कोरोना के नए वैरिएंट के 376 नमूनों का परीक्षण किया गया था। जिनमें से 230 अकेले मुंबई के निवासी हैं। मुंबई के इन 230 मरीजों में से 21 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
डराने वाली बात ये है कि चीन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई शहरों में लॉकडाउन लगा रखा है लेकिन इसके बावजूद केस बढ़ते जा रहे हैं। चीन दुनिया के सर्वाधिक टीकाकरण वाले देशों की सूची में भी शामिल है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से अपेक्षित विवरण भेजने का अनुरोध किया है और 20 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने इसका जवाब दिया है और इनमें से किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौत की पुष्टि नहीं की है।
न्यूयॉर्क प्रांत के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 13 से 26 मार्च तक एकत्र किए गए कुल नमूनों में ओमिक्रॉन के बीए.2 उप-संस्करण के 59.6 प्रतिशत मामले सामने आए।
इस नए वैरियंट के लक्षण शंघाई से 70 किलोमीटर दूर स्थित शहर में मिले हैं। ये नया वैरियंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की BA.1.1 सब टाइप से विकसित हुआ लगता है।
पिछले 730 दिन में देश ने कोरोना के दंश को झेला। इस दौरान लोगों ने कई तरह की परिस्थितियां झेलीं, लेकिन योग के माध्यम से लोगों ने न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखा बल्कि दिमाग को भी शांत रखने का प्रयास किया और आज योग उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। स्वामी रामदेव से जानिए हर रोग से निरोग रहने का मंत्र।
मधुमेह के रोगियों को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए क्योंकि शुगर के मरीज का ब्लड शुगर बढ़ना और सामान्य से ज्यादा नीचे घटना दोनों ही स्थिति खतरनाक होती है। स्वामी रामदेव से जानें शुगर लेवल कम करने के अद्भुत उपाय।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी अपडेट के मुताबिक, देश में रोज़ाना कोरोना वायरस (COVID19) मामले 715 दिन के बाद 1,000 से कम आए हैं, 24 घंटों में 913 नए मामले आए हैं। 1316 लोग डिस्चार्ज और 13 लोगों की मृत्यु हुई है।
हरियाणा में अब जनता द्वारा मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। इससे पहले हरियाणा में मास्क ना पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना लग जाता था। हालांकि सरकार ने ये सुझाव दिया है कि जनता को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए और मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, नया संस्करण BA.2 सबवेरिएंट की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है, जो इसे सबसे अधिक संक्रामक बनाता है।
इस समय देश में कोरोना के एक्टिव केस 13,445 हैं और कोरोना से होने वाली मौतों की कुल संख्या 5,21,264 है। इस समय देश में मृत्यु दर 0.24% है। देश में अब तक कुल 1,84,52,44,856 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है।
महाराष्ट्र में अब मास्क पहनना भी वैकल्पिक हो जाएगा। मतलब महाराष्ट्र में मास्क पहनना पूरी तरह से लोगों की इच्छा पर निर्भर करेगा। इस फैसले के बाद अब महाराष्ट्र में मास्क नहीं पहनने पर किसी प्रकार का कोई चालान नहीं किया जाएगा।
देश में 28 और लोगों की मौत के बाद, संक्रमण की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,21,129 हो गई। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 14,307 रह गई है
कोरोना के कुल मामलों की संख्या 4,30,23,215 पहुंच गई है। कोरोना के एक्टिव केस 14,704 हैं और कोरोना से कुल 4,24,87,410 लोग ठीक हो चुके हैं।
कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस का एक नया ओमिक्रोन उपप्रकार, बीए.2 (ओमिक्रॉन स्टील्थ वैरिएंट) तेजी से बढ़ते मामलों के बीच दुनियाभर में संक्रमण का प्रमुख स्रोत बन रहा है। दुनिया के सबसे तगड़े हेल्थ सिस्टम का दावा करने वाले अमेरिका में भी कोरोना के नए सब वैरिएंट से हाहाकार मचा है।
राज्य निगरानी अधिकारी लोबसांग जम्पा ने बताया कि पूर्वोत्तर के राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 64,484 है, जबकि ठीक होने वालों की संख्या 64,188 है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया।
अगर कोरोना के सभी आंकड़ों पर गौर करें तो अभी तक कुल 4,24,82,262 कोरोना मरीज सही हुए हैं और 5,21, 004 कोरोना मरीजों की अब तक मौत हुई है।
वैश्विक महामरी कोरोना के देश में पिछले 24 घंटों में 1660 नए मामले सामने आए हैं और 2,349 लोग कोरोना से ठीक होने में सफल हुए हैं। कल के मुकाबले आज कोरोना के मामलों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है।
एक्सपर्ट ने कहा, चीन ‘जीरो कोविड’ के लक्ष्य का पालन करने की दिशा में काम कर रहा है क्योंकि यह कोविड-19 के खिलाफ रोकथाम की सबसे कारगर रणनीति है।
24 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिनों के लिए देशव्यापी संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। प्रधानमंत्री के इस ऐलान पर पूरे देश ने भरोसा किया और कमर कसकर खुद को 21 दिनों के लिए घरों में कैद कर लिया था। आज देश में लॉकडाउन की इस घोषणा के दो साल पूरे हो रहे हैं।
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