टीकाकरण अभियान चलाने को लेकर शोर-शराबा करना तो आसान है, लेकिन इसे लागू करना एक बहुत बड़ा काम है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
दवा निर्माता कंपनी सिप्ला ने सरकार से कहा कि भारत में कोविड-19 बूस्टर टीका लाने के लिए वह मॉडर्ना को एक अरब डॉलर अग्रिम राशि भुगतान का वादा करने के करीब है।
फिलहाल देश में दो टीकों, कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है। कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को दोनों टीकों की दो खुराक लेने की जरूरत है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीनेशन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि रूस के कोविड—19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की पहली खेप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जून में मिलने की संभावना है।
भारत में 5 मई से वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगा दी गई है, जो कि एक राहत की बात है। इस मुद्दे को लेकर देश में बड़े स्तर पर राजनीतिक हंगामे की शुरूआत हुई थी।
केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से उन संस्थानों के खिलाफ कानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई करने को कहा है जो तय दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए होटलों के साथ साझेदारी में कोविड टीकाकरण का पैकेज दे रहे हैं।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में सही समय पर टीका खरीदने के आदेश न दिए जाने के कारण 18-44 वर्ष के युवाओं द्वारा पहले डोज के रूप में लिए गए 1.5 लाख से अधिक को-वैक्सीन के टीके व्यर्थ होने के कगार पर है।
टीकाकरण के बाद होने वाले दुष्प्रभावों की खबरों के बीच, अब एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि केवल छह प्रतिशत टीकाकरण प्राप्त करने वाले लोगों ने कोविड शॉट्स दिए जाने के बाद गंभीर दुष्प्रभाव या बीमारी की सूचना दी।
जब अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने 13 मई 2021 को मास्क पहनने के बारे में अपने दिशा निर्देशों में बदलाव किया था तो कई अमेरिकी थोड़े भ्रम की स्थिति में थे। अब पूरी तरह से टीका लगवा चुका कोई भी व्यक्ति, किसी स्थान के भीतर या बाहर, बड़े या छोटे कार्यक्रमों में बिना मास्क पहनने या सामाजिक दूरी का पालन किए बिना भाग ले सकता है।
अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी आने और लोगों को संक्रमण रोधी टीके लगने की दर बढ़ने के साथ ही अधिक राज्य और शहर पाबंदियों में ढील दे रहे हैं।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक एल.ए. रवि सुब्रमण्य ने एक सामाजिक कार्यकर्ता और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के वायरल होने के बाद विवाद खड़ा कर दिया है
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 टीके की अभी तक दी गई खुराक की कुल संख्या बढ़कर 21 करोड़ से अधिक हो गई है।
केंद्र ने अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को 22,77,62,450 कोविड -19 वैक्सीन खुराक प्रदान की हैं और 4,86,180 खुराक अभी भी पाइपलाइन में हैं और अगले तीन दिन प्राप्त की जाएगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी वार्ताओं में कोविड-19 महामारी और टीकों को अहम पहलु बताते हुए कहा कि अमेरिका के सहयोग से भारत में टीकों के उत्पादन में विस्तार का प्रयास किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के शीर्ष अधिकारियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ इसे पूर्ण टीकाकरण वाला पहला जिला बनाने का संकल्प लिया है।
भारत बायोटेक ने कहा कि टीके का उत्पादन बढ़ाने एक कदम दर कदम आगे बढ़ने वाली प्रक्रिया है। इसमें कई तरह के नियामकीय और गुणवत्ता परक विनिर्माण व्यवहार की मानक परिचालन प्रक्रियायें शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेशवासियों को जून के महीने में कोविड टीके की एक करोड़ खुराक लगाने की तैयारी में है। एक जून से शुरू होने वाले इस महा अभियान के लिए सरकार ने चाक चौबंद तैयारी का दावा किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास फिलहाल कोविड-19 टीके की 1.84 करोड़ से अधिक खुराकें उपलब्ध हैं और अगले तीन दिन में उन्हें तीन लाख खुराकें और प्राप्त होंगी।
अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी लेने के लिये आवेदन दायर किए जाने की उम्मीद है और यह भारत में मिलने वाली एकल खुराक वाला टीका बन सकता है।
केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोविड टीके की पहली खुराक किसी एक कंपनी की और दूसरी खुराक अन्य कंपनी के टीके की लगवाता है तो किसी भी महत्वपूर्ण प्रतिकूल प्रभाव की संभावना नहीं है लेकिन दृढ़ राय पर पहुंचने के लिए अधिक जांच और समझ की ज
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