अदालत ने हालांकि कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर ‘क्लीनिकल ट्रायल’ के लिए 12 मई को दी गई अनुमति पर कोई भी अंतरिम आदेश पारित करने से इनकार कर दिया।
नीति आयोग के सदस्य-स्वास्थ्य डॉ. वीके पॉल ने दिन में मीडिया को संबोधित करते हुए इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने कहा- “कोवैक्सिन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के लिए अनुमति मिल गई है। मुझे बताया गया है कि ट्रायल अगले 10-12 दिनों में शुरू हो जाएगा।
डॉ. वीके पॉल ने बताया कि '2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन (COVAXIN) के क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अनुमति मिल गई है।
भारत में कोविशील्ड टीका लगाए जाने के बाद रक्तस्राव और खून के थक्के जमने (ब्लीडिंग और ब्लड क्लॉटिंग) के 26 संभावित प्रतिकूल प्रभाव के मामले सामने आए हैं।
कोरोना वायरस को हराने के लिए देशभर में तेजी से वैक्सीनेशन ड्राइव जारी है। कोरोना के लिए मुख्य तौर पर दो तरह की वैक्सीन लगाई जाती है। पहली कोवैक्सीन और दूसरी कोवीशील्ड। लेकिन, अब लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि वैक्सीन लगवाने के बाद क्या वो पूरी तरह से सुरक्षित हैं? इंडिया टीवी के कार्यक्रम कोरोना कंट्रोल कॉन्फ्रेंस में एलएनजीपी के डायरेक्टर डॉ.सुरेश कुमार और फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर कौशलकांत मिश्रा ने क्या बताया देखिए वीडियो...
कोवैक्सीन टीके का निर्माण करनेवाली कंपनी भारत बायोटेक की सहयोगी फर्म बायोवेट अगस्त के अंत तक पुणे के मंजरी स्थित प्लांट से टीके का उत्पादन शुरू कर देगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने पड़ताल के बाद विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर 2 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए कोवैक्सीन (Covaxin) के दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षण को मंजूरी दे दी है।
भारत का कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम कैसे आगे बढ़ेगा, सरकार टीकाकरण की कमी को हल करने के लिए क्या कदम उठा रही है और राष्ट्र के टीकाकरण अभियान पर क्या राजनीति उचित है। देखिए मुक़ाबला
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान देश में कई जगहों पर बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने के मामले बढ़े हैं, ऐसे में बच्चों के लिए भी कोरोना वैक्सीन की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इसी मांग को ध्यान में रखते हुए देश के दवा रेग्युलेटर ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पूर्ण रूप से देश में विकसित की गई कोरोना वैक्सीन Covaxin के बच्चों पर दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी है।
DCGI की मंजूरी के बाद देशभर में Covaxin ट्रायल 525 स्वस्थ बच्चों पर किया जाएगा। ट्रायल के लिए बच्चों को वैक्सीन की 2 डोज दी जाएगी, पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28वें दिन दी जाएगी।
महाराष्ट्र के जालना जिले में एक बुजुर्ग को दो अलग-अलग वैक्सीन लगा दी गईं। बुजुर्ग को पहली डोज कोवैक्सीन की दी गई जबकि दूसरी डोज कोविशील्ड लगाई गई।
भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि कोविड टीकों की आपूर्ति के संबंध में कंपनी की नीयत को लेकर कुछ राज्यों द्वारा शिकायत किया जाना काफी निराशाजनक है।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच केंद्र सरकार कोविड-19 के टीकों का उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
बिबकोल यानि भारत इम्यूनोजिकल एंड बायोलॉजिकल लिमिटेड (BIBCOL) भारत सरकार की ही कंपनी है और अभी तक यह देश में पोलियो वैक्सीन का उत्पादन करती है। लेकिन देश में इस समय कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा जरूरत समझी जा रही है, ऐसे में BIBCOL को कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए कहा गया है।
Bharat Biotech Covid Vaccine Covaxin: हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता संस्थान ने ट्वीट कर कहा कि हमारे प्रयासों में कमी नहीं आएगी, हम अपने टीके की निरंतर आपूर्ति जारी रखेंगे।
एक विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को 2-18 आयुवर्ग के लिए भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके कोवैक्सीन के दूसरे/तीसरे चरण के लिए परीक्षण की सिफारिश की।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच पिछले कुछ दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में संक्रमण के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि अभी भी दिल्ली में हर रोज मिलने वाले कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15 हजार से ऊपर बनी हुई है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि मंगलवार को 100 और बेड उपलब्ध कराए जाएंगे।
तीसरे और टीकाकरण का सबसे बड़ा चरण सोमवार को दिल्ली में शुरू होगा। 18-45 आयु वर्ग के लोगों को कोरोनोवायरस के खिलाफ टीका दिया जाएगा। इस श्रेणी के लगभग 90 लाख लोग टीके के लिए पात्र होंगे।
कोरोना वैक्सीन के दाम को लेकर जारी विवाद के बीच एक राहत भरी खबर आयी है। भारत बायोटेक की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, राज्य सरकारों को COVAXIN 400 रुपए प्रति डोज़ मूल्य पर उपलब्ध होगी।
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