मेदांता के डॉक्टर नरेश त्रेहन ने भी मरीजों को यहीं सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लक्षण विकसित होते ही लोगों को खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। डॉ. त्रेहन ने कहा कि ज्यादातर लोग जिन्हें खांसी, जुकाम, गले में खराश या बुखार होता है, वे ज्यादातर पॉजिटिव निकलते हैं।
बच्चों में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण अक्सर नजर नहीं आते हैं और वे बीमारी का पता चले बिना ठीक भी हो जाते हैं।
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में सात प्रकार के लक्षण समूहों की पहचान की जिनमें बुखार, ठंड लगने, थकान तथा खांसी जैसे ‘‘फ्लू समान लक्षण’’ और नाक की श्लेष्मा झिल्ली में सूजन, छींकने, गला सूखने, नाक बंद होने जैसे ‘‘सामान्य जुकाम समान लक्षण’’ और ‘‘जोड़ों तथा मांसपेशियों’’ में दर्द जैसे लक्षण समूह भी शामिल हैं।
पूरी दुनिया की नाक में दम करके रख देने वाले कोरोना वायरस के बारे में वैज्ञानिकों को एक अहम जानकारी हाथ लगी है।
बैठक में बताया गया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। संक्रमित मरीजों में खांसी एवं जुकाम के अलावा कई अन्य लक्षण भी मिले हैं। बैठक में बताया गया कि राजस्थान में अब तक कोरोना से हुई मौतों का विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है।
मुरहेकर ने बताया कि इस अध्ययन में सामने आया कि सत्यापित मामलों का हिस्सा संक्रमितों के संपर्क में आये बिना लक्षण वाले मरीजों में सवार्धिक था, यह गंभीर श्वसन संक्रमण वाले मरीजों, अंतरराष्ट्रीय यात्रा पृष्ठभूमि वाले मरीजों या संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों से दो-तीन गुणा अधिक है।
जिम्स अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 10 मरीजों स्वस्थ हो गए, उन्हें आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
चीन में कोरोना वायरस के दो नए मामलों की पुष्टि हुई है और संक्रमण के 20 नए ऐसे मामले आए, जिनमें कोई लक्षण नहीं थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों वाले कोरोना रोगियों के पास यदि घर में रहने और आराम करने की बेहतर सुविधा है, तो वह होम आइसोलेशन का पालन कर सकते हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, सूखी खांसी और तेज बुखार एक साथ होते हैं। यानि ये कोरोना वायरस के लक्षण हैं
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