Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस को ‘बीमार’ करार देते हुए आजाद ने कहा, ‘‘मैं तो दुआ ही कर सकता हूं। मेरी दुआ से तो कांग्रेस ठीक नहीं हो सकती। उसके लिए दवा चाहिए, उसके लिए जो डॉक्टर हैं वह असल में डॉक्टर नहीं बल्कि कम्पाउडर हैं।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि आगामी संगठनात्मक चुनावों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा चुने गए नेताओं द्वारा निर्वाचित अध्यक्ष को पार्टी के कामकाज में सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने कहा कि ज्यादातर पार्टी कार्यकर्ता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी की कमान संभालें क्योंकि पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन में उनकी व्यापक स्वीकार्यकता है।
सोनिया गांधी देश में मौजूद नहीं हो सकती हैं, जब कांग्रेस नेता अगले पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए बैठक करेंगे, क्योंकि वह चेकअप के बाद अपनी बीमार मां से मिलने जाएंगी।
Ashok Gehlot: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए एक प्रमुख दावेदार के रूप में देखे जा रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब तक आधिकारिक रूप से कोई फैसला नहीं हो जाए तब तक कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।
Rajasthan News: सीएम गहलोत ने कहा कि अगर राहुल पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इससे कांग्रेसजन निराश होंगे। पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर जारी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को अध्यक्ष बनना चाहिए।
Congress President Election: सोनिया गांधी और पार्टी का कहना है कि 20 सितंबर तक कांग्रेस को अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
Congress New President: वर्ष 2014 के बाद से लगातार देश भर में हासिये पर पहुंच चुकी कांग्रेस का राजनीतिक अस्तित्व खतरे में है। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिया ..कांग्रेस मुक्त भारत... बनाने का नारा सच साबित होने वाला है। आखिर क्या वजह है कि कांग्रेस की राजनीतिक जमीन लगातार खिसकती जा रही है।
Sonia Gandhi Health Updates: कोविड से संक्रमित होने के बाद वे कई तरह की परेशानियों से जूझ रही थीं। इसे लेकर उन्हें 12 जून को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस में कई लोग प्रशांत किशोर की विश्वसनीयता को लेकर भी कई लोगों के मन में आशंकाएं थीं।
सोनिया गांधी इस वक्त कांग्रेस के भीतर मचे तूफान को शांत करने की जीतोड़ कोशिश कर रही हैं.आज गुलाम नबी आजाद ने जो कहा उससे लगा कि फिलहाल तूफान थम जाएगा.संकेत ये मिले हैं कि गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी से साफ साफ कह दिया है कि कपिल सिब्बल हों या अन्य कांग्रेस नेता किसी को सोनिया गांधी की लीडरशिप से दिक्कत नहीं हैं। आज की बात में रजत शर्मा के साथ देखिए पूरे घटनाक्रम का सटीक विश्लेषण
रविवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा था कि वह संगठनात्मक चुनाव पूरा होने तक पद पर बने रहें और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर पार्टी के ज्यादातर नेताओं ने सहमति जताई।
कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान एक बार फिर राहुल गांधी को मिल सकती है। पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे।
कपिल सिब्बल ने कहा कि हमारे एक वरिष्ठ सहयोगी ने cwc की मीटिंग के लिए कांग्रेस अध्यक्षा को लिखा था ताकि जो हम पब्लिक में नहीं कह सकते वो उनके सामने कह सकें। कम से कम cwc में इस बात पर चर्चा तो हो कि क्यों इस तरह की स्थिति बन चुकी है।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पहले प्रस्ताव रखा गया था कि 23 जून को नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान किया जाए, लेकिन बाद में सभी सदस्यों के बीच सहमति बनी की जबतक देश में कोरोना महामारी है तबतक कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी में आंतरिक चुनाव की घोषणा हो गई है, अगले महीने यानि 23 जून को कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए वोटिंग हो सकती है। दिल्ली में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में नए आंतरिक चुनाव तथा नए अध्यक्ष के इलेक्शन को लेकर फैसला किया गया है।
कांग्रेस ने अपनी शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद शुक्रवार को कहा कि इस साल जून में उसका नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ शनिवार को हुई बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी की कमान सौंपे जाने की इच्छा जताई।
इस कमेटी के 6 सदस्यों में सबसे पहला नाम वरिष्ठ पार्टी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी का है, उनके बाद अहमद पटेल, अंबिका सोनी, के सी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला का नाम है। सभी 6 सदस्यों को राहुल गांधी का करीबी समझा जाता है।
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