एक महिला को जादू-टोना करने के आरोप में उसको शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने पर शीर्ष अदालत ने हैरानी जताई। कोर्ट ने कहा कि पीड़िता के साथ सार्वजनिक रूप से मारपीट और दुर्व्यवहार किया गया, जो निस्संदेह उसकी गरिमा का अपमान था। इस घटना ने कोर्ट की अंतरात्मा को झकझोर दिया, क्योंकि ऐसे कृत्य 21वीं सदी में हो रहे हैं।
अमित शाह ने गिनाया कि कांग्रेस ने संविधान में जो संशोधन किए, वो अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी लगाने के लिए थे, आम नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनने के लिए थे। अमित शाह की ये बात सही है और इमरजेंसी के काले दिन इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।
लोकसभा में संविधान की चर्चा पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम उदाहरणों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान के महत्व को कम करने का काम किया है।
अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लद्दाख में भारत सीमा से पीछे हटा है।
लोकसभा में संविधान पर चर्चा के लिए दो दिन तय किए गए हैं। शुक्रवार और शनिवार को सदन में संविधान पर चर्चा होगी। राजनथ सिंह ने इस बहस की शुरुआत की है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस चर्चा की शुरुआत की जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को इस दो दिवसीय बहस का जवाब देंगे। प्रियंका गांधी ने पहली बार संसद में भाषण दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को इस दो दिवसीय बहस का जवाब देंगे। दो दिवसीय चर्चा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रणनीति बनाने संबंधी एक बैठक की, जिसमें अमित शाह और राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा भी शामिल हुए।
26 नवंबर, ये तारीख हिंदुस्तान की पॉलिटिक्स को बदलने वाली तारीख है। नई दिल्ली में आज तीन अलग अलग लोकेशन्स पर संविधान दिवस पर कार्यक्रम हुए। एक संसद में हुआ जहां राष्ट्रपति थीं, नरेंद्र मोदी थे, राहुल गांधी थे
अपने ही पार्टी के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी का माइक अचानक बंद हो गया। माइक काफी देर तक बंद रहा। जब माइक ऑन हुआ तो राहुल ने कहा कि चाहे कितने भी माइक बंद कर लो, मैं बोलता रहूंगा।
यह आयोजन 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाए जाने की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। संविधान औपचारिक रूप से 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था।
आज के दिन को देश में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर आज हम आपको मौलिक अधिकार और मौलिक कर्त्तव्य के बारे में बताएंगे जो हमें संविधान से मिले हैं।
आज के दिन साल 1949 में भारत के संविधान को अंगीकार किया गया था। इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं पीएम मोदी ने संविधान दिवस पर देशवासियों को बधाई दी है।
Constitution Day: 26 नवंबर को देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। आप जरूर ये सोच रहे होंगे कि अगर संविधान लागू हुआ 26 जनवरी को तो 26 नवंबर को संविधान दिवस क्यों मनाया जाता है। चलिए जानते हैं। Samvidhan Divas
राहुल गांधी की रैली में बंटी 'लाल किताब' को लेकर बीजेपी नेता हमलावर हैं। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को नोटपैड बांटा है।
राहुल ने लोकसभा चुनाव में 'संविधान खतरे में है' का नैरेटिव सेट किया था जिसका इंडी अलायंस को चुनाव में फायदा मिला। राहल वही नैरेटिव विधानसभा चुनाव में चलाना चाहते हैं इसीलिए उन्होंने महाराष्ट्र में अपने कैम्पेन की शुरुआत नागपुर से की।
देश 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मना रहा है। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया और 26 जुलाई को "संविधान मानस्तंभ" के "स्थापना दिवस" के रूप में मनाया जाएगा।
पिछले दिनों ही केंद्र सरकार ने 1975 के आपातकाल के विरोध में 'संविधान हत्या दिवस' मनाए जाने का ऐलान किया था। इसी को लेकर नागपुर में RSS की महिला सहयोगी संगठन राष्ट्रीय सेविका समिति ने एक प्रस्ताव पारित किया है।
संविधान हत्या दिवस को लेकर खरगे ने कहा कि पिछले 10 साल में आपकी सरकार रोज संविधान हत्या दिवस मनाती है। वहीं, अखिलेश यादव ने 30 जनवरी को ‘लोकतंत्र हत्या दिवस’ मनाने की बात कही।
सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि सूचना आयुक्त की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया है। इस पर कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा कि सिर्फ सूचना आयुक्त ही नहीं, सरकार लोकायुक्त, राज्य मानवाधिकार आयोग एवं अन्य संवैधानिक संस्थाओं में रिक्त पदों को जल्द भरने की प्रक्रिया पूरी करे।
सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में सुनवाई करते हुए टिप्पणी की थी कि संविधान का उद्देश्य ‘सामाजिक बदलाव की भावना’ लाना है और यह कहना ‘खतरनाक’ होगा कि किसी व्यक्ति की निजी संपत्ति को ‘समुदाय का भौतिक संसाधन’ नहीं माना जा सकता।
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