कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का मुद्दा हो सकता है लेकिन जब कोई आपदा आती है तो यह संघ का विषय बन जाता है। इसे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इस बात पर कभी सहमत नहीं होगी कि देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की मृत्यु हुई है।
देश में सोमवार को कोरोना के 59,958 संक्रमितों की पहचान हुई। यह आंकड़ा पिछले 76 दिनों में सबसे कम है। देश में पिछले 24 घंटे में 2,732 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुई।
कोरोना के खिलाफ जारी जंग का नतीजा है कि संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है। विभिन्न प्रदेशों में रोज के केस लगातार कम हो रहे हैं जिसके चलते आज यूपी के कई जिलों और महाराष्ट्र में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई।
देश में अब कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने लगा है। दैनिक मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,00,636 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 2427 लोगों की मौत भी हो गई है।
जहां शहरी आबादी खुद को कोविड-19 से बचाने के लिए बेताब है, वहीं ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग अभी भी इसके लिए आगे आने से हिचकिचा रहे हैं |
कोविड-19 के महाराष्ट्र में 13,659 नए मामले सामने आए हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि महाराष्ट्र में शनिवार को संक्रमण के 13,659 नए मामले सामने आए हैं, जो कि 10 मार्च से अब तक का सबसे कम आंकड़ा है।
कोरोना महामारी से खुद को बचाने के लिए टीकाकरण ही सबसे कारगर व उपयोगी हथियार है। समय पर टीकाकरण कराने से घातक और ख़तरनाक कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
देश में एक तरफ जहां कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं तो वहीं कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
भारत में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा तीन लाख के पार पहुंच गया है। अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरा ऐसा देश है, जहां कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन लाख के पार पहुंच गयी है।
एक दिन के अंदर 3 लाख से ज्यादा टेस्ट करने के बाद कोरोना टेस्ट में उत्तर प्रदेश नें नया रिकॉर्ड बना लिया है, राज्य में अब तक 4.65 करोड़ कोरोना टेस्ट हो चुके हैंI
देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी लगातार देखी जा रही है, 24 घंटे में कोरोना के 254,288 नए मामले सामने आए हैंI
7 मई को देश में 4,14,000 के करीब मामले आए थे। पिछले 24 घंटे में 2,63,000 मामले आए हैं। पिछले 2 दिनों से नए मामले 3,00,000 से कम हो गए हैं। 7 मई को आए मामलों से आज के मामले 27% कम हैं। केवल 69% मामले 8 राज्यों में हैं: स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल
देश में कोरोना वायरस के नए मामले पहले के मुकाबले कम हो रहे हैं और कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिस वजह से कोरोना के एक्टिव मामले घटने लगे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस से 378741 लोग ठीक हुए हैं और अबतक 2.11 करोड़ से ज्यादा लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
देश के कई हिस्सों में कोरोना वैक्सीन की कमी का मामला देखने को मिल रहा है. लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. कई लोग इस वजह से वैक्सीन का दूसरा डोज भी समय पर नहीं ले पा रहे हैं.
इंडिया टीवी से खास बातचीत में भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने बताया कि क्रिकेट के मैदान पर फेलियर से लड़ने के लिए जैसे मैंटल स्ट्रेंथ मजबूत होना जरूरी है, वैसे ही कोरोना को मात देने के लिए भी यह चीज काम आती है।
उत्तर भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप धीमा पड़ता दिख रहा हैI दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना के मामले कम हो रहे हैंI
पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों और गांव में रहने वाले लोगों को कोरोना से सतर्क करते हुए कहा कि ये संक्रमण गांव देहातों में भी तेजी से पहुंच रहा है। देश की हर सरकार तेजी से काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हिम्मत हारने वाला देश नहीं, हम लड़ेंगे और जीतेंगे। उन्होंने कहा कि ये भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है, जो बहरुपिया भी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों और गांव में रहने वाले लोगों को कोरोना से सतर्क करते हुए कहा कि ये संक्रमण गांव देहातों में भी तेजी से पहुंच रहा है। देश की हर सरकार तेजी से काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हिम्मत हारने वाला देश नहीं, हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
कोरोना की दूसरी लहर के कारण देश के अधिकतर राज्यों का बुरा हाल है, हर जगह कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही हैI इस बीच देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है, लेकिन वैक्सीन की कमी होने के कारण वह भी अब धीमा हो गया हैI
कोरोना संक्रमण से जूझ रहे अमेरिका के लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। अमेरिका में पूरी तक वैक्सीनेट हो चुके लोगों के लिए अब मास्क पहनना या सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करना जरूरी नहीं रहा। यह बात अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने कही है। अभी तक लोगों का मास्क पहनना अनिवार्य था।
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