पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। इनमें से चार लोगों- अब्दुल अजीज पटेल (अजित छगन पटेल), यूसुफ जीवण पटेल (महेंद्र जीवण वसावा), अय्युब बरकत पटेल (रमण बरकत वसावा) और इब्राहिम पूना पटेल (जितु पूना वसावा) को गिरफ्तार भी किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने कमजोर आर्थिक स्थिति और आदिवासी समुदाय के सदस्यों की निरक्षरता का फायदा उठाकर उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने का प्रलोभन दिया। उन्होंने कहा कि सभी नौ आरोपी स्थानीय निवासी हैं।
हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लाभू राम ने बताया कि सोमू अवराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है। कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है।
धर्मांतरण रैकेटे केस को लेकर उत्तर प्रदेश के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा कि इस मामले में अबतक कुल 16 गिरफ्तारियां हुई हैं। धर्मांतरण मामले में 10 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। 3 आरोपियों को ब्रिटेन की एक ट्रस्ट से 57 करोड़ रुपए मिले हैं।
अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जबरन धर्मांतरण का मुकाबला करने के लिए एक अभियान 'घर घर अंदर धर्मशाला' शुरू किया है। अभियान के तहत सिख प्रचारक अपने धर्म पर साहित्य बांटने के लिए गांवों का दौरा करेंगे।
उत्तर प्रदेश में गहरी साजिश के तहत धर्मांतरण के खेल में गिरफ्तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मौलाना कलीम सिद्दीकी की पुलिस रिमांड विशेष कोर्ट ने मंजूर कर ली है। 10 दिनों की रिमांड अवधि शुक्रवार (24 सितंबर) सुबह 10 बजे से शुरू होगी। यूपी एटीएस अब कलीम सिद्दीकी से धर्मांतरण की साजिश के राज उगलवाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी ने एक टीम का गठन किया है।
इस मामले में अबतक मौलाना कलीम सिद्दीकी समेत 11 लोगों को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है। यूपी एटीएस के मुताबिक कलीम सिद्दीकी गैर मुस्लिम को बहका कर धर्मांतरण कराता है।
पुलिस के अनुसार, हिंदू जागरण वेदिक के सदस्यों ने कुक्कंदूर गांव के एक चर्च में यह आरोप लगाया कि चर्च के अधिकारियों ने वहां 35 से अधिक हिंदुओं को धर्मांतरण के लिए इकट्ठा किया है।
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने दावा किया है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं और ईसाइयों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक युवक द्वारा एक नाबालिग की अंतरंग तस्वीरें लेकर वायरस करने की धमकी देने का मामला सामने आया है।
6 साल पहले गायब हुए संतोष नाम के एक लड़के ने अपने भाइयों को अचानक फोन किया और बताया कि वह अब अब्दुल्ला बन गया है।
उमर गौतम के धर्मांतरण रैकेट के खुलासे के बाद कई पीड़ित और उनकी रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानियां सामने आ चुकी हैं।आप नोएडा के 17 साल के लड़के दर्श सक्सेना की कहानी सुनेंगे तो हैरान रह जाएंगे। कैसे एक मासूम लड़का धर्म परिवर्तन रैकेट का शिकार हो गया? कैसे उसे दर्श से रेहान अंसारी बना दिया गया? देखिए मुक़ाबला
उत्तर प्रदेश में जो मामले सामने आए हैं, उनमें ज्यादातर या तो नाबालिग थे या फिर वे दिव्यांग युवा थे। अपने परिवार पर आश्रित युवाओं का धर्म परिवर्तन करना न सिर्फ कानून बल्कि मानवता के खिलाफ भी अपराध है।
सूत्रों के अनुसार मोहम्मद उमर गौतम आतंकी संगठनों से मिलकर धर्मांतरण का खेल खेल रहा था और इसके लिए उसने देशभर में 60 से ज्यादा दावाह सेंटर देश में खोले गए थे। आरोप है कि उमर गौतम के दावाह केंद्र धर्म परिवर्तन और आतंकियों को तैयार करने के अड्डे बन गए थे।
यूपी एटीएस ने सोमवार को नई दिल्ली के जामिया नगर निवासी दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ एक राष्ट्रव्यापी सामूहिक धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया। उन्होंने कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी धन प्राप्त किया, और इस्लाम में धर्मांतरण के लिए विशेष रूप से विकलांग बच्चों और समाज के अन्य कमजोर समूहों को लक्षित किया।
धर्मांतरण मामले में विदेशी फंडिंग की जांच शुरू हो गई है। बताया जाता है कि फंडिंग से प्राप्त रकम का बड़ा हिस्सा पाकिस्तान और कुछ अन्य खाड़ी देशों से आया। वहीं जांच एजेंसियां मनी ट्रेल का ISI से लिंक तलाशने में जुट गई हैं।
लगभग 8 महीने तक जहन्नुम की सारी यातनाएं के बाद फरवरी 2016 में यह बच्ची किसी तरह वहां से आजाद हुई।
धर्म परिवर्तन कर इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाने वाले दलित वर्ग के लोग अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, दोनों ने दिल्ली के एक मंदिर में 14 अक्टूबर को आर्य समाज की रस्मों से शादी कर ली थी। वे मंगलवार को उसी मंदिर द्वारा जारी किए गए विवाह प्रमाण पत्र के साथ अयाना पुलिस स्टेशन पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की लपटें और चीख-पुकार सुनकर गांव के लोगों ने बड़ी मुश्किल से अनवर उर्फ देवप्रकाश और उसके बच्चों को बाहर निकाला।
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