नए साल पर मौसम की बात करें तो पंजाब और हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर कड़ाके की ठंड जारी रही और घना कोहरा भी देखने को मिला।
मौसम विभाग ने कहा कि इस बीच, दिल्ली के पड़ोसी राज्यों जैसे पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में भी 3 जनवरी तक शीत लहर जैसी स्थिति बनी रहने की संभावना है।
शोपियां, अनंतनाग, सोपोर समेत कई इलाकों में बर्फ जम जाने की वजह से पीने के पानी का संकट आ गया है। यही हालात उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों का भी है। गुलमर्ग के पास टंगमर्ग में प्रचंड ठंड की वजह से झरने जम गए हैं।
न्यूनतम तापमान में थोड़ी-सी वृद्धि हुई लेकिन यह अब भी कम बना हुआ है जिससे सुबह बेहद ठंड पड़ रही है। भारत मौसम विज्ञान (आईएमडी) विभाग के अनुसार, सापेक्ष आर्द्रता 94 प्रतिशत दर्ज की गयी।
लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से 13.9 डिग्री सेल्सियस (-13.9 डिग्री सेल्सियस) नीचे दर्ज किया गया है, जबकि कल रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 16.0 डिग्री सेल्सियस कम था।
विभाग के मुताबिक, राजधानी में न्यूनतम और अधिकतम तापमान 4 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
आईएमडी ने उत्तरपश्चिमी भारत में अगले तीन दिनों तक शीत लहर चलने का अनुमान जताया है और उसके बाद इससे राहत मिल सकती है। अगले दो दिनों में उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों और पंजाब तथा हरियाणा में 23 और 24 दिसंबर को घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।
पहाड़ों में बर्फबारी जारी है और इन सबका असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है। दिल्ली में आज सुबह पारा लुढ़कर सात डिग्री तक पहुंच गया। कानपुर में भी लोग ठंड से परेशान दिखे। दिल्ली समेत उत्तर भारत के राज्यों में तेज हवा ने भी ठंड बढ़ा दी है।
पूर्वी भारत के ज्यादातर हिस्सों और महाराष्ट्र में अगले चार दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
शुक्रवार को एक बार फिर हिमालय की तरफ से आने वाली ठंडी उत्तरी हवाओं का प्रभाव राज्य में शुरू होगा, इससे 17 से 20 दिसंबर के दौरान बीकानेर, जयपुर संभाग व आसपास के जिलों में शीतलहर चलने की प्रबल संभावना है।
दिल्ली में 15 नवंबर से जोरदार ठंड पड़ेगी और 10 डिग्री तक तापमान गिर जाएगा। वहीं बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहने का अनुमान है। दोपहर में भी ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है इसकी वजह दोपहर में सर्द हवा का चलना है।
ठंड से लोगों को अभी अगले कुछ दिनों में राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। दिन के वक्त धूप निकलने से लोगों को सर्दी से राहत मिल रही है, लेकिन अगर मौसम विज्ञान की मानें तो आने वाले दिनो में ठंड में इजाफा होगा।
देश के कई हिस्सों में ठंड का दौर अब भी जारी है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन दिनों सर्द हवाओं के साथ ही किसी-किसी हिस्से में बारिश का दौर जारी है। ओड़िशा के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान आंशिक रूप से बढ़ने के बाद अगले 24 घंटे में कम से कम छह जिलों में शीतलहर लौटने की आशंका है।
कड़ाके की ठंड के चलते देश के कई हिस्सों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पंजाब समेत कई राज्यों में कोहरे और शीतलहर से आम जनजीवन प्रभावित है। UP में पिछले करीब एक पखवाड़े से जारी सर्दी के सितम के बीच आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना है।
राजस्थान के एक मात्र पर्वतीय पयर्टन स्थल माउंट आबू में पारा लगातार जमाव बिंदु से नीचे बना हुआ है जहां बीती शनिवार रात यह शून्य से नीचे 2.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को तापमान में थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक रविवार को तापमान में फिर गिरावट आने की संभावना है।
देश की राजधानी नई दिल्ली (National Capital New Delhi) में शुक्रवार को भी शीतलहर (Cold wave) जारी रही और न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम है।
आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि अगले दो दिन में न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट का अनुमान है, इसलिए शीतलहर की स्थिति वापस आ सकती है।
राजस्थान के ज्यादातर इलाके एक बार फिर कड़ाके की सर्दी की चपेट में आ गए हैं। राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में बीती मंगलवार रात न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग (IMD) के अधिकारी ने कहा, "जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में 22 जनवरी तक शीतलहर की स्थिति रहेगी। इसके बाद 24 जनवरी को हल्की से मध्यम बर्फबारी और बारिश होगी।"
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