पूरी जानकारी नहीं होने पर लोग भ्रमित हैं औऱ लोगों के जेहन में कई सवाल उठ रहे हैं। मसलन स्लॉट कैसे बुक करना है, आईडी क्या जमा करना होगा और बच्चे का आधार कार्ड ही नहीं है तो क्या करना होगा।
भार्गव ने कहा कि संकर प्रतिरक्षा, जो टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण के परिणामस्वरूप विकसित होती है, दूसरी खुराक के बाद एक मजबूत प्रतिक्रिया और मजबूत एंटीबॉडी अनुमापांक तैयार करती है।
हैल्थ एक्सपर्ट सुझाव दे रहे हैं कि जिन लोगों को ओमिक्रॉन के लक्षण दिख रहे हैं वो सबसे पहले टेस्ट करवाए और लक्षणों की गंभीरता को देखकर ही अस्पताल का रुख करें।
जनवरी के प्रथम सप्ताह से मास्क न लगाने पर कानून के अनुरूप फिर सख्ती की जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से नियम कायदों एवं रात्रिकालीन कर्फ्यू का पालन करने करने की अपील की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से नियम कायदों एवं रात्रिकालीन कर्फ्यू का पालन करने करने की अपील की है ।
अदार पूनावाला ने कोवोवैक्स को WHO की मंजूरी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, यह अभी तक कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक और मील का पत्थर है।
क्यूबा चुपचाप अपने स्वयं के टीकों पर काम कर रहा है, अपनी आबादी का टीकाकरण कर रहा है। क्यूबा को जानने समझने वाले देशों के लिए, उसका कोविड वैक्सीन विकास कोई आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले मंत्री ने रविवार को कहा था कि भारत की 50 प्रतिशत से ज्यादा पात्र व्यस्क आबादी का कोविड-19 के खिलाफ पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
गौरतलब है कि देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी से की गई थी और पहले चरण में स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया था।
INSACOG ने सुझाव दिया कि प्रभावित क्षेत्रों से आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जाए, उनके सम्पर्क में आए लोगों की पहचान करें और जांच बढ़ाएं।
बता दें कि देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका दिया गया था और दो फरवरी से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीका देना शुरू किया गया था।
कोरोना के देसी टीके कोवैक्सीन को बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि उसने ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन के असर को लेकर स्टडी शुरू कर दी है।
देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका दिया गया था।
पूरी दुनिया में जिस-जिस देश में लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई, जहां-जहां कम लोगों का वैक्सीनेशन हुआ, वहां सबसे ज्यादा मौतें हुईं।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन, सभी स्वास्थ्य कर्मियों के कठोर परिश्रम और 'टीका जीत का' लगवाने वाले सभी नागरिकों को समर्पित है।
देश में लगातार 33 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 136 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।
मेरठ में कोविड-19 रोधी टीकाकरण को लेकर लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।
SII के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने DCGI को भेजे आवेदन में कहा है कि अध्ययन डेटा से सुरक्षा की कोई चिंता नहीं पैदा हो रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण की बात करें तो अब तक देश में टीके की 105 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं।
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के तकनीकी सलाहकार समूह की बैठक हुई, जिसने Covaxin की आपात उपयोग सूचीबद्धता के लिए अंतिम जोखिम-लाभ आकलन करने को लेकर भारत बायोटेक से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगा है।
वैक्सीनेशन को मंजूरी देते हुए समिति ने कहा कि बच्चों में किसी खास तरह के खतरे की आशंका नहीं है।
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