कोरोना महामारी की मार से चीन चित्त पड़ा है। कोविड के भीषण संक्रमण से चीन में मौतों का तांडव चल रहा है। अस्पताल मरीजों से तो मुर्दाघर लाशों से पटे पड़े हैं। इसके बावजूद कोविड संक्रमण से होने वाली मौतों के सच को वह छिपाने में जुटा है। यह बात अलग है कि अस्पतालों से लेकर गलियों और मुर्दाघरों तक पड़ी लाशें उसकी पोल खोल रही।
संसद में आज देश की बढ़ती हुई आबादी को रोकने के लिए चर्चा होनी थी। आज बीजेपी के राज्य सभा सांसद राकेश सिन्हा Population Regulation पर प्राइवेट मेंबर बिल पर चर्चा करना चाहते थे। ये बिल 2019 में ही इंट्रोड्यूस की जा चुकी है। लेकिन आज भी इस बिल पर चर्चा नहीं हो सकी। ये बार बार साफ किया गया है कि इस बिल का किसी धर्म या जाति से लेना देना नहीं है। अमूमन हर तबका भी यही मानता है कि जनसंख्या नियंत्रण होनी चाहिए। इस पर बहस होनी चाहिए और एक प्रभावी कानून बनना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। आप सांसद राकेश सिन्हा की बात सुनेंगे तो आपको पता चलेगा कि देश में बढ़ती जनसंख्या अब विस्फोट के कगार पर है। अगर ये नहीं रोका गया तो सिविल वॉर यानी गृह गृहयुद्ध हो जाएगा
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