सीएनजी इंजन से न केवल प्रदूषण में कमी आती है बल्कि नाविकों के लिए प्रति वर्ष 25,000 रुपये से 30,000 रुपये बचाने में भी मदद मिलेगी।
डीजल-पेट्रोल की महंगी कीमतों के कारण सीएनजी कारों को ज्यादा पसंद किया जाता है। इसे न केवल चलाने में कम खर्चा आता है, बल्कि इसकी मेंटनेंस भी सस्ती होती है। लेकिन अगर आप एक सीएनजी कार के मालिक हैं तो आपको कुछ विशेष गलतियां करने से बचना चाहिए।
सीएनजी न केवल पर्यावरण और आपकी कार के लिए अच्छा है बल्कि सुरक्षा के नजरिए से भी एक बेहतरीन फ्यूल है। आज हम आपको बताएंगे कि कीमत और सुरक्षा के लिहाज से ये कितना बढ़िया है और इंजन के लिए कितना अच्छा है।
भारत में अब सीएनजी कारों की मांग यकायक बढ़ी है, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी इस समय आसमान छू रहीं हैं। दूसरी ओर किफायती और पर्यावरण को नुकसान ने पहुंचने के कारण यह लोंगो की पहली पसंद बनती जा रही हैं।
सरकार के अनुसार जनवरी 2021 से लेकर नवंबर 2022 तक अतंरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें 327 फीसदी बढ़ीं, लेकिन भारत में केवल 84 फीसदी ही इजाफा हुआ। जिसके चलते कीमतें बढ़ाई जा रही हैं।
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों और लोगों की मांग को देखते हुए टाटा और मारुति जैसी मशहूर कंपनियां अपनी कार को सीएनजी मॉडल के साथ लॉन्च करने की तैयारी में है। अगर आप भी सीएनजी कार खरीदना चाहते हैं तो इन 3 बेहतरीन कारों में से किसी एक को खरीद सकते हैं। सीएनजी वेरिएंट्स के साथ ही ये कई आधुनिक फीचर्स से लैस हैं।
आम लोगों को महंगाई का तगड़ा झटका लगा है। CNG की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। बता दें, इससे पहले 8 अक्टूबर को 3 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
2022 का साल सीएनजी की कीमतों को लेकर एतिहासिक रहा है। बीते एक साल के भीतर सीएनजी की कीमतों में 70 प्रतिशत की तेजी आ गई है। जो सीएनजी कभी डीजल से आधी हुआ करती थी, वह अब बराबर हो चुकी है।
Maruti Suzuki Brezza CNG Launch Update : भारत में सीएनजी वाहनों की मांग हाल के दिनों में बढ़ी है। इसलिए कई वाहन निर्माता कंपनियां नए सीएनजी वाहन लॉन्च करने लगी हैं। अब मारुति सुजुकी कंपनी अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी ब्रेजा का सीएनजी मॉडल लॉन्च करने जा रही है।
केंद्र सरकार सीएनजी पर 14 प्रतिशत की दर से उत्पाद शुल्क वसूलती है जबकि राज्यों में इस पर 24.5 प्रतिशत तक मूल्यवर्द्धित कर (वैट) लगा हुआ है।
सरकार द्वारा किरीट पारेख की अगुवाई में नियुक्त गैस मूल्य समीक्षा समिति ने इसकी सिफारिश की है। CNG और पाइपलाइन से आने वाली रसोई गैस PNG की कीमतों में नरमी लाने के लिए ऐसा किया जाएगा।
अगर आप सीएनजी अल्टो के10 खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको पेट्रोल मॉडल से अधिक कीमत चुकानी होगी।
दिल्ली में आप सीएनजी को सस्ता कह सकते हैं लेकिन अन्य शहरों में यह स्थिति नहीं है। सीएनजी कारें आम पेट्रोल कारों के मुकाबले करीब एक लाख रुपये महंगी पड़ती हैं।
CNG को आमतौर पर पेट्रोल का सस्ता विकल्प माना जाता था, लेकिन इस साल तस्वीर बदल चुकी है। एक बार फिर CNG की कीमतों में बढ़ोत्तरी की गई है।
Maruti का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के दौरान सीएनजी वाहनों की बिक्री को 75 प्रतिशत बढ़ाकर चार लाख इकाई तक पहुंचाना है। जबकि पिछले साल हमने 2.3 लाख कारें बेची थीं।
कीमतों में वृद्धि दिल्ली के करीब 97,000 ऑटो चालकों को राहत जरूर दे सकता है, लेकिन इसकी सबसे बुरी मार इसकी सवारी करने वाले निम्न और मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ेगी।
VAT पर कटौती से अब सीएनजी और पीएनजी का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को सीधे तौर पर प्रतिकिलो पर 5 से 7 रुपए का फायदा होगा। हालांकि, सीएनजी और पीएनजी पर छूट देकर राज्य सरकार अपने ऊपर अतिरिक्त 300 करोड़ का बोझ भी ले रही है।
अप्रैल 2021 से लेकर अब तक दिल्ली में सीएनजी की कीमत 35.21 रुपये प्रति किलोग्राम (लगभग 80 प्रतिशत) तक बढ़ाई जा चुकी है।
CNG-PNG Rate: दिल्ली और नोएडा के अलावा अन्य जगहों पर भी दामों में परिवर्तन आया है। गुरुग्राम में सीएनजी के दाम 86.94 रुपये, रेवाड़ी में 89.07 रुपये, करनाल में 87.27 रुपये, मुजफ्फरनगर में 85.84 और कानपुर में 89.81 रुपये हो गया है।
CNG-PNG Price Hike: अब मुंबई और उसके आस-पास कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (CNG) की खुदरा कीमत 86 रुपए प्रति किलो हो गई है। वहीं घरेलू पीएनजी की कीमत 52.50 रुपए प्रति एससीएम हो गई है।
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