रपट में कहा गया है कि 1998 से 2017 के बीच जलवायु परिवर्तन के चलते आने वाली प्राकृतिक आपदाओं से सीधे होने वाले आर्थिक नुकसान में 151 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस केरल में आई विनाशकारी बाढ़ और कैलिफोर्निया में लगी जंगल की आग का हवाला देकर बड़े जलवायु संकट को रोकने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया।
पूर्वी कनाडा में भीषण लू के कारण पिछले सप्ताह से लेकर अब तक 54 लोगों की मौत हो गई है.......
जलवायु के मंच से नीतीश कुमार ने बीजेपी के प्रोजेक्ट्स पर साधा निशाना, गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर केंद्र सरकार से किया सवाल
अर्थ आवर के मौके पर दुनियाभर के इमारतों की लाइट्स घंटे भर के लिए बुझाई गईं...
कृषिगत आय पर जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल असर के प्रति आगाह करते हुए आर्थिक समीक्षा 2017-18 में कहा गया है कि इससे कृषिगत आय के मध्यम तौर पर 20-25 प्रतिशत तक घटने का जोखिम हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र ने जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने में भारत और चीन की नेतृत्वकारी भूमिका और मजबूत प्रतिबद्धता की सराहना की है...
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन करने वाला नहीं है, बल्कि वह खुद इससे प्रभावित है।
रिपोर्ट के अनुसार एशिया में बाढ़, तूफान का सबसे ज्यादा सामना एशियाई देश कर रहे हैं और इनमें चीन, भारत, बांग्लादेश और इंडोनेशिया की स्थिति ज्यादा खराब है। इसमें कहा गया है कि बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान के निचले तटीय क्षेत्रों में 13 करोड़ लोग विस्थ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव पर फ़्रांस पहुंच गए। मोदी ने ट्वीट करके ख़ुद इसकी जानकारी दी। मोदी चार विदेश यात्रा के दौरान रूस के अलावा जर्मनी तथा स्पेन गए थे।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन भारत को प्राकृतिक गैस के बड़े निर्यात की अनुमति दे सकता है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने यह बात कही।
सबसे बड़े दूध उत्पादक देश भारत में 2020 तक सालाना दूध उत्पादन में 30 लाख टन की हानि होने की आशंका है। 2015-16 के दौरान में 16 करोड़ टन दूध उत्पादन हुआ है।
अभी साल आधा भी नहीं हुआ है और हम 2016 को सबसे गर्म साल के रूप में सुनने लगे हैं। 2015 में सबसे गर्म साल का रिकॉर्ड बना था, जो अब इस साल टूटने वाला है।
35 साल में दुनियाभर में पांच लाख से अधिक लोगों की मृत्यु होगी, इसमे से करीब 135,000 लोगों की मृत्यु अकेले भारत में होगी और इसकी वजह होगा जलवायु परिवर्तन।
अमेरिकी एजेंसी नेशनल ऐरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के मुताबिक भारतीय शहरों का तापमान साल दर साल लगातार बढ़ता जा रहा है।
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