स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि इस तरह के टीकों को न्यू ड्रग्स एंड क्लिनिकल ट्रायल रूल्स 2019 के प्रावधानों के तहत स्थानीय क्लिनिकल ट्रायल के आयोजन के बाद पोस्ट-क्लीयरेंस समानांतर ब्रिजिंग क्लिनिकल परीक्षण की आवश्यकता को अनिवार्य करते हुए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जाएगी।
कोविड-19 रोधी टीका लगाने की उम्र सीमा 18 साल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम 6 बजे वैक्सीन उत्पादक कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ संवाद करेंगे।
देश में तेजी से फैलते कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोरोना टीकाकरण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से 18 साल से ऊपर वाले भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे।
देश में तेजी से फैलते कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोरोना टीकाकरण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। 1 मई से 18 साल से ऊपर वाले भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को कोरोना संकट से निपटने के लिए जो चिट्ठी लिखी है उस चिट्ठी का जवाब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दिया है और चिट्ठी में उन्होंने डॉ मनमोहन सिंह को कहा है कि जिस Constructive Coopration की उन्होंने सलाह दी है, अच्छा होता कि उनकी कांग्रेस पार्टी के नेता भी उस सलाह को मानते।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने देश के विभिन्न राज्यों में बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए वैक्सीन लगवाने की उम्र सीमा हटाने का केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है...
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार, 16 जनवरी को जोर शोर से इस श्रेणी वैक्सीन दिए जाने के साथ शुरू हुए कोरोना वैक्सीनेशन में महज 2.36 करोड़ हेल्थ वर्कर्स ने रजिस्टर करवाया। यदि पंजीकृत स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या पर के हिसाब से ही देखा जाए तो अबतक सिर्फ 47 फीसदी पूरी तरह से वैक्सीनेटड हो पाए हैं, जो कि आधे से भी कम है।
महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश और पंजाब तक कई राज्य कोरोना के नए पुष्ट मामलों में एक अभूतपूर्व उछाल के बाद संचरण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए कड़े प्रतिबंध लागू कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने कोरोनोवायरस के खिलाफ टीकाकरण पर जोर देने के साथ, देश भर में स्कूल परीक्षाओं को या तो स्थगित कर दिया गया है या रद्द कर दिया गया है | महामारी की दूसरी लहर प्रत्येक दिन दसियों को संक्रमित करती है।
देश में कोरोना की सुनामी हर दिन नया रिकॉर्ड बना रही है तो मौत का सबसे बड़ा अटैक भी कर रही है। पिछले 24 घंटे में सारे आंकड़े पीछे छूट गए हैं। कोरोना का कांटा 2 लाख को भी पार कर गया है जबकि हजार से ज्यादा लोगों की ज़िंदगी 24 घंटे में ख़त्म हो गई है।
देश के कई हिस्से में टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभाव की मामूली घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कुछ मामलों में गंभीर प्रतिकूल प्रभाव भी हुए जिस कारण मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से खासतौर पर अपील की है। पूनावाला ने बाइडेन से अमेरिका से निर्यात होने वाले कच्चे माल पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग की है
भारत की कोरोना स्थिति प्रत्येक गुजरते समय के साथ गंभीर होती जा रही है | देश में आज लगातार दूसरे दिन दो लाख नए कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए हैं। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों में COVID-19 मामलों में तेजी देखी गई है।
एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा है कि चीन के समर्थन से देश अपनी एकल खुराक वाला कोरोनावायरस वैक्सीन विकसित करने के लिए काम कर रहा था।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को बताया कि उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक ले ली है।
अस्पताल को 12 अप्रैल को वैक्सीन की डोज मिली थी, लेकिन उसी दिन हुई गिनती में 320 डोज कम पाई गईं।
महामारी से प्रभावित राज्यों के अधिकांश अस्पताल कोविड-19 के मरीजों से लगभग भर गए हैं और वहां नए मरीजों के लिए मुश्किल से जगह बची है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश भर में कोविद -19 मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) परीक्षा आयोजित करने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। अन्य प्रमुख खबरें देखें |
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है। फिर भी कोरोना वैक्सीन को लेकर कई सवाल बने हुए हैं। अब रमजान भी शुरू होने वाले हैं। ऐसे में कई लोग रमजान में महीने भर तक रोजा रखेंगे। अब लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि इस दौरान वैक्सीन लगवाने पर रोजा तो नहीं टूट जाएगा?
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत ने सोमवार को रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन को मंजूरी दी थी। सोमवार को देश के औषधि नियामक ने रूस के कोविड-19 रोधी टीके 'स्पूतनिक वी' के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है और 'डॉक्टर रेड्डीज लैबोरोट्रीज' देश में इस टीके का आयात करेगी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी आखिरकार वैक्सीन का टीका लगवा लिया है। मंगलवार को राकेश टिकैत ने वैक्सीन की पहली डोज ली और इसके लिए उन्होने दिल्ली-यूपी बॉर्डर के पास वाला अस्पताल चुना।
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