इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले टीके एक प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा अनुमोदित किए गए हैं और हम सभी को इसे स्वीकार करना चाहिए।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित और स्थानीय फर्म भारत बायोटेक द्वारा विकसित किए गए टीके को ड्रग्स नियामक प्राधिकरण ने मंजूरी दे दी है।
DCGI ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में रिस्ट्रिक्टेड यूज की अनुमति दी जाती है।
DCGI ने देशवासियों को बहुत बड़ी खुशखबरी दी है। DCGI ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि पहले फेज में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े एक करोड़ लोगों को और 2 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को फ्री में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
एक टेलीविजन समाचार बुलेटिन का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक मृतक अस्पताल के वार्ड में चारों ओर खून बिखरा हुआ है |
इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में वैक्सीन योद्धाओं ने अपने अनुभव को साझा किया कि उन्होंने वोरोना वैक्सीन लगने के बाद कैसा महसूस किया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह लोगों के लिए कितना सुरक्षित है।
हालांकि कोई भी वैक्सीन वास्तव में 100% साइड-इफेक्ट मुक्त नहीं है। कई वैक्सीन वारियर ने इंडिया टीवी को अपने अनुभवों के बारे में बताया।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से वैक्सीन लेकर उसे स्टोर करने और लोगों को लगाने के लिए दिल्ली पूरी तरह से तैयार है।
कोरोना वैक्सीन में सूअर की चर्बी के इस्तेमाल की खबर पर 9 मुस्लिम संगठनों ने बैठक की | बैठक में संगठनों ने निर्णय लिया कि वैक्सीन को लेकर अगर लोगों में गलतफहमी हुई तो वे उसे दूर करने की कोशिश करेंगे |
COVID-19 वैक्सीन की पेशकश सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल से ऊपर के व्यक्तियों को की जाएगी। पहले चरण के दौरान, लगभग 30 करोड़ लोग टीका प्राप्त करेंगे।
पूरी दुनिया को जिस कोरोना वैक्सीन का इंतजार था वो तैयार हो चुकी है. जिसके साथ ही अब वैक्सीन को पाने की लड़ाई भी दुनियाभर में शुरू हो चुकी है. इस सब के बीच किस देश को कब और कितनी वैक्सीन मिलेगी यह जानने के लिए देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट..
अमेरिका में देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में उपयोग (ईयूए) की इजाजत दी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोविड -19 टीका वितरण कार्यक्रम की समीक्षा के लिए लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
कोरोनो वायरस की स्थिति पर हाल ही में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि COVID-19 वैक्सीन का इंतजार लंबा नहीं होगा, यह कुछ हफ्तों में तैयार हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उन तीन टीमों से बातचीत करेंगे जो कोविड वैक्सीन विकसित करने में शामिल हैं। पीएम मोदी जिन टीमों के साथ बातचीत करेंगे वे जेनोवा बायोफार्मा, बॉयोलॉजिकल ई और डॉ. रेड्डीज से जुड़ी हैं।
भारत में कोरोना वायरस की बन रही वैक्सीन के काम का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की तीन प्रयोगशालाओं का दौरा किया। वह शनिवार को सबसे पहले अहमदाबाद पहुंचे और जाइडस कैडिला के प्लांट में कंपनी के टीके की समीक्षा की, यह समीक्षा डेढ़ घंटे चली। पीएम मोदी इसके बात हैदराबाद पहुंचे और भारत बायोटेक के प्लांट में टीके पर काम की समीक्षा की तथा दिन के अंत में वह पुणे पहुंचे। यहां सीरम इंस्टीट्यूट है, पीएम मोदी ने यहां के शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों से बात कर वैक्सीन निर्माण के काम की समीक्षा की। सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविड-19 टीके के लिए वैश्विक दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के CEO अदार पूनावाला ने वैक्सीन की तैयारी के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि हम अगले दो हफ्ते में कोवीशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अप्लाई करेंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा करेंगे, जिसमें वैश्विक फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका और कोविड -19 वैक्सीन के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की गई है।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस के 6224 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। जबकि 109 लोगों की मौत हो गई है। राजधानी में मंगलवार को 4943 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 10.14 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
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