सूत्रों ने कहा कि फिलहाल खुदरा विक्रेताओं ने सीएनजी की दरें नहीं बढ़ाई हैं क्योंकि वे इसके समाधान के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक विकल्प यह है कि सरकार सीएनजी पर उत्पाद शुल्क में कटौती करे।
दिल्ली-एनसीआर में सीएनजी की कीमतें बढ़ गई हैं। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने नई दरें आज से लागू कर दी है। प्रति किलो गैस में करीब एक रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
Torrent Gas cng price : महानगर गैस लिमिटेड और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के बाद अब टॉरेंट गैस ने भी सीएनजी की कीमतों में कटौती की है। कंपनी ने सीएनजी की कीमत में 2.50 रुपये प्रति किलोग्राम की कटौती की घोषणा की है।
नई दरें 23 नवंबर 2023 से लागू हो गई हैं। आज से लोगों का सीएनजी पर खर्च बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर में ज्यादातर गाड़ियां सीएनजी से ही चलती हैं। ऐसे में इनका खर्च भी बढ़ गया है।
पेट्रोल और डीजल महंगा होने के चलते सीएनजी वाली गाड़ियों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। बड़ी संख्या में वाहन मालिक सीएनजी वाहनों का उपयोग करते हैं। सरकार दो साल में एक बार स्थानीय रूप से उत्पादित प्राकृतिक गैस के लिए कीमतें निर्धारित करती है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
गैस कीमतों में दो साल में लगभग 50 प्रतिशत वृद्धि होने के बाद यह कटौती की गई है। सीएनजी कीमतें अप्रैल, 2021 से दिसंबर, 2022 के बीच 15 बार बढ़ाई गईं।
सीएनजी और पीएनजी की कीमतें आज से काफी कम हो गई हैं। एटीजीएल ने 8 अप्रैल से सीएनजी की कीमत में 8.13 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी की कीमत में 5.06 रुपये प्रति घन सेंटीमीटर तक की कमी की है।
यह कदम घरेलू स्तर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस के मूल्य निर्धारण की नई व्यवस्था की बृहस्पतिवार को की गई घोषणा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हालांकि मूल्य निर्धारण फॉर्मूले में बदलाव करते हुए उपभोक्ताओं के लिए दरों को 6.5 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू पर सीमति कर दिया है।
सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल बैठक के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने घरेलू प्राकृतिक गैस कीमत निर्धारण के नए फॉर्मूले को मंजूरी दी है।
पाइपलाइनों के लिए टैरिफ का शुल्क बढ़कर 45 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। इसके बाद 1 अप्रैल, 2023 से यह टैरिफ 58.61 रुपये प्रति एमएमबीटीयू हो जाएगा।
पेट्रोल की कीमत जहां 90 से 100 रुपये के बीच है, वहीं CNG 75 से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाती है। कार्बन एमिशन की बात करें तो यहां भी CNG बेहतर है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
भारत में अब सीएनजी कारों की मांग यकायक बढ़ी है, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी इस समय आसमान छू रहीं हैं। दूसरी ओर किफायती और पर्यावरण को नुकसान ने पहुंचने के कारण यह लोंगो की पहली पसंद बनती जा रही हैं।
सरकार के अनुसार जनवरी 2021 से लेकर नवंबर 2022 तक अतंरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें 327 फीसदी बढ़ीं, लेकिन भारत में केवल 84 फीसदी ही इजाफा हुआ। जिसके चलते कीमतें बढ़ाई जा रही हैं।
आम लोगों को महंगाई का तगड़ा झटका लगा है। CNG की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। बता दें, इससे पहले 8 अक्टूबर को 3 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
केंद्र सरकार सीएनजी पर 14 प्रतिशत की दर से उत्पाद शुल्क वसूलती है जबकि राज्यों में इस पर 24.5 प्रतिशत तक मूल्यवर्द्धित कर (वैट) लगा हुआ है।
सरकार द्वारा किरीट पारेख की अगुवाई में नियुक्त गैस मूल्य समीक्षा समिति ने इसकी सिफारिश की है। CNG और पाइपलाइन से आने वाली रसोई गैस PNG की कीमतों में नरमी लाने के लिए ऐसा किया जाएगा।
कीमतों में वृद्धि दिल्ली के करीब 97,000 ऑटो चालकों को राहत जरूर दे सकता है, लेकिन इसकी सबसे बुरी मार इसकी सवारी करने वाले निम्न और मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ेगी।
अप्रैल 2021 से लेकर अब तक दिल्ली में सीएनजी की कीमत 35.21 रुपये प्रति किलोग्राम (लगभग 80 प्रतिशत) तक बढ़ाई जा चुकी है।
CNG-PNG Rate: दिल्ली और नोएडा के अलावा अन्य जगहों पर भी दामों में परिवर्तन आया है। गुरुग्राम में सीएनजी के दाम 86.94 रुपये, रेवाड़ी में 89.07 रुपये, करनाल में 87.27 रुपये, मुजफ्फरनगर में 85.84 और कानपुर में 89.81 रुपये हो गया है।
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