हुब्बली-धारवाड़ जिले के जिला अधिकारी ने उस आनंद नाम के व्यक्ति को लिखित में गारंटी देते हुए कहा कि अगर वैक्सीन लगवाने के बाद उस व्यक्ति को कुछ हो जाता है तो उसके पूरे परिवार की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
केरल के मंत्री ने बताया कि कई शिक्षकों ने धार्मिक कारणों सहित एक या अन्य कारणों का हवाला देते टीका नहीं लगवाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास टीके नहीं लेने वाले शिक्षकों की सही संख्या नहीं है।
बैंक ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, "एडीबी ने भारत सरकार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावी टीके खरीदने में मदद करने के लिए 1.5 अरब डॉलर के ऋण को मंजूरी दे दी।"
उत्तर प्रदेश ने कोरोना के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश में अबतक कुल 15 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाए जा चुके हैं।
बुधवार सुबह सात बजे तक मिली रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 113.68 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इसे 1,16,73,459 कोरोना वैक्सीनेशन सत्र के जरिए हासिल किया जा सका।
अदालत ने कहा कि सरकार द्वारा वैक्सीन लगाए जाने के कारण किसी नागरिक का रोजगार चला जाना या यात्रा पर प्रतिबंध होना उसकी मौलिक अधिकारों का हनन है। हाईकोर्ट ने एएसजी को निर्देश दिया कि वह सऊदी अरब के बारे में जानकारी हासिल करके उसे इससे अवगत करायें।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में जिन लोगों ने कोविड-19 की अब तक पहली खुराक नहीं ली है और जिनकी दूसरी खुराक बाकी है, उनका घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करने का अभियान शुरू हो गया।
नवंबर में सरकारी अभियान के तहत 22 करोड़ कोविशील्ड वैक्सीन और 6 करोड़ कोवैक्सीन उपलब्ध होंगी।
इस बीच ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका या फाइजर के वैक्सीन की तुलना में कोविड -19 से तंत्रिका तंत्र संबंधी दुर्लभ स्थितियों का कारण बनने की अधिक संभावना है।
पुतिन ने स्थानीय अधिकारियों को कहा है कि वे आदेश दें कि वैक्सीन नहीं लेने वाले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग घर में रहें। पुतिन ने कहा कि रूस के 85 उन क्षेत्रों में जहां स्थिति विशेष रूप से गंभीर है, कामकाज पहले से भी रोका जा सकता है।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए अधिवक्ता नितिन एएम ने अपनी दलीलों में कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के बगैर बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन की अनुमति देना नियमों का उल्लंघन है और कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन वैक्सीन नुकसानदेह और गैरकानूनी है।
टीका निर्माताओं ने यह भी आग्रह किया कि देशों को अतिरिक्त क्षमता के मुद्दे के अलावा इन कच्चे माल पर किसी भी तरह के निर्यात प्रतिबंध नहीं लगाने चाहिए।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 12 करोड़ 21 लाख 40 हजार से ज्यादा कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 9.43 करोड़ लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है और 2.78 करोड़ लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी है।
कोविड वैक्सीन की सबसे ज्यादा खुराक देने वाले शीर्ष पांच प्रदेशों में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। इसके बाद महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा खुराक दी गई।
बयान में कहा गया कि राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई थी कि वे उन जिलों को प्राथमिकता दें, जहां वैक्सीन कम लगे हैं और अतिरिक्त कोविड-19 वैक्सीनेशन केन्द्रों की जरूरत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच में सुधार की आवश्यकता का पता लगाएं।
कोविड कार्यबल के प्रमुख वी के पॉल कोरोना वायरस लहर पर बयान जारी किया है। वी के पॉल ने रविवार को कहा कि जायडस कैडिला का कोविड-19 का टीका जल्द आएगा।
भारत ने फिर से वैक्सीन मित्र देशों को देना शुरू किया है जिसमें नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार और ईरान को वैक्सीन जा चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले अपने हाल के न्यूयार्क दौरे पर कहा था कि हम वैक्सीन दूसरे देशों को भेजना शुरू करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अब तक कोविड-19 वैक्सीन की 96.75 करोड़ से अधिक खुराक मुहैया कराई गई हैं। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास लोगों को लगाने के लिए अब भी 8.43 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 16 जनवरी से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान के बाद से अब तक दिल्ली में वैक्सीन की 1.91 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं। लगभग 66 लाख लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं।
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