चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। गुरूवार को हुई मीटिंग में प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग को तेज करने का निर्देश दिया।
भारत सरकार ने अब नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी है। नेजल वैक्सीन को नाक के जरिये स्प्रे करके दिया जाता है।
यूपी में सभी पुलिसकर्मियों को मास्क पहनने के आदेश जारी किए गए हैं। नए आदेशों के मुताबिक यूपी पुलिस कर्मियों को शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
China के बाद दुनिया में Corona के कारण Mask और सोशल डिस्टेंशिंग का दौर फिर लौट आया.अच्छी खबर ये है कि आज ही एक्सपर्ट्स की कमेटी ने कोरोना की स्वदेशी नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. अब ये नेजल वैक्सीन जल्दी ही लोगों को एवलेबल हो जाएगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अगर शहर में कोविड दोबारा फैलता है तो उनकी सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
China और दुनिया में बढ़ते Corona के मामलों को देखते हुए India भी एलर्ट हो गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए PM Modi ने आज करीब डेढ़ घंटे तक हाई लेवल मीटिंग की।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना से लड़ने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए हाईलेवल मीटिंग की।
राघव चड्ढा ने चीन को प्रभावित करने वाले इस नए वैरिएंट के चार मामलों का भारत में पता चलने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दुनिया हाई अलर्ट पर है।
दुनिया में बढ़ते Corona के मामलों को देखते हुए India भी एलर्ट हो गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए PM Modi ने आज करीब डेढ़ घंटे तक हाई लेवल मीटिंग की। Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra कर रहे हैं। BJP के नेताओं का कहना है कि यात्रा में शामिल ज्यादातर लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं और भीड़ भी जमा हो रही है
कोरोना महामारी चीन, अमेरिका, जापान, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जर्मनी में तेजी से फैल रही है और दुनिया भर में इस समय इसके 2.43 करोड़ सक्रिय मामले हैं।
कोरोना को लेकर दिल्ली एम्स ने भी एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि परिसर में मास्क पहना अनिवार्य है। एम्स के अस्पताल परिसर में कोविड नियमों का पालन करना होगा।
कोविड को लेकर केंद्र के साथ राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं और वे सभी तरह के एहतियात बरतने में जुट गई हैं। इसके मद्देनजर भारत के सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट अट्रैक्शन ताजमहल को भी कोरोना अलर्ट पर रखा गया है।
भारत जोड़ो यात्रा आगामी 3 जनवरी को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से उत्तर प्रदेश में दाखिल होगी। उसके बाद वह बागपत और शामली होते हुए हरियाणा में दाखिल हो जाएगी। दूसरी तरफ देश में कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
China और दुनिया में बढ़ते Corona के मामलों को देखते हुए India भी एलर्ट हो गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए PM Modi हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। UP के सीएम Yogi Adityanath भी कोरोना को लेकर बैठक कर रहे हैं।
जे.जे हॉस्पिटल की डीन पल्लवी सापले ने बताया कि हमे केंद्र और राज्य सरकार से जो भी निर्देश मिले हैं उनका नियमित रूप से पालन किया जा रहा है। हमारे यहां जो भी कोरोना के पॉजिटिव सैंपल्स आ रहे हैं उन सबको जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री Mansukh Mandaviya ने लोकसभा में नए साल पर सतर्क रहने और मास्क को लेकर जागरुकता पैदा करने पर जोर दिया। Mandaviya ने देश को बताया कि China में तेजी से केस बढ़े हैं, लेकिन भारत में केस लगातार कम हुए हैं। चीन में बड़ी संख्या में मौत हुई है लेकिन भारत का Corona Management अच्छा रहा है।
दुनियाभर में तेजी से संक्रमण फैला रहे कोरोना के ओमीक्रोन सबवेरिएंट बीएफ.7 के तीन मामले भारत में अब तक सामने आये हैं। गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।
China में Omicron के Sub vairant BF.7 ने तबाही मचाई हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2023 चीन के लिए सबसे बुरा साल होने वाला है। 80 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित होंगे, जबकि 21 लाख लोगों की मौत की आशंका है।
कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 ने भारत में भी दस्तक दे दी है। यह वैरिएंट चीन में खूब कहर मचा रहा है। इस वैरिएंट के भारत में केस मिलने के बाद देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में भी अलर्ट है। नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाई लेवल मीटिंग की। इसमें कोविड प्रोटोकॉल संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
दुनिया में सबसे पहले चीन ने अपनी वैक्सीन 'सिनोवैक' बनाने का दावा किया था, तभी से चीनी वैक्सीन पर दुनिया ने सवाल उठा दिए थे। अब चीन में कोरोना के कहर और मौतों ने एक बार फिर चीनी वैक्सीन को 'बेअसर' साबित किया है। जर्मनी ने भी चीनी वैक्सीन पर भरोसा न करके चीन में जर्मनी के प्रवासियों के लिए अपनी वैक्सीन भेजी है।
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