आज के समय में भ्रष्टाचार एक बीमारी बन गया है। किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार जोरों पर चल रहा है। इसके कारण एक आम इंसान सबसे ज्यादा पीड़ित है। इसलिए सभी को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मुहिम से जुड़कर जागरुक रहना चाहिए।
वैश्विक भ्रष्टाचार से निपटने के लिए गठित बर्लिन स्थित गैर-लाभकारी संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार का स्तर स्थिर है।
एक सर्वे में शामिल कुल कंपनियों में से 80 फीसदी ने कहा है कि 2015-16 में वह भ्रष्टाचार से जुड़े धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआई) की रिपोर्ट “करप्शन परसेप्शंस इंडेक्स 2015” में दुनिया की दो-तिहाई देशों को 100 में से 50 अंक से भी कम दिया गया है।
मोदी ने कहा कि सरकार ने 45 वरिष्ठ अधिकारियों को सरकारी कामकाज और जनसेवा में असंतोषजनक प्रदर्शन के कारण या तो हटा दिया है या उनकी पेंशन काट ली गई है।
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