पहले चरण के तहत आज से 21 जनवरी तक पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया चलेगा। 11 जिलों पर एक नजर दें तो इसमें शामली, मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, मधुरा, आगरा, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फरनगर और बुलंदशहर शामिल है।
शिवसेना के प्रदेश प्रभारी संजय राउत ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि चौधरी राकेश टिकैत केंद्र सरकार द्वारा बनाए तीन कृषि कानून के खिलाफ एक साल तक दिल्ली बॉर्डर पर चले धरने पर रहे। वे किसानों के लिए लड़ाई जीत कर आए हैं, इसलिए उन्हें धन्यवाद देने के लिए आए हैं।
देवबंद एक मुस्लिम बहुल इलाका है। यहां करीब एक लाख से अधिक वोटर हैं। लोगों ने इंडिया टीवी के साथ बातचीत में ये भी कहा कि देवबंद मोहब्बत का पैगाम है।
दावा तो ये भी किया जा रहा है कि कल जो लिस्ट आएगी उसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम भी होगा और इस बात की संभावना है कि योगी अयोध्या से चुनाव लडें। आज इस मुद्दे पर विचार किया गया। पार्टी नेताओं की राय है कि अयोध्या हिंदुत्व और विकास दोनों का मॉडल है इसलिए योगी को वहां से चुनाव लड़ाना चाहिए इससे पूरे अवध क्षेत्र में एक संदेश भी जाएगा।
यूपी चुनाव से पहले कास्ट पॉलिटिक्स पूरी तरह टॉप गियर में आ चुकी है। कल स्वामी प्रसाद मौर्य समेत बीजेपी के 4 विधायकों ने बीजेपी से इस्तीफा दिया। आज योगी सरकार के एक और बड़े मंत्री दारा सिंह चौहान ने बीजेपी छोड़ दिया।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान और बांग्लादेश से जिन हिंदुओं को निकाला गया था, जो मेरठ में दशकों से रह रहे थे, उनको अपना आवास या जमीन नहीं मिल पाई थी। ऐसे 63 बंगाली हिंदू परिवारों को हमने कानपुर देहात में प्रति परिवार दो एकड़ भूमि और 200 वर्ग गज भूमि मकान बनाने के लिए उपलब्ध करवायी है।
मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में 15 से 18 साल तक के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “यह सच है कि ओमीक्रोन तेजी से फैलता है लेकिन यह भी सत्य है की दूसरी लहर की तुलना में Omicron स्वरूप काफी कमजोर है।"
इस वक्त उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को लेकर सियासी बाजार गर्म है। योगी देश में हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा हैं और इस बार चुनावों में उनके नाम पर ही बीजेपी दांव खेल रही है। योगी के पिछले 4.5 वर्ष से अधिक का कार्यकाल यूपी को विकास की राह पर आगे लेकर गया है। हालांकि बावजूद इसके उनके सामने अपनी कुर्सी को दोबारा हासिल करने की एक चुनौती सामने खड़ी है।
प्रयागराज में महिला सहायता समूहों के कार्यक्रम ‘मातृ शक्ति का सम्मान, को संबोधित करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत जमीनों का हक और घर दिए जा रहे हैं। गांव में सखी योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त किया जा रहा है।
अगले साल 5 जनवरी के बाद कभी भी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, मणिपुर में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
मथुरा में 'जन विश्वास यात्रा' के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "आज प्रदेश से पलायन होता है पेशेवर अपराधियों और माफियाओं का। क्यों पीड़ा है सपा, बसपा और कांग्रेस को।"
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि BJP को चुनाव में हार का डर सता रहा है। योगी सरकार नहीं बचेगी।
ये कार्यक्रम रायबरेली के रिफॉर्म क्लब में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा महिला शक्ति संवाद रैली में शामिल होंगी। प्रियंका गांधी के सामने 2022 यूपी विधानसभा में पार्टी को जीत दिलाना सबसे बड़ी चुनौती है।
'यूपी नंबर वन सुझाव आपका संकल्प हमारा' नाम के इस अभियान की शुरुआत राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इस अभियान में बीजेपी संकल्प पत्र के जरिए लोगों से सुझाव लेगी। सुझाव के लिए आकांक्षा पेटी भी लॉन्च की जाएगी।
PM Modi ने कहा कि आज से करीब 50 साल पहले इस योजना पर काम शुरू हुआ था और आज इसका काम पूरा हुआ है। जब इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था तो इसकी लागत 100 करोड़ से भी कम थी,आज ये लगभग 10,000 करोड़ खर्च करने के बाद पूरी हुई है।
सीएम योगी ने अखिलेश समेत पुरानी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि गोरखपुर का खाद कारखाना 24 साल तक बंद रहा। किसी ने इस जिले और कारखाना की सुध नहीं ली।
आजमगढ़ के लालगंज में 122.43 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 37 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लाभार्थीपरक योजनाओं के प्रमाण-पत्रों के वितरण के दौरान सीएम योगी ने अखिलेश पर हमला बोला।
काशी के बाबा विश्वनाथ धाम में दिन-रात काम चल रहा है. योगी आदित्यनाथ काशी का दौरा कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने तैयारियों को देख लिया है और अब प्रधानमंत्री के आने का इंतज़ार हो रहा है. दिसंबर महीने के लिए नरेंद्र मोदी ने यूपी के लिए डिटेल प्लान बनाया है. इसमें पॉलिटिक्स कितनी है
चिट्ठी में कहा गया है कि गोसेवा के नाम पर तुमने हमलोगों को परेशान कर रखा है, कितनी बार समझाने की कोशिश की लेकिन तुम और तुम्हारे लोग नहीं मान रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि UPTET के अभ्यर्थियों के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है। 01 माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित होगी। किसी भी अभ्यर्थी से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
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