आयुष मंत्रालय के अनुसार मोटापा, डायबिटीज, लंग्स, हार्ट, किडनी, लिवर से संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से सबसे अधिक खतरा है। इसलिए जरूरी है कि खुद का ख्याल रखें।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों और ऑक्सीजन प्रबंधन व आईसीयू बिस्तर सहित इससे जुड़ी विभिन्न तैयारियों को लेकर गठित दो समितियों के साथ बैठकें की।
युवा, बुजुर्ग ही नहीं तीसरी लहर से बच्चे भी काफी शिकार होगे। वैक्सीनशेन ना होने के कारण बच्चों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
पेडियाट्रिक्स एसोसिएशन (IAP/भारतीय बाल रोग अकादमी) ने एडवाइजरी में कहा कि अभी तक 90 प्रतिशत बच्चों में संक्रमण या तो माइल्ड या asympotemetic रहा है।
वैज्ञानिक एम विद्यासागर ने कहा कि यदि देश में टीकाकरण अभियान तेज नहीं किया गया और कोविड-19 से निपटने के लिए आवश्यक नियमों का पालन नहीं किया गया, तो आगामी छह से आठ महीने में कोविड की तीसरी लहर आने की आशंका है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीसरी वेव की आशंका व्यक्त की जा रही है, इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने अभी से अपनी कार्ययोजना बनानी शुरू की है। प्रशासन से हर जनपद में महिलाओं और बच्चों के लिए एक डेडिकेटेड अस्पताल तैयार करने के लिए कहा गया है।
देश में कोरोना वायरस को लेकर अभी दूसरी लहर खत्म भी नहीं हुई थी कि लखनऊ के सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चों पर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बड़ी आशंका जताई है।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हम जीतेंगे यह हमारा दृढ़संकल्प है, परिस्थिति आई है वो हमारे सदगुणों की परख करेगी, हमारे दोषों को भी दिखा देगी, दोषों को दूर करके सदगुणों को दिखाकर यह परिस्थिति ही हमें प्रशिक्षित करेगी, यह हमारे धैर्य की परीक्षा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना को लेकर हालात तेजी से सुधरे हैं। वजह कि यहां शहर से लेकर गांव तक एक साथ कोरोना रोकने के प्रयास हो रहे हैं। वाराणसी शहर मुख्यालय स्थित काशी कोविड रेस्पांस सेंटर 24 घंटे एक्टिव रहता है।
कल्याणी में ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स’ (एनआईबीएमजी) के निदेशक और बेंगलोर के भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान में प्रोफेसर डॉ सौमित्रा दास ने बताया कि हर वायरस शरीर में अपनी प्रति (कॉपी) बनाने के दौरान बदलाव करता है, लेकिन उसकी प्रतियों में खामियां होती हैं और वायरस की हर प्रति उसकी सटीक प्रति नहीं हो सकती हैं।
केंद्र सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. के विजय राघवन ने कहा कि कोरोना की देश में तीसरी लहर आएगी या नहीं यह इस पर निर्भर करता है कि हम सब किस तरह गाइडलाइंस का पालन करते हैं।
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिंता जताई है और सरकार से उसके लिए तैयारी करने के लिए कहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर बच्चों को कोरोना से कैसे बचाकर रखा जाए।
गुरुवार को दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने न्यायाधीश जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर सामने दिख रही है और इसका असर हमारे बच्चों पर भी पड़ सकता है
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