साल 2020 के जाते-जाते ठंड भी बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी मंगलवार को शीतलहर से ठिठुरती रही और न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में अगले दो दिनों तक ठंडी हवाओं से लोगों को राहत नहीं मिलेगी।
साल 2020 के जाते-जाते ठंड भी बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी मंगलवार को शीतलहर से ठिठुरती रही और न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में अगले दो दिनों तक ठंडी हवाओं से लोगों को राहत नहीं मिलेगी।
उत्तर भारत के हिस्सों में 29-31 दिसंबर से रात के तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। कई राज्यों में शीतलहर चल रही है। यह बात सोमवार को भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कही।
मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तामपान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को तामपान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
Cold Wave: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं, बृहस्पतिवार सुबह घना कोहरा छाए रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में रात के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने वाला है।
उत्तर भारत में रविवार को सर्दी का प्रकोप जारी रहा और जम्मू कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे चला गया, वहीं दिल्ली में इस मौसम का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया।
पूरे उत्तर भारत में जारी शीत लहर के चलते शनिवार को भी अधिकतर भागों में ठंड का प्रकोप बरकरार रहा। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 3.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है जहां बीती बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान माउंट आबू में शून्य से नीचे 2.5 डिग्री व चुरू में 0.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देश के उत्तरी क्षेत्र में शुक्रवार को प्रचंड शीत लहर जारी है जिससे ठंड लगातार बढ़ रही है। देश की राजधानी दिल्ली में सर्दी के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। यहां पर पिछले 10 सालों में सबसे भयंकर सर्दी पड़ रही है।
दिल्ली में गुरुवार को मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जिसके तहत पारा गिरकर 3.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार तक शीतलहर जारी रहने का अनुमान जताया है।
पिछले हफ्ते उत्तर भारत में पहाड़ी क्षेत्रों में कई जगहों पर बर्फबारी हुई है तथा कुछ जगहों पर मैदानी क्षेत्रों में बारिश भी देखने को मिली है, पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद अब ठंडी हवाएं चल रही हैं जिस वजह से मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप देखा जा रहा है।
उत्तर भारत बुधवार को बर्फीली हवाओं के आगोश में रहा। उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों में घना कोहरा छाया रहा, जहां कम दृश्यता के चलते एक बस और गैस टैंकर की भिड़ंत में आठ लोगों की मौत हो गई।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को ठंड बढ़ गई और कई राज्यों में घना कोहरा छाया रहा जबकि दिल्ली में इस मौसम का अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, तो वहीं कश्मीर में रात का तापमान शून्य से नीचे चला गया।
दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री रहा। पिछले 10 साल में पांचवीं बार दिसंबर में तापमान इतना नीचे गया है।
मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि अगले दो-तीन दिनों में उत्तर भारत में रात के तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। मौसम विभाग ने कहा कि पंजाब में ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है जबकि हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर पश्चिम राजस्थान में भी ठंड की स्थिति बनी रहेगी।
दिल्ली में सोमवार को पारे में भारी गिरावट देखी गई और अगर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ तो गुरुवार-शुक्रवार तक और गिरावट हो सकती है।
राजधानी जयपुर सहित राजस्थान के अनेक हिस्सों में दो दिन के बाद शुक्रवार को अच्छी धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। इस बीच बृहस्पतिवार रात माउंट आबू में न्यनूतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली में नवम्बर के महीने में पिछले साल 11.5 डिग्री सेल्सियस, 2018 में 10.5 डिग्री सेल्सियस और 2017 में 7.6 डिग्री सेल्सियस सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था। नवम्बर में अब तक का सबसे कम 3.9 डिग्री सेल्सियस तापमान 28 नवम्बर, 1938 को दर्ज किया गया था।
श्रीवास्तव ने कहा कि बर्फ से ढके पश्चिमी हिमालयी इलाकों से ठंडी हवा बहने के कारण तापमान में गिरावट आई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार की सुबह ठंड रही और न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से चार डिग्री कम था।
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