गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित 552 नए मामले सामने आए हैं। अब तक देश के 27 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के इस वेरिएंट की दस्तक हो चुकी है। नए मामले सामने आने के बाद देश में ओमिक्रॉन के कुल 3,623 मामले हो गए हैं।
केजरीवाल ने रविवार सुबह ट्वीट कर कहा, “करोना से ठीक होकर मैं वापस आपकी सेवा में हाज़िर हूं।” केजरीवाल ने तीन जनवरी को उत्तराखंड के देहरादून में एक रैली की थी जिसके अगले दिन उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
नए मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी के बाद देश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है। देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई है। ओमिक्रॉन के कुल 3,623 मामलों में से 1,409 लोग डिस्चार्ज या स्वस्थ हो गए हैं।
डीडीएमए के आदेशों के मुताबिक, अभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत नहीं है, लेकिन आज प्रकाश पर्व के मौके पर श्रद्धालु गुरुद्वारा जा सकेंगे, लेकिन कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
देश के कई हिस्सों में अब कोरोना वायरस का महाविस्फोट देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में हर दिन दर्ज होने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंच गया है। सिर्फ मुंबई में 20 हजार से अधिक केस दर्ज हो रहे हैं। वहीं, देश में अब हर रोज डेढ़ लाख के करीब कोरोना के मामले दर्ज हो रहे हैं। ओमिक्रॉन संक्रमण दर में भी उछाल दर्ज हो रहा है। अब तक 3 हजार से अधिक केस सामने आ चुके हैं।
एक दिन में 285 लोगों की मौत हो गई है। देश में इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 4,83,463 हो गई है। इस बीच, ओमिक्रॉन मामलों की संख्या देश में बढ़कर कुल 3,071 हो गई है, जिनमें से 1,203 को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है।
पिछले दिनों बिहार में संक्रमण के 893 नए मामले आए हैं। सिर्फ पटना जिले में कोविड-19 के 565 नए मामले आए हैं। 24 घंटों में आए मामलों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है।
6 जनवरी से 21 जनवरी तक रात 10 बजे से सुबह पांच तक कर्फ्यू होगा और साथ ही अन्य पाबंदियां लगायी जाएंगी।
देश के कई हिस्सों में अब कोरोना वायरस का महाविस्फोट देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में 20 हजार के करीब मामले दर्ज हो रहे हैं। देश में अब ये आंकड़ा 40 हजार के पार हर रोज हो रहा है। वहीं, ओमिक्रॉन संक्रमण की दस्तक अब अधिकांश राज्यों में पहुंच चुकी है। मामले 2,000 के पार पहुंच गया है।
बिहार के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन से देश में आम लोगों की कमाई बुरी तरह प्रभावित होती है। केंद्र और राज्यों की अर्थव्यवस्था को कोरोना के कारण बाधित नहीं होने दिया जा सकता।
हमें यह याद रखना चाहिए कि वैक्सीन हमारा सुरक्षा कवच है। वैक्सीन लगी होगी तो कोरोना आपको छूकर निकल जाएगा और आपका कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा।
मुंबई में लॉकडाउन लगाए जाने को लेकर बीएमसी मेयर ने बड़ा बयान दिया है।
देश में अब कोरोना वायरस संक्रमितों के नए मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब ये आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है। वहीं, ओमिक्रॉन संक्रमण की दस्तक अब अधिकांश राज्यों में पहुंच चुकी है। मामले 2,000 के करीब हो गया है।
ओमिक्रॉन पहले के कुछ प्रकारों की तरह घातक नहीं लगता और जो लोग इससे बचे रहे हैं उन्हें टीके से वायरस के उन अन्य रूपों के खिलाफ सुरक्षा मिलेगी जो अभी फैल रहे हैं- और शायद अगला वेरिएंट कोई आता है तो उससे भी उबरने के लिए मदद मिलेगी।
अपने गणितीय मॉडल के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने वाले आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अग्रवाल के मुताबिक जनवरी में भारत में तीसरी लहर आएगी और मार्च में रोजाना 1.8 लाख मामले आ सकते हैं।
बिहार में पिछले दिनों कोरोना के 352 नए मामले सामने आए थे। इसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 74 तक पहुंच गई थी। पटना में सबसे ज्यादा 142 मामले और दूसरे नंबर पर गया जिले से 110 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे।
देश अब तीसरी लहर के बीच है। कोरोना के मामले में अब हर रोज उछाल दर्ज किये जा रहे हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक समेत कई राज्यों में अब ओमिक्रॉन और कोरोना वायरस के नए मामलों में रिकॉर्ड केस दर्ज हो रहे हैं। 6 महीने बाद कई महानगरों में 40 फीसदी तक केस दर्ज हो रहे हैं।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। मुंबई के धारावी में रविवार को 60 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जो कि पिछले कुछ महीनों में सबसे ज्यादा है।
गुरुग्राम और फरीदाबाद के अलावा अंबाला, पंचकूला और सोनीपत में पाबंदियां लागू होंगी। यह आदेश ऐसे दिन आया है जब राज्य में रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है।
रियासी के जिलाधिकारी चरणदीप सिंह द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि छात्रों और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
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