विज्ञप्ति के अनुसार पिछले एक दिन में नमूनों की संख्या और नए मामलों से पता चलता है कि कोरोना संक्रमण की दर 18 प्रतिशत से ज्यादा है। राज्य में अभी 5,61,239 संक्रमित निगरानी में हैं।
संक्रमण के 457 नये मामलों में 265 मामले पृथकवास केन्द्रों से सामने आए जबकि 192 मामलों के बारे में स्थानीय संपर्क का पता लगाने पर जानकारी मिली। खुर्दा जिले में सर्वाधिक 207 नये मरीज मिले।
कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील को देखते हुए राज्य सरकार ने सरकारी, अर्ध-सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मचारियों के लिए 16 सितंबर से बायोमेट्रिक प्रवेश प्रणाली को बहाल करने का भी फैसला किया है। सरकार ने कहा कि कर्मचारी बायोमेट्रिक प्रवेश प्रणाली के लिए अपने पहचान पत्र का उपयोग कर सकते हैं।
बुलेटिन के अनुसार, राज्य में वर्तमान में 5,90,219 मरीजों को विभिन्न जिलों में निगरानी में रखा गया है जिनमें 5,60,694 गृह-पृथकवास या संस्थागत पृथक-वास में हैं और 29,525 मरीज अस्पतालों में भर्ती है।
अबतक 4 लाख 42 हजार 874 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। इस वक्त देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 3 लाख 74 हजार 269 है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अबतक कोरोना संक्रमण की वजह से 4 लाख 42 हजार 317 मामले सामने आ चुके हैं जबकि इस वक्त देश में एक्टिव मामलों की तादाद 3 लाख 91 हजार 516 है।
विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में संक्रमण दर घटकर 16 फीसद के नीचे चली गयी थी जो बुधवार को बढ़कर 17.63 प्रतिशत हो गयी। राज्य में अब तक 3,28,41,859 नमूनों की कोविड-19 जांच हो चुकी है।
स्थावस्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक कोरोना के कुल 3 करोड़ 30 लाख 96 हजार 718 मामले सामने आ चुके हैं। कुल मामलों में से 3 करोड़ 22 लाख 64 हजार 051 मरीज अबतक कोरोना से उबर चुके हैं।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 31 हजार 222 मरीज सामने आए हैं, 42 हजार 942 मरीज कोरोना संक्रमण से उबरे हैं जबकि 290 लोगों की 24 घंटों में मौत हो गई है।
केरल के विभिन्न जिलों में इस समय 6,20,739 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 33,157 लोग अस्पतालों में हैं। राज्य सरकार ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए पात्र लोगों में से 75 फीसद को पांच सितंबर तक पहली खुराक दे दी गयी है, जबकि 28 फीसद को दोनों खुराक दी जा चुकी है।
राज्य में कोरोना पाजिटिव पाए जाने वाले मरीजों में बच्चों की लगातार बढ़ती संख्या चिंता का कारण बनी हुई है। प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी ने आरोप लगाया कि करोना की संभावित तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए राज्य सरकार ने कोई तैयारी नहीं की है।
देशभर में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 38 हजार 948 नए मामले सामने आए हैं और 219 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटों में मिले नए मरीजों में से 2/3 से ज्यादा मामले केरल से हैं।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,10,048 हो गयी जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.24 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.42 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे की अवधि में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 5,903 की वृद्धि हुई। उपचाराधीन मरीजों की कुल संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.23 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 97.43 प्रतिशत है।
इस बीच कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने छह सितंबर से केरल में शुरू होने वाली 11वीं कक्षा की ऑफलाइन परीक्षा आयोजित करने के राज्य सरकार के फैसले पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी।
आर-वैल्यू यह दर्शाती है कि एक संक्रमित व्यक्ति औसतन कितने लोगों को संक्रमित करता है। दूसरे शब्दों में, यह बताती है कि एक वायरस कितनी गति से फैल रहा है। आर-वैल्यू जितनी कम होगी, उतनी तेजी से रोग घटेगा।
वहीं, केरल सरकार कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को लेकर चिंताओं के बावजूद स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। सरकार ने राज्य में वर्तमान परिस्थितियों के अध्ययन और इस संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का फैसला किया है।
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण वैक्सीनेशन एक पूर्व शर्त होनी चाहिए।
अधिकारी ने बताया कि सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण 30 अगस्त से 20 सितंबर तक राज्य में आम आबादी और स्वास्थ्यकर्मियों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने और उम्र के आधार पर इसकी तुलना के लिए किया जा रहा है।
सूत्र ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, अगर केरल सख्त रोकथाम उपायों पर गौर करता है, तो दो सप्ताह के भीतर मामलों में खासी कमी आ सकती है।
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