एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, NPPA को टीकों की कीमत सीमित रखने की दिशा में काम करने को कहा गया है।
मुंबई में बेस्ट की बसों में जिन यात्रियों के पास कोविड वैक्सीन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट है, सिर्फ उन्हीं यात्रियों को यात्रा करने की इजाजत दी जा रही है।
वैक्सीन निर्माता कंपनी ने उन लोगों के लिए बूस्टर डोज का प्रस्ताव दिया है, जिन्हें पहले से ही कोविशील्ड और कोवैक्सिन टीके के साथ कोविड वैक्सीन लगाई गई है।
मुंबई में भी 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है।
भार्गव ने कहा कि संकर प्रतिरक्षा, जो टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण के परिणामस्वरूप विकसित होती है, दूसरी खुराक के बाद एक मजबूत प्रतिक्रिया और मजबूत एंटीबॉडी अनुमापांक तैयार करती है।
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की विषय विशेषज्ञ कमेटी ने काफी विचार-विमर्श के बाद कोवैक्स को इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी देने की सिफारिश की।
INSACOG ने सुझाव दिया कि प्रभावित क्षेत्रों से आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जाए, उनके सम्पर्क में आए लोगों की पहचान करें और जांच बढ़ाएं।
सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत जनसंख्या को पहली डोज मिल चुकी है और 91.9 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
यह पहला मौका है जब यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने बच्चों के टीकाकरण के लिए किसी कोविड टीके को मंजूरी दी है। एजेंसी ने कहा कि उसने पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण के लिए कोविड-19 टीके ‘कॉमिरनेटी’ को मंजूरी दी है।
उत्तर प्रदेश ने कोरोना के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश में अबतक कुल 15 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाए जा चुके हैं।
पूरी दुनिया में जिस-जिस देश में लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई, जहां-जहां कम लोगों का वैक्सीनेशन हुआ, वहां सबसे ज्यादा मौतें हुईं।
खंडवा आबकारी विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि शराब खरीदने वालों को दोनों कोरोना टीके लगे होने के बाद ही उन्हें शराब दी जाएगी। खंडवा जिले की 56 देसी शराब दुकानों और 19 विदेशी शराब की दुकानों पर ये आदेश लागू कर दिया गया है।
कोरोना वैक्सीन के लिए अब बॉलीवुड स्टार सलमान खान अपील करते नजर आ रहे हैं। एक वीडियो में सलमान खान लोगों से कोरोना की वैक्सीन लगवाने की अपील करते नजर आ रहे हैं। दरअसल महाराष्ट्र के मुस्लिम इलाकों में कोरोना वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट देखी जा रही है। जिसके बाद उद्धव सरकार ने सलमान खान की मदद लेने का फैसला लिया है।
इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘जायकोव-डी, जिसे भारत के औषधि नियामक ने 12 वर्ष और अधिक आयु के लोगों को देने की मंजूरी दी है, वह राष्ट्रीय कोविड रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी केवल वयस्कों को ही लगाया जाएगा।’’
एक सूत्र ने बताया, ‘‘कंपनी और सरकार की बार- बार की बातचीत के बाद, टीके की प्रत्येक खुराक की कीमत 358 रुपये निर्धारित की गयी है, जिसमें 93 रुपये का एक डिस्पोजेबल जेट एप्लीकेटर भी शामिल है । इस मामले में अंतिम निर्णय इस सप्ताह होने की संभावना है।’’
भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका व ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा तैयार कोविशील्ड का भारत में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है। मोदी ने महामारी के दौरान 150 देशों को की गई चिकित्सा आपूर्ति और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को कायम रखने में भारत के योगदान को भी रेखांकित किया।
इस बीच ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका या फाइजर के वैक्सीन की तुलना में कोविड -19 से तंत्रिका तंत्र संबंधी दुर्लभ स्थितियों का कारण बनने की अधिक संभावना है।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए अधिवक्ता नितिन एएम ने अपनी दलीलों में कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के बगैर बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन की अनुमति देना नियमों का उल्लंघन है और कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन वैक्सीन नुकसानदेह और गैरकानूनी है।
कोविड वैक्सीन की सबसे ज्यादा खुराक देने वाले शीर्ष पांच प्रदेशों में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। इसके बाद महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा खुराक दी गई।
बयान में कहा गया कि राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई थी कि वे उन जिलों को प्राथमिकता दें, जहां वैक्सीन कम लगे हैं और अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीनेशन केन्द्रों की जरूरत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच में सुधार की आवश्यकता का पता लगाएं।
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