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टाइफाइड या फिर कोरोना के कारण कई लोगों को लंबे समय कर बुखार की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई लोगों को शरीर अधिक कमजोर हो जाता है। स्वामी रामदेव से जानिए कैसे पाएं इस समस्या से निजात।
दुनिया भर में कोरोना महामारी का एपिसेंटर या हॉटस्पॉट रहा यूरोप अब न्यू नॉर्मल की तरफ कदम बढ़ा रहा है, लेकिन सावधानी के साथ। इन देशों में जैसे-जैसे टीकाकरण रफ्तार पकड़ रहा है, वैसे-वैसे महामारी फैलने की रफ्तार भी धीमी होती जा रही है। कई देश घूमने-फिरने पर लागू प्रतिबंधों को हटा रहे हैंं।
कोविड-19 के रूसी टीके स्पूतनिक वी की दूसरी खेप रविवार को यहां राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंची।
भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए टीके सबसे आवश्यक हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है की भारत हर महीने इतने बड़े स्तर वैक्सीन प्रोडक्शन कैसे करेगा? देखिए रिपोर्ट I
कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर लोग घरों पर वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे तरह-तरह के नुस्खे आजमा रहे हैं। लेकिन कोई भी नुस्खा अपनाने से पहले उसके बारे में ठीक से जानकारी कर लेना आपकी सेहत के लिए बेहतर होगा। क्योंकि कुछ चीजें आपके स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव भी डाल सकती हैं।
देश कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से अभी निकल नहीं पाया है कि इसके तीसरे लहर के बारे में बातें की जाने लगी हैं। कई एक्सपर्ट्स ने भी ये कहा है कि महामारी की तीसरी लहर आनी तय है लेकिन तीसरी लहर के लिए भारत कितना तैयार है? जानिए I
कोरोना का इंफेक्शन ख़त्म होने के बाद भी कई तरह की परेशानियां लंबे समय तक रह सकती हैं जिनमें ब्लैक फंगस भी एक है। कोरोना से ठीक होने के बाद किन बातों का रखें ध्यान? जानिए डॉक्टर्स से।
देश के कई हिस्सों में कोरोना वैक्सीन की कमी का मामला देखने को मिल रहा है. लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. कई लोग इस वजह से वैक्सीन का दूसरा डोज भी समय पर नहीं ले पा रहे हैं.
इंडिया टीवी से खास बातचीत में भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने बताया कि क्रिकेट के मैदान पर फेलियर से लड़ने के लिए जैसे मैंटल स्ट्रेंथ मजबूत होना जरूरी है, वैसे ही कोरोना को मात देने के लिए भी यह चीज काम आती है।
मेडिटेशन से कैसे दूर होगी कोरोना की हर टेंशन, कोरोना काल में क्या हो 'आर्ट ऑफ़ लिविंग'? श्री श्री रवि शंकर से जानिएI
इंडिया टीवी के खास शो में स्वामी रामदेव ने बताया कि कैसे कोरोना से होने वाले डिप्रेशन और पैनिक अटैक से बचें।
कोरोना के हाई टेंशन वाले माहौल में कैसे लाएं अनलिमिटेड हैप्पीनेस, मन की शक्ति से कोरोना को कैसे हराएं? सिस्टर शिवानी से जानिए I
नए मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 311170 नए केस दर्ज किए गए हैं, जिस वजह से देश के कुल कोरोना मामलों का आंकड़ा 24684077 दर्ज किया गया है। हालांकि कोरोना के मरीजों की पहचान के लिए पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 18.32 लाख से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं और इसमें 3.11 लाख लोग पॉजिटिव आए हैं, यानि देश में कोरोना वायरस का पॉजिटिविटी रेट घटकर 16.97 प्रतिशत रह गया है।
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब धीरे धीरे शांत होने लगी है, पिछले 24 घंटों के दौरान देश में न सिर्फ कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी आई है बल्कि कोरोना के एक्टिव मामलों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि कोरोना से होने वाली मौतें अभी भी चिंता का विषय बनी हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में 55344 की कमी आई है और अब देश में कोरोना के कुल एक्टिव मामले घटकर 3618458 दर्ज किए गए हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार शाम में कहा कि चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ और मजबूत हो गया है और यह गुजरात तट एवं केंद्र शासित प्रदेश दमन-दीव एवं दादरा-नगर हवेली तट की ओर बढ़ रहा है। IMD ने कहा कि तूफान के शनिवार देर रात तक ‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील होने की संभावना है। विभाग ने कहा कि इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 18 मई की दोपहर के आसपास पोरबंदर और नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है।
पूरा देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। लेकिन, अब थोड़ी राहत भरी खबर आई है। दरअसल, बीते 4 दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मिलने वाले नए मामलों की संख्या में कमी आई है। इतना ही नहीं, ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ी भी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शनिवार को यह जानकार दी।
क्या भारत कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बच सकता है और अगर तीसरी लहर आती है तो टीकाकरण की क्या भूमिका होगी?
'ब्लैक फंगस' एक ऐसा गंभीर रोग है जो कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है। महाराष्ट्र और गुजरात सहित कई राज्यों में ये बीमारी अब तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इसे म्यूकरमाइकोसिस भी कहा जाता है।
कोरोना वायरस को हराने के लिए देशभर में तेजी से वैक्सीनेशन ड्राइव जारी है। कोरोना के लिए मुख्य तौर पर दो तरह की वैक्सीन लगाई जाती है। पहली कोवैक्सीन और दूसरी कोवीशील्ड। लेकिन, अब लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि वैक्सीन लगवाने के बाद क्या वो पूरी तरह से सुरक्षित हैं? इंडिया टीवी के कार्यक्रम कोरोना कंट्रोल कॉन्फ्रेंस में एलएनजीपी के डायरेक्टर डॉ.सुरेश कुमार और फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर कौशलकांत मिश्रा ने क्या बताया देखिए वीडियो...
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