लॉकडाउन की वजह से बिजली की मांग में गिरावट से कोयले की सप्लाई पर असर
आर्थिक पैकेज की चौथी किस्त जारी करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोयला क्षेत्र में वाणिज्यिक खनन शुरू होगा, सरकार का एकाधिकार समाप्त होगा।
भारत सालाना 23.5 करोड़ टन कोयले का आयात करता है इस घटाने की कोशिश
मार्च के महीने में सभी 8 कोर सेक्टर में रहा गिरावट का रुख
कोयला और रिफायनरी प्रोडक्ट के बेहतर प्रदर्शन से कोर सेक्टर को मिला सहारा
NCL के 15 हजार कर्मचारी अपने एक दिन का वेतन PM CARES फंड में देंगे
बिजली और खनन क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले बेहतर ग्रोथ दर्ज
पावर सेक्टर में तेजी के संकेतों से कोर सेक्टर को मिला फायदा
बिजली क्षेत्र में कोल इंडिया से कोयला की सप्लाई 6.8 प्रतिशत कम
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया की बिजली क्षेत्र को कोयला आपूर्ति चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में 6.8 प्रतिशत घटकर 37.79 करोड़ टन रही।
दिसंबर के महीने में कोर सेक्टर में बढ़त दर्ज हुई है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नीलांचल इस्पात निगम में छह सार्वजनिक उपक्रमों की हिस्सेदारी बेचने की को भी मंजूरी प्रदान की है।
सरकारी कंपनी कोल इंडिया की विशेष ई-नीलामी के जरिए बिजली क्षेत्र को आवंटित होने वाले कोयले में गिरावट आई है।
कंपनी ने नवंबर 2019 में मंत्रालय को भेजे अपने जवाब में कहा कि जमीन और पानी की अनुपलब्धता और स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण कोयला ब्लॉक के विकास में अड़चनें आ रही हैं।
कोल इंडिया वित्त वर्ष 2023-24 तक अपने उत्पादन को एक अरब टन तक पहुंचाएगी। कोल इंडिया को अभी 66 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है
सरकार ने कोल इंडिया को अगले दो- तीन साल के दौरान कोयला खदानों से कम से कम प्रतिदिन 20 लाख घनमीटर प्राकृतिक गैस उत्पादन करने को कहा है।
कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह या तो 110 अतिरिक्त ब्लाक का परिचालन शुरू करे या ये खदान सरकार को लौटा दे।
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में 8.5 प्रतिशत घटकर 25.3 करोड़ टन रह गई है।
सरकार ने गुरुवार को कोयला खदान में काम करने वाले कामगारों के लिए एक बड़ा फैसला लिया। अब कोयला खदान में होने वाले भीषण जानलेवा हादसों के मामले में अनुग्रह राशि तीन गुना बढ़ा दिया गया है।
आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर में 5.2 प्रतिशत घट गया है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है।
संपादक की पसंद