एक महत्वपूर्ण कदम में, भारत सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि 18 मई से ऊपर के सभी व्यक्ति 1 मई, 2021 से COVID-19 वैक्सीन खुराक प्राप्त करने के लिए पात्र होंगे।
देश में तेजी से फैलते कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोरोना टीकाकरण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से 18 साल से ऊपर वाले भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे। भारत सरकार ने 1 मई से COVID-19 टीकाकरण के तीसरे चरण के रणनीति की घोषणा की। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग टीका लगवा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टरों की बैठक के बाद ये बड़ा फैसला लिया है। मोदी सरकार ने देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेज करने के इस फैसले से बड़ी राहत मिल सकती है।
देश के कई हिस्से में टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव की मामूली घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कुछ मामलों में गंभीर प्रतिकूल प्रभाव भी हुए जिस कारण मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश भर में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों और कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के मद्देनजर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपालों व उपराज्यपालों से संवाद किया।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को बताया कि उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक ले ली है।
याद रखें, अगर हम अपने घरों में बन्द रहें तो हम तेजी से फैलने वाले इस वायरस की चेन को तोड़ सकते हैं।
देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। भारत सरकार सभी राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध करा रही है। देश में रेमडेसिवयर वैक्सीन की कमी इसलिए हुई क्योंकि कुछ दिन पहले देश में कोरोना के मामले कम हो गए थे इस वजह से इसका उत्पादन कम हो गया था: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन
अस्पताल को 12 अप्रैल को वैक्सीन की डोज मिली थी, लेकिन उसी दिन हुई गिनती में 320 डोज कम पाई गईं।
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। फिर भी कोरोना वैक्सीन को लेकर कई सवाल बने हुए हैं। अब रमजान भी शुरू होने वाले हैं। ऐसे में कई लोग रमजान में महीने भर तक रोजा रखेंगे। अब लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि इस दौरान वैक्सीन लगवाने पर रोजा तो नहीं टूट जाएगा?
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी आखिरकार वैक्सीन का टीका लगवा लिया है। मंगलवार को राकेश टिकैत ने वैक्सीन की पहली डोज ली और इसके लिए उन्होने दिल्ली-यूपी बॉर्डर के पास वाला अस्पताल चुना।
देश में फिलहाल कोरोना के 11 लाख से ज्यादा एक्टिव मामले हैं। इससे Remdesivir की मांग में तेज उछाल देखने को मिला है। मांग में आई तेजी से इसकी कई जगह किल्लत भी देखने को मिली है, इसी वजह से निर्यात पर रोक लगाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक प्रदेश में एक दिन में 4 लाख वैक्सीन की डोज दी जा सकती है। वहीं स्टॉक में 6.36 लाख वैक्सीन है इससे मौजूदा क्षमता के आधार पर प्रदेश के पास सिर्फ दो दिन का स्टॉक बचा है।
डॉक्टर गुलेरिया का मानना है कि वैक्सीन कोई सॉल्यूशन नहीं है, इसे लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो सकते हैं। उन्हें नॉर्मल फ्लू जैसी स्थिति हो सकती हैं लेकिन उनकी मौत की संभावना बेहद कम हो जाएगी।
कोरोना वैक्सीनेशन की पहल देश के अंदर शुरू हो गई है। सरकार की तरह से ज्यादा उम्र के लोगों को इसके लिए वरीयता दी जा रही है, यानी जिनकी उम्र ज्यादा है उन्हें पहले वैक्सीन लगाई जाए।
कोविड वैक्सीन कहां लगवाएं? उसके लिए रजिस्टर कैसे करें? क्या क्या डॉक्यूमेंट्स लगेंगे? हमें कौन सी वैक्सीन लगेगी? कौन सी वैक्सीन बेहतर है? क्या वैक्सीनेशन कराने में पैसे लगेंगे या ये फ्री है? क्या वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स हैं? इन तमाम सवालों का जवाब यहां देखिए।
अगर आप भी कोविड वैक्सीन लगवाना चाहते हैं और आपके मन में कई सवाल हैं, तो ये वीडियो देखिए। इंडिया टीवी संवाददाता ज्योति जायसवाल की खास रिपोर्ट।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाई जाए और टीके निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने आठ अप्रैल की तिथि वाले इस पत्र में यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से सही तरीके से क्रियान्वयन न किए जाने और उसमें लापरवाही के कारण टीकाकरण का प्रयास कमजोर पड़ता दिख रहा है।
केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेशी फार्मा कंपनियों द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि बतौर पार्ट टाइम राजनीतिज्ञ फेल होने के बाद अब राहुल गांधी फुल टाइम लॉबिंग करने लगे हैं।
मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन और बिजनेस पर पाबंदियों के कारण हजारों प्रवासी मजदूरों ने बसों और ट्रेनों से अपने घरों के लिए लौटना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाई जाए और टीके निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाए।
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