिकल पूर्व अध्ययनों में भी टीका सुरक्षित पाया गया था। पशुओं पर हुए अध्ययन में टीका एंटीबॉडी का उच्च स्तर बनाने में सफल रहा। कोविड-19 टीके के विकास के लिए मिशन कोविड सुरक्षा की शुरुआत की गई थी।
पूनावाला ने यह भी कहा कि वह कोरोना वायरस के 2 अलग-अलग वैक्सीन की खुराक देने के पक्ष में नहीं हैं।
दुनियाभर में कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना के खिलाफ जंग में बूस्टर डोज की भी जरूरत पड़ सकती है। भारत में भी बूस्टर डोज (Booster Dose) की जरूरत को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है।
जायडस कैडिला ने पिछले महीने अपनी कोविड-19 वैक्सीन जायकोव-डी के आपातकालीन उपयोग के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से मंजूरी के लिए आवेदन किया था।
कोरोना के खिलाफ जंग में अब भारत को एक और वैक्सीन मिल गई है। भारत ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोविड-19 वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है।
देश में मंगलवार को कोविड-19 वैक्सीन की 51.51 लाख खुराक दी गई जिसके बाद दी गई कुल खुराक की संख्या 48 करोड़ से अधिक हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
देश भर में सोमवार को वैक्सीन की 53.67 लाख खुराक दी गयी जिसके बाद दी गई कुल डोज की संख्या 47.78 करोड़ से अधिक हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शाम सात बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 18 से 44 साल आयु वर्ग में 27,76,234 लोगों को पहली डोज दी गयी जबकि 4,82,253 लोगों को दूसरी डोज दी गयी।
देश में अब तक कोविड-19 वैक्सीन की 46 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। शाम सात बजे की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को वैक्सीन की 44,38,901 खुराक दी गई।
मध्य प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10 नए मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,91,806 तक पहुंच गयी।
बच्चों की वैक्सीन को लेकर अभी तक जो जानकारी सामने आई थी उसके अनुसार सितंबर तक वैक्सीन उपलब्ध होने की बात कही गई थी लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्री का बयान बता रहा है कि एक महीना पहले ही बच्चों की वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।
मुंबई में COVID टीकाकरण केंद्रों के बाहर लोगों की लंबी कतार लगने से शहर में फिर से टीकों की कमी हो गई है। धारावी में बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) टीकाकरण केंद्र में रविवार सुबह असामान्य भीड़ देखी गई क्योंकि लोग केंद्र से सटे सड़क पर कतारबद्ध थे। मुंबई जुलाई की शुरुआत से ही टीकों की कमी का सामना कर रहा है।
बच्चों की कोरोना वैक्सीन और देश में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर कब आएगी? इसको लेकर शुक्रवार को दिल्ली ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बड़ा अपडेट दिया है। AIIMS के निदेशक गुलेरिया ने कहा कि मेरा मानना है कि देश में बच्चों के लिए सितंबर तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।
Zydus Cadila की कोविड वैक्सीन को अभी इमरेंजसी अप्रूवल मिलने में कुछ और दिन का समय लग सकता है।
फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद लार में बनने वाले एंटीबॉडी के एक नए अध्ययन से पता चला है कि टीके की दूसरी खुराक और चिंता के नए रूपों से निपटने के लिए टीके को अपडेट करना महत्वपूर्ण है।
आम लोग हकीकत जानना चाहते हैं कि क्या वाकई में वैक्सीन की कमी है? क्या लोगों को वैक्सीन लग रही है? सबको वैक्सीन कब तक लग पाएगी?
सरकार ने टीकाकरण और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने पर शुक्रवार को जोर देते हुए कहा कि महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, इसलिए सतर्कता में ढिलाई नहीं बरतें।
देश में अब गर्भवती महिलाएं भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकती हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह की सिफारिशों के आधार पर यह मंजूरी दी है।
भारत के औषधि नियामक ने रूस के कोविड वैक्सीन स्पूतनिक लाइट के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है जो एकल खुराक वाला वैक्सीन है। विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की बैठक में सुझाई गईं सिफारिशों के अनुसार स्पूतनिक लाइट वैक्सीन भी उन्हीं तत्वों से बना है जिनसे स्पूतनिक वी बना है।
जब से कोरोना महामारी शुरू हुआ है तब से अफवाहों का दौर भी शुरू हो गया है। पहले महामारी को लेकर तरह-तरह की अफवाहें उड़ रहीं थीं और अब कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अफवाहें सामने आ रही हैं।
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