दिल्ली-एनसीआर के 18-44 आयु वर्ग के लोग कोविड-19 का वैक्सीन लगवाने के लिए उत्तर प्रदेश के आगरा तक की यात्रा कर रहे हैं। आगरा के मूलचंद मेडिसिटी अस्पताल में चार दिन पहले 18-44 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाने की शुरुआत हुई।
साफ है कि मुख्यमंत्रियों और विपक्षी दलों के नेताओं ने पहले तो टीकाकरण अभियान के विकेंद्रीकरण की मांग की लेकिन बाद में अपनी बात से पलट गए।
कुछ राज्यों की ओर से टीकाकरण अभियान को लेकर उठाए गए सवाल, सुझाव और सियासत के चलते मई के महीने में देश में इस अभियान को गहरा धक्का पहुंचा है। यह वही महीना था जिसमें कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप चरम पर रहा।
कोरोना वायरस के संकट के बीच सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन दिया। प्रधानमंत्री ने नई वैक्सीनेशन पॉलिसी का सोमवार को एलान करते हुए 21 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की।
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले का वेयान गांव देश का पहला गांव बन गया है, जहां 18 साल से ऊपर की पूरी आबादी को टीका लगाया जा चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सोमवार को कोरोना वायरस टीके की 31 लाख से अधिक खुराकें लगायी गयीं। इसके साथ ही देश में कोविड टीके की लगायी गयी खुराकों की कुल संख्या 23.59 करोड़ को पार कर गयी।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को कहा कि 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के वैक्सीनेशन के वास्ते राज्यों को केंद्र द्वारा निशुल्क टीका उपलब्ध कराए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का परिणाम जान पड़ती है।
कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी नागरिकों के वैक्सीनेशन के लिए राज्यों को मुफ्त टीका मुहैया कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद सोमवार को सवाल किया कि अगर टीके सभी के लिए मुफ्त हैं तो फिर निजी अस्पतालों को पैसा क्यों लेना चाहिए।
कांग्रेस ने सभी नागरिकों के वैक्सीनेशन के लिए राज्यों को मुफ्त टीका मुहैया कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर कहा कि यह देर आए, लेकिन पूरी तरह दुरुस्त नहीं आए की तरह है क्योंकि मुफ्त वैक्सीनेशन की मांग को सरकार ने आंशिक रूप से स्वीकार किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड से लड़ने के लिए पिछले सवा साल में देश में नया हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया। दूसरी लहर के दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई थी। इसे पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया गया।
81 साल के मुलायम सिंह यादव ने मेदांता हॉस्पिटल में वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। इससे पहले उनकी बहू अपर्णा यादव ने भी पिछले महीने लखनऊ के लोकबंधु हॉस्पिटल में वैक्सीन लगवाई थी।
राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस रोधी टीकों के आडिट व जिला स्तर पर टीकों के समयबद्ध व समुचित उपयोग के निरीक्षण के लिए दलों का गठन किया जाएगा।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कम से कम नौ राज्यों ने जनवरी और मार्च के बीच उन्हें सप्लाई की गई कोरोना वैक्सीन की खुराक को पूरा इस्तेमाल किया ही नहीं। इसी के चलते महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान धीमा हो गया।
नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र की एक सोसाइटी में कुछ लोगों ने 21 तथा 27 मई को टीकाकरण शिविर लगाया और उसमें अलीगढ़ जिले के लिए आवंटित कोविड रोधी टीकों को सोसाइटी के लोगों को लगा दिया।
चीन ने तीन साल से 17 साल के बच्चों के लिए चीनी कंपनी सिनोवैक द्वारा निर्मित कोविड-19 रोधी टीके कोरोनावैक के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। सिनोवैक के अध्यक्ष यीन वेईदोंग ने इस बारे में बताया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास अब भी कोविड-19 रोधी टीके की 1.63 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं।
दिल्ली में कोरोना के कम होते संक्रमण के कारण दिल्ली सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की है। साथ ही ऑड इवन के आधार पर बाजारों को भी खोला जाएगा।
मैं इस बड़ी कामयाबी के लिए जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा की तारीफ करना चाहूंगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि अब तक विश्व भर में वितरित किए गए कोविड-19 रोधी दो अरब टीकों में से करीब 60 प्रतिशत टीके महज तीन देशों चीन, अमेरिका और भारत को मिले हैं।
देश में कई जगहों पर कोविड-19 वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों में झिझक अब भी बनी हुई है। खासकर अफवाहों और गलत जानकारी के कारण वैक्सीनेशन को लेकर लोग असमंजस में रहते हैं। देखिए धारावी से ग्राउंड रिपोर्टl
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