कांग्रेस ने जहां बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगाया है कि WHO के कहने के बावजूद कोविशील्ड के दुष्प्रभावों का डेटा एकत्र नहीं किया गया, तो वहीं बीजेपी ने कहा है कि कोविड रोधी टीकों से खून का थक्का नहीं जमता है।
भारत ने कोविड महामारी के दौरान कोरोना का टीका बनाकर न सिर्फ अपने देश के लोगों की जान बचाई, बल्कि दुनिया के 100 देशों में वैक्सीन मैत्री पहल के तहत इसे उपलब्ध कराया। पीएम मोदी के इस प्रयास की अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में जमकर सराहना हो रही है। भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने इसे भारत की बड़ी मानवीय पहल बताया।
विश्व का पहला इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC लॉन्च हो गया है। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भारत के अनुसंधान और नवाचार कौशल की तारीफ करते हुए काफी कुछ कहा।
चीन की वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ बेअसर साबित हुई हैं और यही वजह है कि कोविड एक बार फिर वहां कहर ढा रहा है।
इरडा ने बीमा कंपनियों से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के जरिये कोविड महामारी की रोकथाम के लिये अपनाये जाने वाले व्यवहार को प्रोत्साहित करने को कहा।
भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को भारत सरकार ने अपने वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए इसे ‘बूस्टर’ डोज के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
भारत सरकार ने अब नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी है। नेजल वैक्सीन को नाक के जरिये स्प्रे करके दिया जाता है।
Covid Vaccine & Heart Attack: चलते-फिरते, नाचते, गाते और बात करते अचानक युवाओं और प्रौढ़ लोगों में बढ़े हृदयाघात की की वजह क्या कोरोना और कोविड वैक्सीन ही है, क्या इसी वजह से युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं ?
Sheikh Hasina: रोहिंग्या मुसलमान बांग्लदेश के लिए बोझ बन गए हैं। हसीना ने कहा कि उन्हें ये उम्मीद है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में खास भूमिका निभा सकते हैं। शेख हसीना सोमवार से 4 दिन के दौरे पर भारत आ रही हैं।
Now End of corona: दुनिया भर में प्रलयकारी मौतों का सबब बने कोरोना का अब आखिरी वक्त आ गया है। लंबे समय से कोरोना की काट ढूंढ़ने में लगे वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हाथ लगने का दावा किया है।
Big update on Corona virus: करीब तीन वर्षों से कोरोना महामारी से परेशान देश और दुनिया के लोगों के लिए अब तक की सबसे बड़ी खबर है। वैज्ञानिकों का दावा है कि कोरोना वायरस अब उतना खतरनाक नहीं रह गया है, बल्कि यह अब सामान्य एन्फ्लूएंजा की तरह हो गया है।
Corona Booster Dose: कोविड-19 टीके की दूसरी एवं एहतियाती खुराक (Booster Dose) के बीच अंतराल 9 महीने से घटाकर 6 महीने कर दिया है।
Covid Vaccination: अभी हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारत में कोरोना के कुल 197 करोड़ से भी अधिक डोज लगाए गए हैं।
इंग्लैंड में 8 दिसंबर 2020 को एक रिटायर्ड कर्मचारी को पहली डोज दी गई थी, जिसके बाद वैश्विक टीकाकरण अभियान शुरू हुआ।
सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई कैंसर की इस वैक्सीन का आज परीक्षण होना है। अगर परीक्षण में ये वैक्सीन पास होती है तो देश के लिए राहत की खबर होगी।
स्टडी में जून 2021 में फाइजर या एस्ट्राजेनेका की शुरुआती खुराक लेने के बाद 166 ऐसे लोगों को चुना गया जिन्होंने तीसरी डोज के तौर पर फाइजर का टीका लिया था।
DCGI ने पिछले साल 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी।
भारत और मालदीव ने शनिवार को एक-दूसरे के COVID-19 वैक्सीन प्रमाण पत्रों को पारस्परिक रूप से मान्यता देने पर सहमती जताई है. ये एक ऐसा कदम है जो दोनों देशों के बीच आसान यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देगा।
एक आधिकारिक सूत्र ने आवेदन में सिंह द्वारा किए गए उल्लेख के हवाले से कहा,“ हम 18 या इससे अधिक उम्र की स्वीकृत आयु के अलावा, 12 से 17 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए आपात स्थिति में ‘कोवोवैक्स’ के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी के वास्ते आवेदन जमा कर रहे हैं और साथ में दस्तावेज़ भी प्रस्तुत कर रहे हैं।”
अमेरिका में सीडर-सिनाई मेडिकल सेंटर के शोधकर्ता मैथ्यू मोड्स ने कहा कुल मिलाकर वैक्सीन लगे मरीजों को ओमिक्रॉन लहर में आईसीयू में भर्ती होने की कम आवश्कता पड़ी थी।
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