India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर कई यूजर्स एक वीडियो एक वीडियो को शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि दिल्ली में बादल फटा है। हालांकि, फैक्ट चेक में ये दावा झूठा पाया गया है।
एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि मौके पर टीम नहीं पहुंच पाई है क्योंकि एक जगह से सड़क टूट गई है। लेकिन स्थानीय पंचायत प्रधान से फोन पर बात हुई उन्होंने किसी भी प्रकार से जान माल के नुकसान की सूचना को लेकर इंकार किया है।
लाहौल स्पीति पर कुदरत की मार से स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं। उन्हें अपने सुरक्षा की चिंता सता रही है। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह तक भारी बारिश की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
जम्मू कश्मीर में बादल फटने से श्रीनगर-कारगिल हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया है। देर रात इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रास्ते को साफ किया जा रहा है।
हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। बादल फटने और भूस्खलन से कई लोगों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों के घर भी बह गए। शिमला और कुल्लू में कई पर्यटक भारी बारिश के बीच फंस गए। हाईवे में लंबा जाम भी लग गया।
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद 45 से अधिक लापता लोगों को ढूंढने के लिए बचाव अभियान शुक्रवार को जारी है। इस घटना पर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी सरकार पर ही दबे शब्दों में हमला किया है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के बाद से 45 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हालांकि उन्हें ढूंढने का अभियान अब भी जारी है। बता दें कि राज्य की एक बिजली परियोजना स्थल पर फंसे 29 लोगों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है।
Uttarakhand Heavy Rain: उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद केदारनाथ की यात्रा रोक दी गई है। केदारनाथ रूट पर रास्ता बह जाने के बाद यह फैसला लिया गया।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फट गए हैं, इस प्राकृतिक आपदा में करीबन 60 से 70 लोग लापता हैं। वहीं, देश की राजाधानी दिल्ली में भारी बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में आइए समझते हैं कि कब और कैसे फटते हैं बादल...
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बाढ की वजर से भयंकर तबाही मची हुई है। कई जिलों में बादल फटने से हर एक नदियां उफान पर हैं। राज्य में मौसम की चौतरफा मार पड़ रही है। पुल ढह रहे हैं, पहाड़ दरक रहे हैं, कई हाईवे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इस तबाही के वीडियो सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे हैं।
उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई इलाकों का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है। सीएम धामी ने कहा कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राहत शिविर में पीड़ितों से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं, सेना ने पुल बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया है। यह पुल बनते ही राहत और बचाव कार्य में तेजी आएगी।
हिमाचल प्रदेश के शिमला और मंडी के इलाके में में बादल फटने से बड़ी तबाही मची है। इस हादसे में बड़ी संख्या में लोग लापता बताए जा रहे हैं। अब तक एक की मौत की खबर है।
टिहरी के घनसाली में बादल फटने से एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई जबकि एक शख्स घायल है। केदारघाटी में भीमबली के बाद बादल फटने के बाद आए सैलाब से करीब 30 मीटर रास्ता टूट गया है।
हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश के बीच पार्वती घाटी में बादल फटने से काफी नुकसान की खबर आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई दुकानों और मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को एक दिन में इतनी बारिश हो गई थी कि लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। सड़कों पर कई वाहन डूब गए थे। लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया था।
अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में आज सुबह बादल फटने की घटना सामने आई है। वहीं बादल फटने के बाद हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। वहीं कई इलाकों में भूस्खलन के भी मामले देखने को मिल रहे हैं।
सिक्किम के सीएम ने बताया है कि सैलाब के कारण जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया है और पुल बह गए हैं। उत्तरी सिक्किम में संचार सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। सेना के 23 लापता जवानों में से सात के शव निचले इलाकों से बरामद किए गए हैं।
सिक्किम में झील पर बादल फटने से मची तबाही में अब तक तीन लोगों की मौत की खबर है। वहीं सेना के 23 जवान भी सैलाब में बह गए जिनकी खोज जारी है। मुख्यमंत्री पी एस तमांग ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जयजा लिया।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर प्रकृति ने कहर बरपाया है। भूस्खलन और भारी बारिश के कारण मकान ढहने जैसी घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गयी है।
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