कोल इंडिया ने बयान में कहा कि 2020-21 के 10,000 करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। कुल 3,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश में सीआईएल की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक सब्सिडियरी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लि.का हिस्सा करीब 800 करोड़ रुपये है।
नवंबर के महीने के दौरान कोल इंडिया द्वारा बिजली क्षेत्र को की गई ईंधन की आपूर्ति 3.938 करोड़ टन पर स्थिर रही। पिछले साल के इसी महीने में कोल इंडिया द्वारा कोयले की आपूर्ति 3.912 करोड़ टन हुई थी।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कोल इंडिया का शुद्ध लाभ 16 प्रतिशत घटकर 2,951 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,523 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कोल इंडिया ने शेयर बाजार को बताया कि इस अवधि में उसकी बिक्री आय 19,484 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 18,986 करोड़ रुपये थी।
Coal India Jobs: कोल इंडिया की सब्सिडियरी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) में नौकरी का शानदार मौका है।
कंपनी ने जानकारी दी है कि 20 करोड़ और उससे अधिक की लागत वाली 123 कोयला परियोजनाओं में काम जारी है जिसमें से 69 परियोजनाएं अपने निर्धारित समय पर हैं वहीं 54 परियोजनाएं देरी से चल रही
तिमाही के दौरान कंपनी की आय 25.9 फीसदी की गिरावट के साथ 18487 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। पिछले साल की इसी तिमाही में ये आंकड़ा 24,939 करोड़ रुपये का था। वहीं अन्य आय 32 फीसदी की गिरावट के साथ 785 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।
इससे पहले कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा था कि कोल इंडिया के कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले कर्मचारी की मौत को कार्यस्थल पर दुर्घटना के तौर पर देखा जाएगा और उनके परिजनों को उसके अनुरूप लाभ दिए जाएंगे।
कंपनी के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने शनिवार को भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।
कुछ राज्यों में फिर से लॉकडाउन की आशंका से दूसरी तिमाही में भी अनिश्चितता बढ़ी
कंपनी ने कहा कि नया कार्यक्रम ई-नीलामी की मौजूदा चार श्रेणियों के अतिरिक्त है। इसमें सिर्फ आयातक खरीदार ही हिस्सा ले सकेंगे।
जनवरी के मुकाबले बकाया 80 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया।
यह हड़ताल ऐसे समय में हो रही है, जब सरकार ने कोल इंडिया (सीआईएल) के लिए एक अरब टन कोयला उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है
देश में कोयले का आयात 2019-20 में 3.2 प्रतिशत बढ़कर 24.3 करोड़ टन रहा।
लॉकडाउन की वजह से बिजली की मांग में गिरावट से कोयले की सप्लाई पर असर
NCL के 15 हजार कर्मचारी अपने एक दिन का वेतन PM CARES फंड में देंगे
बिजली क्षेत्र में कोल इंडिया से कोयला की सप्लाई 6.8 प्रतिशत कम
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया की बिजली क्षेत्र को कोयला आपूर्ति चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में 6.8 प्रतिशत घटकर 37.79 करोड़ टन रही।
सरकारी कंपनी कोल इंडिया की विशेष ई-नीलामी के जरिए बिजली क्षेत्र को आवंटित होने वाले कोयले में गिरावट आई है।
कोल इंडिया वित्त वर्ष 2023-24 तक अपने उत्पादन को एक अरब टन तक पहुंचाएगी। कोल इंडिया को अभी 66 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है
सरकार ने कोल इंडिया को अगले दो- तीन साल के दौरान कोयला खदानों से कम से कम प्रतिदिन 20 लाख घनमीटर प्राकृतिक गैस उत्पादन करने को कहा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़