कोविड-19 रोधी टीके दुनिया में आसानी से कब उपलब्ध होंगे? विशेषज्ञों का कहना है कि 2023 या उसके बाद कुछ देशों में टीके आसानी से उपलब्ध होंगे।
केंद्र सरकार द्वारा कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल को बढ़ाने के साथ ही गुजरात में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण 14 मई से तीन दिनों के लिए रोक दिया गया है।
कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच का गैप 6 से 8 हफ्ते से बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते कर दिया गया है। राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकर समूह (एनटीएजीआई) की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया।
पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है। अगले हफ्ते से स्पुतनिक का टीका लगना शुरू हो जाएगा। इससे वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, जुलाई से देश में ही स्पुतनिक का प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि पूरे देश में अभी तक करीब 18 करोड़ लोग वैक्सीनेटे हो चुके हैं।
पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में कहा कि केन्द्र को अंतरराष्ट्रीय बाजार से टीके खरीदने चाहिये, क्योंकि राज्य व्यक्तिगत रूप इन्हें खरीदेंगे तो भारत की छवि खराब होगी।
अभी तक Covishield की पहली डोज का टीका लेने के बाद दूसरी डोज को 6-8 हफ्ते में लगाना जरूरी बताया गया है। लेकिन अब इसे बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने का प्रस्ताव है
महाराष्ट्र के जालना जिले में एक बुजुर्ग को दो अलग-अलग वैक्सीन लगा दी गईं। बुजुर्ग को पहली डोज कोवैक्सीन की दी गई जबकि दूसरी डोज कोविशील्ड लगाई गई।
उत्तराखंड अगले दो महीने में स्पूतनिक टीके की बीस लाख खुराकें आयात करेगा। राज्य सरकार ने विदेशों से टीके का आयात करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
उत्तर प्रदेश में अबतक 1.41 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया जा चुका है। कुल 1.41 करोड़ में से 1.11 करोड़ को पहली डोज ही मिल पायी है जबकि 30 लाख से ज्यादा को दोनों वैक्सीन डोज मिल चुकी है।
मुंबई में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। बृह्नमुंबई महानगर पालिका (BMC) ने बुधवार शाम को यह घोषणा की।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे को खत लिखकर मांग की कि पत्रकारों, और कैमरामैन को कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन में फ्रंट लाइन वर्कर माना जाए।
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन के लिए किसी फार्मूला बांटने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसे भारत सरकार के icmr ने भारत बायटेक के साथ मिलकर बनाया है, लेकिन इसका फार्मूला बांटने में भी अड़चन है, उस वैक्सीन क बनाने की क्षमता भारत में सिर्फ भारत बायोटेक के पास है, इसके अलावा पेनेशिया नाम की कंपनी के पास भी क्षमता है और भारत सरकार दोनों कंपनियों को मिलाकर बात कर रही है, उसपर जल्द फैसला हो सकता है।
एक विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को 2-18 आयुवर्ग के लिए भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके कोवैक्सीन के दूसरे/तीसरे चरण के लिए परीक्षण की सिफारिश की।
कई वायरल मैसजों में कहा गया है कि अगर वैक्सीन की डोज लगवान के बाद शराब का सेवन किया गया तो वैक्सीन का प्रभाव कम पड़ सकता है। हालांकि हेल्थ मिनिस्ट्री ने ऐसी कोई बात नहीं कही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "पूरे देश में इस समय वैक्सीन की कमी है, कुछ राज्यों में तो वैक्सीन की कमी की वजह से वैक्सीनेशन शुरू भी नहीं हो पाया है। आज केवल 2 कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं और ये दोनों महीने भर में केवल 6-7 करोड़ वैक्सीन डोज बना रही है और इतनी वैक्सीन से पूरे देश को वैक्सीन लगाने में 2 साल लग जाएंगे।"
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले भी इस बारे में स्पष्ट किया है कि कोविड वैक्सीन लगवाने के बावजूद आपको मास्क लगाना ही होगा। अब एक बार फिर से सरकार ने लोगों का भ्रम दूर करने के लिए यही बात कही है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच पिछले कुछ दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में संक्रमण के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि अभी भी दिल्ली में हर रोज मिलने वाले कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 15 हजार से ऊपर बनी हुई है।
इस मैसेज के वायरल होने के बाद से ही लगातार ये जानना चाहते हैं कि ये वायरल मैसेज सही है। अगर आप भी इस मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि भारत सरकार ने इस मैसेज को फर्जी करार दिया है।
नए मामलों की बात करें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना के 366161 नए केस दर्ज किए गए हैं और देश में अब कोरोना वायरस के कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2.26 करोड़ तक पहुंच गया है।
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