शिवसेना ने नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में वोटिंग नहीं की। वोटिंग से पहले उनके सांसद राज्यसभा से बाहर निकल गए। 24 घंटे में शिवसेना के तेवर बदल गए। लोकसभा में सरकार का साथ दिया लेकिन तभी एक ताकत ने उद्धुव ठाकरे को फैसला बदलने के लिए मजबूर कर दिया।
अमेरिका के एक मुस्लिम सांसद ने भारत के नागरिकता संशोधन विधेयक पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह अल्पसंख्यक मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश है।
शीर्ष भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसद ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति और नागरिकता संशोधन विधेयक पर चिंता जाहिर की है।
बच्चों ने अपनी खुशी तिरंगे के साथ पटाखे जलाकर प्रकट की और ‘भारत माता की जय’ और ‘जय हिंद’ के नारे लगाए। वहीं, बड़े बुजुर्गों ने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाइयां बांटी।
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर भले ही जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा हो लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं जो इस बिल के पास होने के बाद से जश्न में डूबे हैं।
नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा से पास तो हो गया लेकिन इस बिल के विरोध में पूरे नॉर्थ-ईस्ट में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल असम का है जहां कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर मतदान के दौरान शिवसेना के मौजूद नहीं रहने को लेकर कहा कि वह खुश हैं कि उद्धव ठाकरे की पार्टी ने विधेयक के पक्ष में मतदान नहीं किया तथा यह ''स्वागत योग्य घटनाक्रम'' है।
नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को संसद द्वारा मंजूरी प्रदान किए जाने के बीच इसे लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर असम के गुवाहाटी में बुधवार को अनिश्चिकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया, शहर में सेना को और त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है।
कांग्रेस के पुरजोर विरोध के बावजूद भी नागरिकता संशोधन विधेयक राज्यसभा में पास हो गया। इसीलिए, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज के दिन को संविधान के लिए काला दिवस करार दे दिया।
नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को लेकर असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच संसद ने बुधवार को इस विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी। राज्यसभा ने बुधवार को विस्तृत चर्चा के बाद इस विधेयक को पारित कर दिया।
नागरिकता संशोधन बिल का लोकसभा में सर्मथन करनेवाली शिवसेना ने राज्यसभा में अपना स्टैंड बदल लिया और वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिवसेना पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के लिए लोग कैसे कैसे रंग बदलते हैं। उन्होंने कहा, कल लोकसभा में शिवसेना ने इस बिल का समर्थन किया था, महाराष्ट्र की जनता भी जानना चाहती है कि एक रात में ऐसा क्या हुआ कि आज शिवसेना ने अपना स्टैंड बदल लिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नागरिकता बिल कभी न लाना पड़ता, ये कभी संसद में न आता, अगर भारत का बंटवारा न हुआ होता। बंटवारे के बाद जो परिस्थितियां आईं, उनके समाधान के लिए मैं ये बिल आज लाया हूं।
प्रशासन ने हालातों को देखते हुए असम के 10 जिलों में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
इस मौके का फायदा उठाकर वहां के स्थानीय नेता लोगों के मन में नफरत और डर पैदा कर रहे हैं। वे लोगों को कन्फ्यूज करने के साथ ही उकसा रहे हैं, इससे वहां हालात बिगड़े हैं।
नागरिकता संशोधन विधेयक पर दिल्ली में लिए गए फैसले का असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों में जबरदस्त विरोध हो रहा है। दिल्ली की संसद में नागरिकता बिल पर बहस जारी है लेकिन इस बिल के खिलाफ पूरा असम सुलग रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का भारी विरोध करते हुए कहा कि यह भारत और बंगाल विरोधी है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को यहां कहा कि केंद्र सरकार का नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) असंवैधानिक है, जिसका हर तरह से विरोध किया जाना चाहिए।
राज्यसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया।
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि यह प्रस्तावित कानून देश की संस्कृति की "वसुधैव कुटुम्बकम्" की हजारों साल पुरानी अवधारणा और डॉ. भीमराव आम्बेडकर रचित संविधान के खिलाफ है।
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