18 अक्टूबर तक पतंजलि ने कोरोनिल किट की 25 लाख यूनिट बेच ली हैं, जिससे कंपनी को 250 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है।
स्वामी रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि ने 'कोरोनिल' नामक आयुर्वेदिक दवा की घोषणा की जो कोरोना वायरस को जड़ों से खत्म करने का दावा करती है। स्वामी रामदेव ने बताया कि कैसे कोरोनिल का सेवन करें।
केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पतंजलि कोरोनिल दवाई को केवल शरीर की ‘रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने' वाली बताकर बेच सकता है। पतंजलि आयुर्वेद के योग गुरु रामदेव ने बुधवार को कहा कि कोरोनिल दवाई की बिक्री पर आयुष मंत्रालय द्वारा कोई प्रतिबंध नहीं है।
इंडिया टीवी आपको पतंजलि रिसर्च सेंटर के अंदर ले जाता है, जहां योग गुरु स्वामी रामदेव लैब दिखाते हैं जहां पतंजलि द्वारा कोरोनिल का अनुसंधान और निर्माण किया जा रहा है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि की COVID-19 दवाएं कोरोनिल और स्वसारी अब पूरे भारत के बाजारों में उपलब्ध होंगी। आयुष मंत्रालय के साथ होने वाले सभी विवादों को सुलझा लिया गया है।
स्वामी रामदेव ने कोरोनिल को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी सफाई दी। स्वामी रामदेव ने कहा कि अब ये दवा बिनी किसी अड़चन के पूरे देश में मिलेगी।
स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में कोरोनिल ने जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। साथ ही कोरोनिल से जुड़े उन्होंने सारा डाटा आयुष मंत्रालय को दे दिया है।
स्वामी रामदेव ने बताया कि कोरोनिल दवा से इम्युनिटी मजबूत होती है। श्वसारि वटी से सर्दी जुकाम दूर होता है और अणु तेल से श्वसन नली में मौजूद वायरस पेट में पहुंचते हैं और वहां एसिड इसे खत्म कर देता है।
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