ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में एस्ट्राज़ेनेका द्वारा सबसे अधिक चर्चा की जाने वाली टीके विकसित किए जा रहे हैं; फाइजर और बायोएनटेक; जॉनसन एंड जॉनसन; ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन के साथ सनोफी; और नोवावैक्स ज़्यादा चर्चा में है।
प्रत्येक नागरिक का कोरोनावायरस का टीकाकरण एक राष्ट्रीय प्रतिबद्धता की तरह है। प्रत्येक राज्य और हितधारक को यह सुनिश्चित करने के लिए एक टीम के रूप में काम करना है कि यह मिशन व्यवस्थित, सुचारू और निरंतर प्रयास है: पीएम मोदी
भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि Pfizer और Moderna द्वारा विकसित लोगों के लिए पर्याप्त मात्रा में जल्दी पहुंच की उम्मीद नहीं करते हैं।
मुख्यमंत्रियों से बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैक्सीन कब आएगी, इसका समय हम तय नहीं कर सकते। आपके और हमारे हाथ में नहीं है, वैज्ञानिकों के हाथ में है, कुछ लोग इसे लेकर राजनीति करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही राज्य के मुख्यमंत्रियों और प्रतिनिधियों के साथ टीका वितरण योजनाओं पर चर्चा के लिए दो महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 71 लाख के पार पहुंच गए हैं, जबकि देश में संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 86.17 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोविड-19 के 66,732 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने शनिवार को कहा कि वे एपेक्स ड्रग रेगुलेटर की अनुमति देते ही देश में ट्रायल फिर से शुरू कर देंगे।
संभावित COVID-19 वैक्सीन के पहले नैदानिक परीक्षण के परिणाम यह दिखाते हैं कि यह सुरक्षित है | रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 18 प्रतिभागियों को गंभीर प्रतिकूल घटनाओं, जटिलताओं या दुष्प्रभावों के बिना छुट्टी दे दी गई |
मुंबई में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अफवाह फैल गई, जिसके बाद लोग घाटकोपर में एक दुकान पर इकट्ठा होने लगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पहली मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन तैयार हो जाएगी। एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया से जानिए वैक्सीन के बारे में।
देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सभी चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस बीमारी की वैक्सीन बन जाए। देश में इस वक्त 30 दवा कंपनियां कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए काम कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं कि कैसे किसी बीमारी की वैकसीन बनाई जाती है।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा है कि पतंजलि ने कोरोना का ऐसा उपाय कर लिया है, जिसका लक्ष्य कोरोनावायरस के खिलाफ 100 प्रतिशत रिकवरी दर प्राप्त करना है।
मॉडर्ना नाम की अमेरिकी कंपनी का दावा है कि उसका शुरूआती ट्रायल सफल रहा है। वैज्ञानिकों ने वैक्सीन को जिन लोगों के शरीर में डाला है, उनमें कोरोना वायरस के लिए एंटीबॉडीज डेवलप हो गए हैं। अब कंपनी ने तय किया है कि अगले फेज में वो छह सौ इंसानों पर इसका ट
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, विजय राघवन ने बताया कि कोरोनावायरस वैक्सीन बनाने में कितना समय लग सकता है
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