कोरोना वायरस के संकट के बीच सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन दिया। प्रधानमंत्री ने नई वैक्सीनेशन पॉलिसी का सोमवार को एलान करते हुए 21 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन देने की घोषणा की।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कम से कम नौ राज्यों ने जनवरी और मार्च के बीच उन्हें सप्लाई की गई कोरोना वैक्सीन की खुराक को पूरा इस्तेमाल किया ही नहीं। इसी के चलते महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान धीमा हो गया।
देश में कई जगहों पर कोविड-19 वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों में झिझक अब भी बनी हुई है। खासकर अफवाहों और गलत जानकारी के कारण वैक्सीनेशन को लेकर लोग असमंजस में रहते हैं। देखिए धारावी से ग्राउंड रिपोर्टl
कोरोना महामारी से खुद को बचाने के लिए टीकाकरण ही सबसे कारगर व उपयोगी हथियार है। समय पर टीकाकरण कराने से घातक और ख़तरनाक कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
कोरोना वायरस के जिस वैक्सीन की आज देश को सबसे ज्यादा जरुरत है वो वैक्सीन कूड़े में फेंकी जा रही है। जिस वैक्सीन से किसी की जान बच सकती है उस वैक्सीन के भरे हुए वायल जमीन में 12 फीट नीचे दबाए जा रहे हैं।
एक प्रायोगिक एंटीवायरल दवा, MK-4482, SARS-CoV-2 संक्रमण के लिए इलाज किए गए हैम्स्टर्स के फेफड़ों में वायरस और बीमारी के नुकसान के स्तर में काफी कमी आई है।
दिल्ली में कोई वैक्सीन नहीं है | 4 दिनों के लिए 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण केंद्र बंद हैं और न केवल यहां बल्कि पूरे भारत में कई केंद्र बंद हैं। आज जब हमें नए केंद्र खोलने चाहिए थे, लेकिन अब हम मौजूदा केंद्रों को भी बंद कर रहे हैं, जो अच्छा नहीं है: दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल
इंडिया टीवी के साथ एक विशेष बातचीत में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी समय कोरोनावायरस की तीसरी लहर के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिदिन लगभग 3.5 लाख कोविड परीक्षण किए जा रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण को हराने के लिए बड़े स्तर पर टीकाकरण का अभियान चल रहा है। जीतेगा इंडिया में देखिए देश में वैक्सीनेशन कि स्थिति पर सटीक जानकारी ।
इंडिया टीवी से खास बातचीत में डॉक्टर्स के पैनल ने बताया क्यों भारत में बच्चों को Covid वैक्सीन का लगना जरुरी है
कोरोना वायरस को हराने के लिए देशभर में तेजी से वैक्सीनेशन ड्राइव जारी है। कोरोना के लिए मुख्य तौर पर दो तरह की वैक्सीन लगाई जाती है। पहली कोवैक्सीन और दूसरी कोवीशील्ड। लेकिन, अब लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि वैक्सीन लगवाने के बाद क्या वो पूरी तरह से सुरक्षित हैं? इंडिया टीवी के कार्यक्रम कोरोना कंट्रोल कॉन्फ्रेंस में एलएनजीपी के डायरेक्टर डॉ.सुरेश कुमार और फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर कौशलकांत मिश्रा ने क्या बताया देखिए वीडियो...
पूरा देश कोरोना की दूसरी वेव से जूझ रहा है। हर दिन इस वायरस से निपटने के लिए केन्द्र हो या फिर राज्य की सरकारें दोनों हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस बीच वैक्सीन को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आई है। अगले हफ्ते से स्पुतनिक का टीका लगना शुरू हो जाएगा। इससे वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, जुलाई से देश में ही स्पुतनिक का प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि पूरे देश में अभी तक करीब 18 करोड़ लोग वैक्सीनेटे हो चुके हैं।
इंडिया टीवी के 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' कॉन्क्लेव में सिंगर शान ने लोगों से हौसला रखने को कहा और कहा ये वक्त भी गुजर जाएगा।
देखिये COVID टीकाकरण अभियान पर ऑल इंडिया रिपोर्ट
देश में कोरोना महामारी विकराल रूप धारण कर चुका है. ऐसे में कई राज्य वैक्सीन की किल्लत का सामना कर रहे हैं देखिये मुंबई के वक्सीनशन सेंटर से ग्राउंड रिपोर्ट
तीसरे और टीकाकरण का सबसे बड़ा चरण सोमवार को दिल्ली में शुरू होगा। 18-45 आयु वर्ग के लोगों को कोरोनोवायरस के खिलाफ टीका दिया जाएगा। इस श्रेणी के लगभग 90 लाख लोग टीके के लिए पात्र होंगे।
4,08,323 नए COVID-19 मामलों के साथ भारत एक ही दिन में 4 लाख से अधिक संक्रमण दर्ज करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। उस दिन 3,464 नई मौतें भी हुईं।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भारत सरकार से कोरोना टीकों और अन्य आवश्यक वस्तुओं के मूल्य निर्धारण के संबंध में अपनाए गए आधार और औचित्य को समझाने को कहा |
कई राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में भारी कमी है। COVID राज्यों को बुरी तरह से प्रभावित राज्यों के लिए केंद्र ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान कर रहा है। इस बीच मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम में ऑक्सीजन सिलेंडर ले जाने वाले ट्रक दिखाई दिए।
1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए टीकाकरण प्रक्रिया के साथ, सरकार ने पहले महीने के लिए कोविशिल्ड की 45 लाख खुराक के लिए एक आदेश दिया है।
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