सरकार ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की 64.1 प्रतिशत खुराक ग्रामीण इलाकों में दी गई, जबकि 35 प्रतिशत शहरी इलाकों में दी गई है।
बुलेटिन के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार तक 14,38,868 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 14.13 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बुधवार को कुल 72,386 नमूनों की जांच की गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में 90,394 नमूनों की जांच की गई। प्रदेश के 14 जिलों में से त्रिशूर में 1,541 के साथ सबसे अधिक कोरोना मामले दर्ज किए गए, इसके बाद एर्णाकुलम (1,526), तिरुवनंतपुरम (1,282), कोझिकोड (1,275) और मलप्पुरम (1,017) हैं।
एक दिन में कोविड-19 के 18,870 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,37,16,451 हो गई। देश में लगातार दूसरे दिन 20 हजार से कम नए मामले सामने आए।
अर्बन डिप्टी कमिश्नर जे मंजूनाथ ने आगे बताया कि प्रशासन द्वारा 7वें दिन दोबारा से टेस्ट करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूल को 20 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है। चिंता की कोई बात नहीं है, प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए ये कदम उठाया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीते 24 घंटे में लगभग 96,436 कोविड-19 जांच की गईं। 14 जिलों में, तिरुवनंतपुरम में सबसे अधिक 1,339 नए मामले सामने आए। इसके बाद कोल्लम में 1,273 त्रिशूर में 1,271 एर्नाकुलम में 1,132, मलप्पुरम में 1,061 और कोझीकोड में 908 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
गृह सचिव ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने यहां हर जिले में संक्रमण दर और अस्पताल व आईसीयू में बिस्तरों की संख्या पर करीब से निगाह रखनी चाहिए।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 2,92,206 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.87 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
केंद्र सरकार ने अपनी अपील में कहा है कि अगर एकल न्यायाधीश के आदेश को रद्द नहीं किया गया तो देश में वैक्सीनेशन नीति पटरी से उतर सकती है और कोविड-19 से मुकाबला करने की रणनीति का क्रियान्वयन ठीक प्रकार से नहीं हो सकेगा।
इस बीच उद्योग मंत्री सत्येंद्र जैन ने राजधानी में व्यापारियों से कहा है कि कोरोना वायरस की स्थिति सामान्य होने पर सरकार प्रदर्शनी उद्योग को बढ़ावा देने पर विचार करेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए ताजा आकंड़ों के अनुसार, भारत में अबतक कोरोना संक्रमण के कुल 3 करोड़ 36 लाख 78 हजार 786 मामले सामने आ चुके हैं। कुल मामलों में से 3 करोड़ 29 लाख 31 हजार 972 मरीज कोरोना से उबरने में सफल रहे हैं जबकि अबतक 4 लाख 47 हजार 194 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, अबतक देश में कोरोना संक्रमण से उबरने वालों की संख्या 3 करोड़ 29 लाख 2 हजार 351 है जबकि अबतक 4 लाख 46 हजार 918 लोगों की इस बीमारी की वजह से मौत हो चुकी है। देश में इस वक्त एक्टिव मामलों की तादाद 3 लाख 3 हजार 476 है।
विज्ञप्ति के मुताबिक राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,60,046 है। विज्ञप्ति में कहा गया कि केरल में बीते 24 घंटे के दौरान 1,21,945 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच हुई।
इस बीच ड्यूटी के बाद रात में घर लौट रही एक महिला स्वास्थ्य कर्मी पर दो बाइक सवार हमलावरों द्वारा रात में किए हमले से आहत केरल हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह उनके जैसे कोविड-योद्धाओं के जीवन की अनैतिक तत्वों से रक्षा सुनिश्चित करे।
बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों में 19 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। इसमें कहा गया है कि मृतकों की संख्या 25,085 पर बनी हुई है और संक्रमण दर 1.74 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य की 90 प्रतिशत से अधिक पात्र आबादी को कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। मंत्री ने लोगों से वैक्सीन लगवाने में किसी प्रकार की झिझक नहीं दिखाने की अपील की।
दक्षिणी दिल्ली के इस प्रमुख निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने यह भी दावा किया कि आने वाले महीनों में हृदय रोग का बोझ कई गुना बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान लॉकडाउन और गतिहीन जीवन शैली से सीवीडी के कई मामले सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि वैक्सीन मैत्री के तहत अक्तूबर-दिसंबर में वैक्सीन का निर्यात हमारी अपनी जरूरतें पूरी होने के बाद ही होगा। हमारे नागरिकों का वैक्सीनेशन जबसे ज्यादा जरूरी है। ‘वैक्सीन मैत्री’ के लिए अक्टूबर-दिसंबर में अतिरिक्त टीकों का निर्यात होगा, देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद ‘कोवैक्स’ पहल में योगदान दिया जाएगा।
कोरोना वायरस के 30,256 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,34,78,419 हो गयी जबकि इलाज करा रहे रोगियों की संख्या घट कर 3,18,181 हो गई जो 1823 दिनों में सबसे कम है।
विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में कुल 5,12,854 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 25,267 लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इस बीच राज्य के शिक्षा मंत्री वी सिवनकुट्टी ने बताया कि केरल में स्कूलों को फिर से खोलने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना संबंधित विभागों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार की जाएगी।
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