बैठक में पीएम मोदी देशभर में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे। कोरोना वायरस की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच पीएम मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ यह पहली बैठक है।
हैरिस अपने निवास पर पृथकवास में रहेंगी लेकिन काम करती रहेंगी और संक्रमणमुक्त होने के बाद ही व्हाइट हाउस लौटेंगी।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर 12 बजे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे। देश में पिछले एक हफ्ते से लगातार दो हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होने वाली इस बैठक में पीएम मोदी कोरोना के फैलने से रोकने के लिये उपायों और तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और उनके मंत्रालय से संबंधित अधिकारियों के भी शामिल होने की संभावना है।
पिछले कुछ दिन में दिल्ली में संक्रमण के मामलों में तेजी देखी गई और उपचाराधीन मरीजों की संख्या 11 अप्रैल को 601 थी जो बढ़कर 3,975 हो गई है। हालांकि आंकड़ों के अनुसार अस्पताल में भर्ती होने की दर अब तक कम रही है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यन ने रविवार को बताया कि तमिलनाडु में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन सोमवार को सभी जिला कलेक्टरों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
दिल्ली में दो दिनों से कोरोना के एक हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इन आंकड़ों ने सरकार और जनता की चिंता बढ़ा दी है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में 22,714 लोगों की कोरोना जांच की गई है।
कम्प्यूटेशनल मॉडलिंग द्वारा प्रारंभिक विश्लेषण आईआईटी-मद्रास के गणित विभाग और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर कम्प्यूटेशनल मैथमेटिक्स एंड डेटा साइंस द्वारा किया गया
इन रोगियों में संक्रमण औसतन 73 दिनों तक बना रहा, लेकिन 2 रोगियों में संक्रमण एक साल से भी ज्यादा वक्त तक लगातार बना रहा।
DCGI ने पिछले साल 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी।
दिल्ली में मंगलवार को कोविड के 632 मामलों के साथ संक्रमण दर 4.42 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 467 पर पहुंच गई है। जिले में अब तक 99,257 लोग कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में चुके हैं, जिनमें से 98,300 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में तेजी को देखते हुए डीडीएमए ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों पर विचार करने के लिए आज एक अहम बैठक की थी। इस दौरान दिल्ली में सार्वजनिक जगह पर मास्क को अनिवार्य करने का फैसला किया गया।
दुनिया के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों की संख्या क्रमश: 80,732,919 और 989,328 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। भारत कोरोना के 43,045,527 मामलों के साथ दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।
भारत में संक्रमण से 40 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,22,006 हो गई है। वहीं, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 12,340 पर पहुंच गई है, जो कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है।
डॉक्टर्स का कहना है कि आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, उनका कहना है कि मौजूदा हालात अधिक चिंताजनक नहीं हैं क्योंकि अधिकतर मामले हल्के संक्रमण के हैं और ये वायरस के ओमिक्रॉन एक्सई स्वरूप के कारण हैं।
देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,183 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,30,44,280 हो गई, जबकि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 11,542 रह गई। आज सबसे ज़्यादा 517 नए केस दिल्ली में मिले हैं। दिल्ली में पॉज़िटिविटी रेट 4% से ज़्यादा हो गया है। कई स्कूलों को कोरोना के केस पाए जाने के बाद बंद कर दिया गया है।
दिल्ली और एनसीआर के कम से कम 19 प्रतिशत लोगों ने सर्वेक्षण में बताया कि उनके करीबी नेटवर्क के एक या एक से अधिक व्यक्ति पिछले 15 दिन में संक्रमण की चपेट में आए हैं।
दिल्ली में शुक्रवार को पिछले 24 घंटों में 209 ठीक होने के साथ 366 नए कोविड मामले दर्ज किए। बढ़ते मामलों के कारण व्यापारियों को यह डर सताने लगा है कि कहीं एक बार फिर दिल्ली में कोविड पाबंदियां न लगा दी जाएं।
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण व्यापारियों को यह डर सताने लगा है कि कहीं एक बार फिर दिल्ली में कोविड पाबंदियां न लगा दी जाएं। व्यापारियों को आशंका है कि पिछले दो वर्षों में हुए नुकसान से उबरने से पहले ही उनका व्यवसाय एक बार फिर महामारी से प्रभावित हो सकता है।
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